उन्होंने फिर कहा, ‘आओ, हम अपने लिए एक नगर और ऐसी एक मीनार बनाएँ जिसका शिखर आकाश को स्पर्श करे। इस प्रकार हम नाम कमा लें। ऐसा न हो कि हमें समस्त पृथ्वी पर तितर-बितर होना पड़े।’
यशायाह 5:5 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) अब मैं तुम्हें बताता हूं, मैं अपने अंगूर-उद्यान के साथ कैसा व्यवहार करूंगा : मैं उसकी बाड़ हटा दूंगा, और तब पशु उसको चर जाएंगे। मैं उसकी दीवारें ढाह दूंगा, और राहगीर उसको रौंदेंगे। पवित्र बाइबल “अब मैं तुझको बताऊँगा कि अपने अंगूर के बगीचे के लिये मैं क्या कुछ करुँगा: वह कंटीली झाड़ी जो खेत की रक्षा करती है मैं उखाड़ दूँगा, और उन झाड़ियों को आग में जला दूँगा। पत्थर का परकोटा तोड़ कर गिरा दूँगा। बगीचे को रौंद दिया जायेगा। Hindi Holy Bible अब मैं तुम को जताता हूं कि अपनी दाख की बारी से क्या करूंगा। मैं उसके कांटे वाले बाड़े को उखाड़ दूंगा कि वह चट की जाए, और उसकी भीत को ढा दूंगा कि वह रौंदी जाए। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) अब मैं तुम को बताता हूँ कि अपनी दाख की बारी से क्या करूँगा। मैं उसके काँटेवाले बाड़े को उखाड़ दूँगा कि वह चट की जाए, और उसकी दीवार को ढा दूँगा कि वह रौंदी जाए। सरल हिन्दी बाइबल अब मैं तुम्हें बताऊंगा कि मैं अपनी बारी के चारों ओर बांधे हुए बाड़े को हटा दूंगा, ताकि पशु आकर उसे खा लें, और पौधों को नष्ट कर दें. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 अब मैं तुम को बताता हूँ कि अपनी दाख की बारी से क्या करूँगा। मैं उसके काँटेवाले बाड़े को उखाड़ दूँगा कि वह चट की जाए, और उसकी दीवार को ढा दूँगा कि वह रौंदी जाए। |
उन्होंने फिर कहा, ‘आओ, हम अपने लिए एक नगर और ऐसी एक मीनार बनाएँ जिसका शिखर आकाश को स्पर्श करे। इस प्रकार हम नाम कमा लें। ऐसा न हो कि हमें समस्त पृथ्वी पर तितर-बितर होना पड़े।’
इसलिए आओ, हम उतरकर वहाँ उनकी भाषा में ऐसा सम्भ्रम उत्पन्न करें कि वे एक दूसरे की भाषा समझ न सकें।’
मैंने सम्राट से कहा, ‘महाराज, सदा-सर्वदा जीवित रहें! महाराज, क्षमा करें; मैं उदास क्यों न होऊंगा जब कि मेरे पूर्वजों की कबरों का नगर उजाड़ पड़ा है, उसके प्रवेश-द्वार आग से जले हुए पड़े हैं?’
तो मैंने देखा कि खेत में कंटीली झाड़ियां उग आयी हैं, भूमि बिच्छू पौधे से ढक गई है; उसकी पत्थर की दीवार भी गिर गई है।
हत्या का समय, और स्वस्थ करने का समय, ढाहने का समय और निर्माण का भी समय निर्धारित है।
मैंने तुझे एक भक्तिहीन राष्ट्र को दण्ड देने के लिए भेजा; मेरा क्रोध भड़कानेवाली जाति को लूटने, उसकी सम्पत्ति का अपहरण करने, गली की कीचड़ की तरह उसे रौंदने के लिए तुझे भेजा।’
प्रभु का वरदहस्त इसी पर्वत पर रहेगा; वह सियोन पर्वत की रक्षा करेगा; किन्तु मोआबी कौम अपने देश में रौंद दी जाएगी, जैसे घास का तिनका गोबर के गड्ढे में रौंदा जाता है।
तब मौत से की गई तुम्हारी सन्धि टूट जाएगी, अधोलोक से किया गया तुम्हारा समझौता टिक नहीं पाएगा। जब प्रलय का जल-प्रवाह बहेगा, तब तुम उसमें डूब जाओगे।
ओ आत्म-सन्तुष्ट महिलाओ, एक वर्ष से कुछ अधिक समय बीतते ही तुम संकट में पड़ जाओगी: अंगूर की फसल नष्ट हो जाएगी, फलों की उपज नहीं होगी।
‘अब, यिर्मयाह, तू यहूदा प्रदेश की जनता और यरूशलेम के निवासियों से यह कह : “प्रभु यों कहता है : देखो, मैं तुम्हारा अनिष्ट करने का विचार कर रहा हूँ; मैं तुम्हारे विरुद्ध अनिष्ट की योजना बना रहा हूं। अत: प्रत्येक मनुष्य अपने बुरे मार्ग को छोड़कर मेरी ओर लौटे, और तुम-सब अपना-अपना आचरण और व्यवहार सुधारो।”
‘तुम सिदकियाह से यह कहोगे : “इस्राएल का प्रभु परमेश्वर यों कहता है : देख, जो युद्ध के हथियार तेरे हाथ में हैं, और जिनके बल पर तू बेबीलोन के राजा तथा कसदी सेना से, जिसने तुझ को शहरपनाह की बाहरी ओर से घेर लिया है, लड़ रहा है, वे हथियार निष्फल हो जाएंगे, और मैं इस नगर के चौक में उनका ढेर लगा दूंगा।
हनन्याह, प्राचीन काल से जो नबी मुझ से और तुम से पहले हुए हैं, उन्होंने अनेक देशों और राज्यों के विरुद्ध नबूवत की थी कि वे युद्ध, अकाल और महामारी से नष्ट हो जाएंगे।
प्रभु ने मुझसे कहा, “यिर्मयाह, तू उससे कहना: प्रभु यों कहता है : जो मैंने बनाया था, उसको अब मैं ध्वस्त कर रहा हूं। जिसको मैंने रोपा था, अब उसको मैं उखाड़ रहा हूं - अर्थात् इस सम्पूर्ण देश को।
‘मुझ में निवास करनेवाले सब योद्धाओं को स्वामी ने मौत के घाट उतार दिया। स्वामी ने मेरे विरुद्ध ऐसे दल को बुलाया जिसने मेरे जवानों को रौंद डाला। स्वामी ने यहूदा प्रदेश की कुंआरी कन्या को पेर दिया, जैसे रस-कुण्ड में अंगूर पेरा जाता है।
उसने अपना मन्दिर उद्यान के मचान की तरह अचानक गिरा दिया; अपने निर्धारित पर्वों के पवित्र स्थान को खण्डहर बना दिया। प्रभु ने सियोन में निर्धारित पर्व और विश्राम- दिवस समाप्त कर दिए; उसने अत्यन्त क्रुद्ध हो राजा और पुरोहित दोनों को त्याग दिया।
संसार के राजा और पृथ्वी के निवासी यह विश्वास नहीं करते थे कि बैरी अथवा शत्रु यरूशलेम के द्वारों से प्रवेश कर सकेंगे।
“तब मैंने एक भक्त को बोलते हुए सुना। एक और भक्त इस बोलनेवाले भक्त से पूछ रहा था, “नित्य अग्निबलि और विध्वंसकारी अधर्म के विषय में जो दर्शन दिखाया गया है वह कब पूरा होगा? पवित्र स्थान के तोड़-फोड़ तथा स्वर्ग की सेना के तारागणों का रौंदा जाना कब तक होता रहेगा?”
जिन अंगूर-उद्यानों और अंजीर-कुंजों के विषय में उसने यह कहा था, ‘यह मेरी कमाई है, मेरे प्रेमियों ने मुझे यह उपहार में दिया है’, उनको मैं उजाड़ दूंगा, जंगल बना दूंगा, जंगली जानवर उनको चर जाएंगे।
देख, अब मैं उसे मोहित करके, निर्जन प्रदेश में ले जाऊंगा; मैं वहाँ उससे प्रेम से बातें करूंगा।
लोग तलवार की धार से मृत्यु के घाट उतारे जाएँगे। उन को बन्दी बना कर सब राष्ट्रों में ले जाया जाएगा और यरूशलेम गैर-यहूदी राष्ट्रों द्वारा तब तक रौंदा जाएगा, जब तक उन राष्ट्रों का समय पूरा न हो जाए।
किन्तु मन्दिर का बाहरी प्रांगण छोड़ देना, उसे मत नापना; क्योंकि वह अन्यधर्मियों के हवाले कर दिया गया है और वे पवित्र नगर को बयालीस महीनों तक रौंदते रहेंगे।