ऊत्स देश में एक मनुष्य रहता था। उसका नाम अय्यूब था। वह प्रत्येक दृष्टि से सिद्ध और निष्कपट था। वह परमेश्वर से डरता और बुराई से दूर रहता था।
यहेजकेल 14:20 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) और वहां नूह, दानिएल और अय्यूब हों तो मेरे जीवन की सौगन्ध! वे अपने धार्मिक आचरण के कारण अपने पुत्र या पुत्री के प्राण नहीं, केवल अपने ही प्राण बचा पाएंगे।’ स्वामी-प्रभु की यही वाणी है। पवित्र बाइबल यदि नूह, दानिय्येल और अय्यूब वहाँ रहते तो मैं उन तीन अच्छे लोगों को बचा लेता क्योंकि वे अच्छे व्यक्ति हैं, वे तीनों व्यक्ति स्वयं अपना जीवन बचा सकते हैं। किन्तु मैं अपने जीवन की शपथ खाकर कहता हूँ कि अन्य लोगों का जीवन वे नहीं बचा सकते थे यहाँ तक कि अपने पुत्र—पुत्रियों का जीवन भी नहीं!” मेरे स्वामी यहोवा ने यह सब कहा। Hindi Holy Bible तो चाहे नूह, दानिय्येल और अय्यूब भी उस में हों, तौभी, प्रभु यहोवा की यह वाणी है, मेरे जीवन की सौगन्ध, वे न पुत्रों को और न पुत्रियों को बचा सकेंगे, अपने धर्म के द्वारा वे केवल अपने ही प्राणों को बचा सकेंगे। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) तो चाहे नूह, दानिय्येल और अय्यूब भी उसमें हों, तौभी, प्रभु यहोवा की यह वाणी है, मेरे जीवन की सौगन्ध, वे न पुत्रों को और न पुत्रियों को बचा सकेंगे, अपने धर्म के द्वारा वे केवल अपने ही प्राणों को बचा सकेंगे। सरल हिन्दी बाइबल तो मैं अपने जीवन की शपथ खाकर कहता हूं, परम प्रधान याहवेह की घोषणा है, चाहे यदि नोहा, दानिएल तथा अय्योब भी वहां होते, तो वे न तो अपने बेटे को बचा पाते और न ही अपनी बेटी को. वे अपने धर्मीपन के कारण सिर्फ अपने आपको बचा पाते. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 तो चाहे नूह, दानिय्येल और अय्यूब भी उसमें हों, तो भी, प्रभु यहोवा की यह वाणी है, मेरे जीवन की सौगन्ध, वे न पुत्रों को और न पुत्रियों को बचा सकेंगे, अपने धार्मिकता के द्वारा वे केवल अपने ही प्राणों को बचा सकेंगे। |
ऊत्स देश में एक मनुष्य रहता था। उसका नाम अय्यूब था। वह प्रत्येक दृष्टि से सिद्ध और निष्कपट था। वह परमेश्वर से डरता और बुराई से दूर रहता था।
धार्मिक व्यक्तियों से यह कहो, ‘चिन्ता मत करो, तुम्हारा भला होगा, तुम अपने परिश्रम का फल खाओगे।’
तब प्रभु ने मुझ से कहा, ‘यदि मूसा और शमूएल भी मेरे सम्मुख खड़े हों, और यहूदा प्रदेश के लोगों के लिए दया की भीख मांगें, तो भी मेरा हृदय उनके प्रति नहीं पिघलेगा। उनको मेरी नजर से दूर करो, मेरी उपस्थिति से निकाल दो।
यदि ऐसे अधर्मी देश में नूह, दानिएल और अय्यूब जैसे धार्मिक व्यक्ति होते हैं, तो वे अपने धर्म के कारण अपने ही प्राण बचाते हैं, दूसरों के नहीं।’ स्वामी-प्रभु की यही वाणी है।
तो यदि नूह, दानिएल और अय्यूब, ये तीन धार्मिक व्यक्ति भी वहां होते, तो वे अपने धार्मिक आचरण के कारण केवल अपने ही प्राण बचा पाते, अपने पुत्रों और पुत्रियों के नहीं। मेरे जीवन की सौगन्ध! केवल धार्मिक व्यक्ति ही बचेंगे, और सम्पूर्ण देश नष्ट हो जाएगा।’ स्वामी-प्रभु की यही वाणी है।
‘ओ मानव, यदि मैं उस अधर्मी देश के मनुष्य और पशु दोनों को नष्ट करने के लिए उस पर महामारी का प्रकोप रूपी प्याला उण्डेलूं, क्रोध में आकर वहां खून की नदियां बहाऊं,
‘स्वामी-प्रभु यों कहता है : मैं यरूशलेम नगर को दण्ड देने के लिए उस पर चार विपत्तियां भेजूंगा : शत्रु की तलवार, अकाल, खूंखार पशु और महामारी। ये चारों विपत्तियां वहां से मनुष्य और पशु दोनों को नष्ट कर देंगी।
केवल पाप करनेवाला प्राणी ही मरेगा। पिता के अधर्म का फल पुत्र कदापि नहीं भोगेगा, और न ही पुत्र के अधर्म का दण्ड पिता को मिलेगा। किन्तु धार्मिक व्यक्ति को उसके धर्म का फल और दुर्जन को उसके पाप का फल मिलेगा।
न्याय के दिन उसके अपराधों का लेखा न लिया जाएगा, जो उसने किए हैं। वह अपने धर्म के कामों के कारण जीवित रहेगा।
किन्तु यदि तू उस दुर्जन को चेतावनी देगा, और वह दुर्जन अपने दुष्कर्म के मार्ग से मुंह नहीं मोड़ेगा, अथवा दुष्कर्म करना नहीं छोड़ेगा, तो वह निस्सन्देह अपने दुष्कर्मों के कारण मरेगा, किन्तु तेरा प्राण बच जाएगा।
इन इस्राएली जवानों में से यहूदा कुल के ये चार जवान थे : दानिएल, हनन्याह, मीशाएल और अजर्याह।
अपनी भलाई के लिए धार्मिकता के बीज बोओ, तब करुणा की फसल काटोगे। अपनी परती भूमि को जोतो। प्रभु को ढूंढ़ने का यह समय है, जिससे वह तुम्हारे पास आए, और तुम पर धार्मिकता की वर्षा करे।
ओ देश के सब विनम्र लोगो, प्रभु के आज्ञाकारी लोगो, प्रभु को खोजो; धार्मिकता को, नम्रता को ढूंढ़ो। तब सम्भवत: तुम प्रभु के प्रकोप-दिवस पर सुरक्षित रह सको।
मनुष्य किसी भी जाति का क्यों न हो, यदि वह परमेश्वर की भक्ति करता और धर्माचरण करता है, तो वह परमेश्वर का कृपापात्र बन जाता है।
नूह अपने विश्वास के कारण अदृश्य घटनाओं से परमेश्वर के द्वारा सचेत किया गया। उसने इस चेतावनी का सम्मान किया और अपना परिवार बचाने के लिए जलयान का निर्माण किया। उसने अपने विश्वास द्वारा संसार को दोषी ठहराया और वह उस धार्मिकता का अधिकारी बना, जो विश्वास पर आधारित है।
यदि तुम जानते हो कि परमेश्वर धार्मिक है, तो यह भी समझ लो कि जो धर्माचरण करता है, वह परमेश्वर की सन्तान है।
परमेश्वर की सन्तान और शैतान की सन्तान की पहचान यह है: जो भी व्यक्ति धर्माचरण नहीं करता, वह परमेश्वर की सन्तान नहीं है और वह भी नहीं, जो अपने भाई अथवा बहिन से प्रेम नहीं करता।