यरूशलेम नगर और यहूदा प्रदेश ने प्रभु को इतना क्रुद्ध किया कि अन्त में प्रभु ने अपने सम्मुख से उनको दूर कर दिया।
यहेजकेल 17:15 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) किन्तु उसने बेबीलोन के विरुद्ध विद्रोह कर दिया, और मिस्र देश को अपने दूत भेजे ताकि वह उसकी मदद करे, और उसको घोड़े और विशाल सेना भेजे। क्या वह अपने विद्रोह में सफल होगा? ऐसे काम करनेवाला मनुष्य क्या भाग कर अपने प्राण बचा सकेगा? सन्धि की शर्तों को तोड़नेवाला क्या बच सकेगा? पवित्र बाइबल किन्तु इस नये राजा ने किसी भी प्रकार नबूकदनेस्सर के विरुद्ध विद्रोह करने का प्रयत्न किया। उसने सहायता माँगने के लिये मिस्र को दूत भेजे। नये राजा ने बहुत से घोड़े और सैनिक मांगे। इस दशा में, क्या तुम समझते हो कि यहूदा का राजा सफल होगा क्या तुम समझते हो कि नये राजा के पास पर्याप्त शक्ति होगी कि वह सन्धि को तोड़कर दण्ड से बच सकेगा” Hindi Holy Bible तौभी इस ने घोड़े और बड़ी सेना मांगने को अपने दूत मिस्र में भेज कर उस से बलवा किया। क्या वह फूले फलेगा? क्या ऐसे कामों का करने वाला बचेगा? क्या वह अपनी वाचा तोड़ने पर भी बच जाएगा? पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) तौभी इसने घोड़े और बड़ी सेना माँगने को अपने दूत मिस्र में भेजकर उससे विद्रोह किया। क्या वह फूले फलेगा? क्या ऐसे कामों का करनेवाला बचेगा? क्या वह अपनी वाचा तोड़ने पर भी बच जाएगा? सरल हिन्दी बाइबल परंतु उस राज्य के राजा ने अपने दूतों को घोड़े और एक बड़ी सेना लाने के लिये मिस्र देश भेजा और इस प्रकार उसने बाबेल के राजा से विद्रोह किया. क्या वह सफल होगा? क्या वह, जो ऐसा काम करता है, बच निकलेगा? क्या वह संधि को तोड़कर भी बच जाएगा? इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 तो भी इसने घोड़े और बड़ी सेना माँगने को अपने दूत मिस्र में भेजकर उससे बलवा किया। क्या वह फूले फलेगा? क्या ऐसे कामों का करनेवाला बचेगा? क्या वह अपनी वाचा तोड़ने पर भी बच जाएगा? |
यरूशलेम नगर और यहूदा प्रदेश ने प्रभु को इतना क्रुद्ध किया कि अन्त में प्रभु ने अपने सम्मुख से उनको दूर कर दिया।
राजा नबूकदनेस्सर ने उसको परमेश्वर की शपथ दी थी कि वह उससे विद्रोह नहीं करेगा। तो भी उसने परमेश्वर की शपथ की उपेक्षा की और राजा नबूकदनेस्सर से विद्रोह किया। उसने इस्राएली राष्ट्र के प्रभु परमेश्वर के प्रति अपने हृदय को कठोर बना लिया था। हठ से उसकी गर्दन ऐंठ गई थी, और वह प्रभु से विमुख हो गया था।
परमेश्वर, तू उन्हें विनाश के गर्त्त में डालेगा; रक्त-पिपासु और कपटी मनुष्य आधी आयु भी व्यतीत न कर पाएंगे। पर मैं तुझ पर ही भरोसा करूंगा।
तुम सोचते हो कि युद्ध के लिए शक्ति और युद्ध-कौशल नहीं, वरन् किसी के मुंह के शब्द ही पर्याप्त हैं। तुमने किस पर भरोसा करके मुझसे विद्रोह किया है?
तब मैं, यहूदा प्रदेश का राजा, कसदी सेना के हाथ से बच कर भाग नहीं सकूंगा, और बेबीलोन के राजा के हाथ में सौंपा जाऊंगा। मैं और वह आमने-सामने बातें करेंगे, और एक-दूसरे को अपनी आंखों से देखेंगे।
तू उस के हाथ से बच नहीं सकेगा, वरन् निश्चय ही पकड़ा जाएगा और उसके हाथ में सौंप दिया जाएगा। तू उसको अपनी आंखों से प्रत्यक्ष देखेगा, और उससे आमने-सामने बातें करेगा। तू निस्सन्देह बेबीलोन नगर जाएगा।
किन्तु यदि तू बेबीलोन के उच्चाधिकारियों के सम्मुख समर्पण नहीं करेगा, तो मैं यह नगर कसदी सेना के हाथ में सौंप दूंगा। कसदी सैनिक इस नगर को आग में भस्म कर देंगे, और तू उनके हाथ से नहीं बच सकेगा।’
‘मैंने यह भी देखा : आप की सब स्त्रियों और राजकुमारों को कसदी सैनिकों ने पकड़ा, और वे उनको अपनी सेना-शिविर में लाए। महाराज, आप भी उनके हाथ से नहीं बचे, और बेबीलोन के राजा ने आप को बन्दी बना लिया। यह नगर आप के कारण आग में भस्म हो गया।’
निस्सन्देह प्रभु के क्रोध के कारण राजधानी यरूशलेम और यहूदा प्रदेश में घटनाएं घटीं, और प्रभु ने सिदकियाह को अपनी उपस्थिति से निकाल दिया। सिदकियाह ने बेबीलोन के राजा के विरुद्ध विद्रोह किया।
उसने बेबीलोन के राजा के वचन को तुच्छ समझा, सन्धि की शर्तों का उल्लंघन किया; उसने हाथ पर हाथ रख वचन दिया था कि वह बेबीलोन के राजा के अधीन रहेगा, तो भी उसने विद्रोह के ये कार्य किए, इसलिए वह प्राण बचाकर भाग नहीं सकेगा।
‘एक और विशाल बाज था। उसके डैने भी लम्बे-लम्बे और सघन परों से भरे थे। अंगूर-बेल ने अपनी जड़ें उसकी ओर फैलाईं उसने वहां से अपनी शाखाएं उसकी ओर झुकाईं, जहां वह लगाई गई थी, कि वह उसको पानी से सींचे।
किन्तु स्वामी-प्रभु कहता है, क्या यह बेल फूलेगी-फलेगी? कदापि नहीं! क्या उसको जड़-मूल से नहीं उखाड़ा जाएगा? वह उसकी शाखाएं काट कर आग में झोंक देगा, और यों उसकी हरी-हरी पत्तियां सूख जाएंगी। बेल को जड़ से उखाड़ने के लिए अधिक बल की जरूरत नहीं पड़ेगी, और न ही अनेक लोगों की आवश्यकता होगी।
‘और तू, ओ महा-अशुद्ध दुर्जन, इस्राएल के शासक! तेरा अन्तकाल आ गया, तेरे अन्तिम दण्ड का समय निकट आ गया।
‘ओ मानव, तू अम्मोन देश के विरुद्ध नबूवत कर। स्वामी-प्रभु अम्मोन के निवासियों के सम्बन्ध में यह कहता है; क्योंकि उन्होंने प्रभु की निन्दा की थी। ‘महावध के लिए मियान से बाहर निकली तलवार! वह खूब चमचमा रही है! वह बिजली के सदृश चमक रही है।
वहां वह ऐसे प्रेमियों पर मोहित हुई थी, जिनके लिंग गधों के समान, और वीर्य घोड़ों के समान था।
वे इतने निर्बल होंगे कि इस्राएली उन पर कभी भरोसा नहीं करेंगे। जब कभी वे सहायता के लिए उनकी ओर ताकेंगे, तब उन्हें मिस्रियों का अधर्म स्मरण हो जाएगा। तब इस्राएलियों को मालूम होगा कि मैं ही स्वामी-प्रभु हूं।” ’
जब उन्होंने तुझे हाथ से पकड़ा तो तू टूट गया, और वे गिर पड़े। उनके कन्धे घायल हो गए। जब वे तुझ से टिके, तब तू टूट गया। अत: उनकी कमर की सब नसें चढ़ गईं।
राजा अपने पास अधिक घोड़े नहीं रखेगा, और न घोड़ों का आयात करने के लिए अपने लोगों को मिस्र देश भेजेगा कि उसके पास और घोड़े हो जाएं; क्योंकि प्रभु ने तुझ से कहा है, “तू इस मार्ग से फिर कभी नहीं लौटेगा।”
तो हम कैसे बच सकेंगे, यदि हम उस महान् मुक्ति का तिरस्कार करेंगे, जिसकी घोषणा पहले पहल प्रभु द्वारा हुई थी? जिन लोगों ने प्रभु को सुना, उन्होंने उनके सन्देश को हमारे लिए प्रमाणित किया।
अब हम केवल यह कार्य कर सकते हैं कि उन्हें जीवित रहने दें, अन्यथा जो शपथ हमने उनसे खाई थी, उसके कारण हम पर प्रभु का क्रोध भड़क उठेगा।’