जब तक राजदण्ड का स्वामी न आए तब तक राजदण्ड यहूदा से दूर न होगा, और न प्रशासक का दण्ड उसके पैरों के मध्य से अलग होगा। समस्त जातियाँ उसकी आज्ञा का पालन करेंगी।
यहेजकेल 17:23 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) सुनो, मैं उसको इस्राएल प्रदेश के उच्चतम पर्वत पर रोपूंगा; तब उसमें डालियां फूटेंगी, और उसमें फल लगेंगे। वह एक शानदार देवदार वृक्ष बन जाएगी। उसके नीचे सब जाति के पशु आश्रय लेंगे; उसकी घनी शाखाओं में सब प्रकार के पक्षी अपना घोंसला बनाएंगे। पवित्र बाइबल मैं स्वयं इसे इस्राएल में ऊँचे पर्वत पर लगाऊँगा। यह शाखा एक वृक्ष बन जाएगी। इसकी शाखायें निकलेंगी और इसमें फल लगेंगे। यह एक सुन्दर देवदार का वृक्ष बन जाएगा। अनेक पक्षी इसकी शाखाओं पर बैठा करेंगे। अनेक पक्षी इसकी शाखाओं के नीचे छाया में रहेंगे। Hindi Holy Bible अर्थात इस्राएल के ऊंचे पर्वत पर लगाऊंगा; सो वह डालियां फोड़कर बलवन्त और उत्तम देवदार बन जाएगा, और उसके नीचे अर्थात उसकी डालियों की छाया में भांति भांति के सब पक्षी बसेरा करेंगे। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) अर्थात् इस्राएल के ऊँचे पर्वत पर लगाऊँगा; तब वह डालियाँ फोड़कर बलवन्त और उत्तम देवदार बन जाएगा, और उसके नीचे अर्थात् उसकी डालियों की छाया में भाँति भाँति के सब पक्षी बसेरा करेंगे। सरल हिन्दी बाइबल मैं उसे इस्राएल के पहाड़ की ऊंचाइयों में लगाऊंगा; इसमें शाखाएं निकलेंगी और फल लगेगा और यह एक शानदार देवदार का पेड़ होगा. हर प्रकार के पक्षी उसमें घोंसला बनाएंगे; वे उसकी शाखाओं की छाया में बसेरा करेंगे. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 अर्थात् इस्राएल के ऊँचे पर्वत पर लगाऊँगा; तब वह डालियाँ फोड़कर बलवन्त और उत्तम देवदार बन जाएगा, और उसके नीचे अर्थात् उसकी डालियों की छाया में भाँति-भाँति के सब पक्षी बसेरा करेंगे। (भज. 92:12) |
जब तक राजदण्ड का स्वामी न आए तब तक राजदण्ड यहूदा से दूर न होगा, और न प्रशासक का दण्ड उसके पैरों के मध्य से अलग होगा। समस्त जातियाँ उसकी आज्ञा का पालन करेंगी।
उसके पैर संगमर्मर के खम्भे हैं, जो शुद्ध सोने पर बैठाए गए हैं। उसका रूप लबानोन के सदृश है, सर्वोत्तम देवदार वृक्ष के सदृश वह आकर्षक है।
आनेवाले दिनों में यह होगा : जिस पर्वत पर प्रभु का भवन निर्मित है, वह विश्व के पर्वतों में उच्चतम स्थान पर, गौरवमय स्थान पर प्रतिष्ठित होगा। वह पहाड़ियों के मध्य उच्चतम स्थान ग्रहण करेगा; विश्व के राष्ट्र जलधारा के समान उसकी ओर बहेंगे।
आगामी दिनों में याकूब राष्ट्र जड़ पकड़ेगा, इस्राएल देश पुष्पित होगा, उसमें शाखाएँ फूटेंगी, वह अपने फलों से समस्त संसार को भर देगा।
अपनी आंखें चारों ओर उठा, और देख; तेरे पुत्र और पुत्रियां एकत्र हो गए, वे तेरे पास आ रहे हैं। मैं-प्रभु स्वयं अपनी शपथ लेता हूं : तू उन सब को आभूषण की तरह पहिन लेगी। जैसे दुल्हन गहना धारण करती है, वैसे तू उन्हें धारण करेगी!
अब इस्राएली सियोन पर्वत पर आएंगे, और उच्च स्वर में प्रभु का गुणगान करेंगे। प्रभु की भलाई के कारण उनके मुख पर चमक होगी; क्योंकि प्रभु उनको अनाज, अंगूर-रस, जैतून का तेल भेड़-बकरियों और गायों के बच्चे देगा। जल से सींचे गये उद्यान के सदृश उनके प्राण हरे-भरे होंगे; इस्राएली फिर कभी दु:खी न होंगे।
‘स्वामी-प्रभु यों कहता है : इस्राएल के सब वंशज अपने देश में, इस्राएल देश के उच्च पहाड़ी शिखर पर, मेरे पवित्र पर्वत पर मेरी आराधना करेंगे। वहां मैं उनकी सेवा-आराधना को स्वीकार करूंगा। वहीं मैं तुम्हारी सब प्रकार की बलि, सर्वोत्तम वस्तुएं, उपहार, तुम्हारी पवित्र भेंट लूंगा।
आकाश के पक्षी, उसकी टहनियों पर घोंसले बनाते हैं। उसकी छाया में जंगल के पशु अपने बच्चों के साथ बसेरा करते हैं। संसार की जातियां भी उसकी छाया में निवास करती हैं। ओ फरओ, तू और तेरी प्रजा ऐसा ही विशाल देवदार वृक्ष हैं।
‘किन्तु, तुम ओ इस्राएल देश के पहाड़ो, तुममें से नई-नई शाखाएं फूटेंगी, और मेरे निज लोग इस्राएलियों के लिए तुम फलवंत होगे; क्योंकि देखो, वे शीघ्र स्वदेश लौटेंगे।
मैंने परमेश्वर के दर्शन देखे। परमेश्वर ने अपने दर्शन में मुझे इस्राएल देश में पहुंचाया, और वहां एक अत्यन्त ऊंचे पहाड़ पर खड़ा कर दिया। मैंने देखा कि मेरे सामने नगर के आकार-सा कुछ है।
तत्पश्चात् दानिएल आए, जिनका नाम मेरे ईश-देवता के नाम पर बेलतशस्सर रखा गया है, और जिनमें पवित्र परमेश्वर का आत्मा निवास करता है। मैंने दानिएल को अपना स्वप्न बताया और उनसे यह कहा,
“ओ ज्योतिषियों के अगुए, बेलतशस्सर! मैं जनता हूं कि तुममें पवित्र परमेश्वर का आत्मा निवास करता है, और तुम्हारे लिए किसी भी रहस्य का भेद बताना कठिन नहीं है। सुनो, मैंने यह स्वप्न देखा है। मुझे इसका अर्थ बताओ।
इस्राएली मेरे पास लौटेंगे, वे मेरी छत्र-छाया में निवास करेंगे। वे फिर खेती-बारी करेंगे। वे अंगूर की बेलों के सदृश फलेंगे-फूलेंगे; उनकी कीर्ति लबानोन देश के अंगूर-रस के समान प्रसिद्ध होगी।
ओ एफ्रइम, अब तेरा मूर्तियों के साथ क्या सम्बन्ध? मैं ही तेरी प्रार्थनाओं का उत्तर तुझे देता हूं, मैं ही तेरी देखभाल करता हूं। मैं सदा-बहार सनोवर वृक्ष के समान हूं; तू मुझ से ही फल पाता है।’
आनेवाले दिनों में यह होगा: प्रभु-भवन का पहाड़ पहाड़ों में सर्वश्रेष्ठ माना जाएगा; वह पहाड़ियों में ऊपर रहेगा। हर राष्ट्र के लोग जल-धारा के समान उसकी ओर बहेंगे।
राई का बीज तो सब बीजों से छोटा होता है, परन्तु बढ़कर सब पौधों से बड़ा हो जाता है और ऐसा पेड़ बनता है कि आकाश के पक्षी आ कर उसकी डालियों में बसेरा करते हैं।”
परन्तु बोए जाने पर वह उगता है और वह पौधों से बड़ा हो जाता है, और उस में इतनी बड़ी-बड़ी शाखाएँ निकल आती हैं कि आकाश के पक्षी उसकी छाया में बसेरा कर सकते हैं।”
वह उस राई के दाने के समान है, जिसे ले कर किसी मनुष्य ने अपने उद्यान में बोया। वह बढ़ते-बढ़ते पेड़ हो गया और आकाश के पक्षी उसकी डालियों में बसेरा करने आए।”
मैं तुम से सच-सच कहता हूँ− जब तक गेहूँ का दाना मिट्टी में गिर कर नहीं मर जाता, तब तक वह अकेला ही रहता है; परन्तु यदि वह मर जाता है, तो बहुत फल देता है।
अब न तो कोई यहूदी है और न यूनानी, न तो कोई दास है और न स्वतन्त्र, न तो कोई पुरुष है और न स्त्री-आप सब येशु मसीह में एक हो गये हैं।
इस नवीनता में कोई भेद नहीं रहता, इसमें न यूनानी है, न यहूदी; न खतना है, न खतने का अभाव; न बर्बर है, न स्कूती, न दास और न स्वतन्त्र। केवल मसीह हैं, जो सब कुछ और सब में हैं।
सातवें स्वर्गदूत ने तुरही बजायी। इस पर स्वर्ग में वाणियाँ सुनाई पड़ीं, जो ऊंचे स्वर से कह रही थीं : “इस संसार का राज्य हमारे प्रभु और उसके मसीह का राज्य बन गया है। वह युग-युगों तक राज्य करेंगे।”