उसके पति ने कहा, ‘तुम आज ही उनके पास क्यों जाना चाहती हो? आज न नवचन्द्र पर्व है, और न विश्राम-दिवस।’ परन्तु उसने कहा, ‘कल्याण ही होगा।’
यशायाह 66:23 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) मैं-प्रभु यह कहता हूं; नए चांद के दिन से दूसरे नए चांद के दिन तक, एक विश्राम-दिवस से दूसरे विश्राम-दिवस तक समस्त प्राणी मेरी आराधना के लिए मेरे सम्मुख उपस्थित होंगे। पवित्र बाइबल हर सब्त के दिन और महीने के पहले दिन वे सभी लोग मेरी उपासना के लिये आया करेंगे। Hindi Holy Bible फिर ऐसा होगा कि एक नये चांद से दूसरे नये चांद के दिन तक और एक विश्राम दिन से दूसरे विश्राम दिन तक समस्त प्राणी मेरे साम्हने दण्डवत करने को आया करेंगे; यहोवा का यही वचन है॥ पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) फिर ऐसा होगा कि एक नये चाँद से दूसरे नये चाँद के दिन तक और एक विश्राम दिन से दूसरे विश्राम दिन तक समस्त प्राणी मेरे सामने दण्डवत् करने को आया करेंगे; यहोवा का यही वचन है। सरल हिन्दी बाइबल यह ऐसा होगा कि एक नये चांद से दूसरे नये चांद के दिन तक और एक विश्राम दिन से दूसरे विश्राम दिन तक सभी लोग मेरे सामने दंडवत करने आएंगे,” यह याहवेह का वचन है. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 “फिर ऐसा होगा कि एक नये चाँद से दूसरे नये चाँद के दिन तक और एक विश्रामदिन से दूसरे विश्रामदिन तक समस्त प्राणी मेरे सामने दण्डवत् करने को आया करेंगे; यहोवा का यही वचन है। |
उसके पति ने कहा, ‘तुम आज ही उनके पास क्यों जाना चाहती हो? आज न नवचन्द्र पर्व है, और न विश्राम-दिवस।’ परन्तु उसने कहा, ‘कल्याण ही होगा।’
हे स्वामी, समस्त राष्ट्र, जिन्हें तूने रचा है, तेरे सम्मुख आकर दण्डवत् करेंगे; वे तेरे नाम की महिमा करेंगे।
प्रभु मिस्र-निवासियों पर स्वयं को प्रकट करेगा, और उस दिन मिस्र-निवासी प्रभु का अनुभव करेंगे, और वे पशु-बलि और अग्नि-बलि के द्वारा प्रभु की आराधना करेंगे। वे प्रभु के लिए मन्नतें मानेंगे और उनको पूर्ण करेंगे।
उस दिन मिस्र देश से असीरिया देश तक एक राजमार्ग निर्मित होगा। असीरिया देश के नागरिक उस मार्ग से मिस्र देश में आयेंगे और मिस्र देश के नागरिक असीरिया देश को जाएंगे। मिस्र देश के निवासी असीरिया देश के निवासियों के साथ आराधना करेंगे।
आनेवाले दिनों में यह होगा : जिस पर्वत पर प्रभु का भवन निर्मित है, वह विश्व के पर्वतों में उच्चतम स्थान पर, गौरवमय स्थान पर प्रतिष्ठित होगा। वह पहाड़ियों के मध्य उच्चतम स्थान ग्रहण करेगा; विश्व के राष्ट्र जलधारा के समान उसकी ओर बहेंगे।
उस दिन महा नरसिंगा फूंका जाएगा। तब जो इस्राएली असीरिया देश में खो गए थे, और जो मिस्र देश को खदेड़ दिए गए थे, वे सब आएंगे, और यरूशलेम नगर में, पवित्र पर्वत पर प्रभु की आराधना करेंगे।
अपने सेवक से जिसको मनुष्य सर्वथा तुच्छ समझते हैं, जिससे राष्ट्र घृणा करते हैं, जो शासकों का गुलाम है, उससे प्रभु इस्राएल का मुक्तिदाता और उसका पवित्र परमेश्वर यों कहता है : ‘तुझे देखकर राजा अपने सिंहासन से खड़े हो जाएंगे, सामन्त तेरे सम्मुख भूमि पर लेटकर तुझे साष्टांग प्रणाम करेंगे, क्योंकि मैं-प्रभु ने, जो सच्चा परमेश्वर हूं, जो इस्राएल का पवित्र परमेश्वर हूं, तुझे मनोनीत किया है।’
‘स्वामी-प्रभु यों कहता है : इस्राएल के सब वंशज अपने देश में, इस्राएल देश के उच्च पहाड़ी शिखर पर, मेरे पवित्र पर्वत पर मेरी आराधना करेंगे। वहां मैं उनकी सेवा-आराधना को स्वीकार करूंगा। वहीं मैं तुम्हारी सब प्रकार की बलि, सर्वोत्तम वस्तुएं, उपहार, तुम्हारी पवित्र भेंट लूंगा।
इस्राएल देश के शासक का यह कर्त्तव्य है कि वह इन नियत पर्वों, नवचन्द्र दिवसों, और विश्राम-दिवसों पर अग्नि-बलि, अन्न-बलि और पेय-बलि का प्रबंध करे। वह इस्राएली जनता की ओर से प्रायश्चित करने के लिए पाप-बलि, अन्न-बलि, अग्नि-बलि और सहभागिता-बलि का प्रबंध करेगा।’
स्वामी-प्रभु यों कहता है : ‘भीतरी आंगन का पूर्व-मुखी फाटक सप्ताह के छ: दिन बन्द रहेगा, किन्तु वह सातवें दिन अर्थात् विश्राम-दिवस तथा नवचन्द्र-दिवस पर खुला रहेगा।
‘इस्राएल देश का शासक नवचन्द्र दिवस पर एक निर्दोष बछड़ा, छ: मेमने और एक मेढ़ा चढ़ाएगा। ये मेमने और मेढ़ा निर्दोष होने चाहिए।
यहूदा भी यरूशलेम में युद्ध करेगा। यरूशलेम नगर के चारों ओर के राष्ट्रों की धन-सम्पत्ति, सोना-चांदी और अपार मात्रा में बहुमूल्य वस्त्र एकत्र किए जाएंगे।
यरूशलेम नगर पर आक्रमण करने वाले राष्ट्रों में जो राष्ट्र नष्ट होने से बच जाएगा, वह प्रति वर्ष स्वर्गिक सेनाओं के प्रभु, समस्त पृथ्वी के राजा की आराधना करने के लिए यरूशलेम में आएगा। वह झोपड़ियों का पर्व मनाएगा।
यदि मिस्र देश का कोई परिवार वहां नहीं जाएगा और प्रभु को भेंट नहीं चढ़ाएगा, तो प्रभु उन पर उसी महामारी को भेजेगा, जो वह उन राष्ट्रों पर भेजता है जो झोपड़ियों का पर्व मनाने के लिए यरूशलेम नगर नहीं जाते।
यह महामारी मिस्र देश को दण्ड और उन तमाम राष्ट्रों को दण्ड स्वरूप मिलेगी, जो झोपड़ियों का पर्व मनाने के लिए यरूशलेम नगर नहीं जाते।
उदयाचल से अस्ताचल तक, समस्त राष्ट्रों में मेरा नाम महान है। हर स्थान में मेरे नाम पर धूप-द्रव्य और शुद्ध भेंट चढ़ाई जाती है। मैं, स्वर्गिक सेनाओं का प्रभु यह कहता हूं: समस्त राष्ट्रों में मेरा नाम महान है।
परन्तु वह समय आ रहा है, वरन् आ ही गया है, जब सच्चे आराधक आत्मा और सत्य में पिता की आराधना करेंगे। पिता ऐसे ही आराधकों को चाहता है।
प्रभु! कौन तुझ पर श्रद्धा और तेरे नाम की स्तुति नहीं करेगा? क्योंकि तू ही पवित्र है। सभी राष्ट्र आ कर तेरी आराधना करेंगे, क्योंकि तेरे न्यायसंगत निर्णय प्रकट हो गये हैं।”