पर अधम व्यक्ति उन निकम्मी कंटीली झाड़ियों के समान हैं, जिन्हें हाथों से एकत्र नहीं कर सकते।
यशायाह 27:4 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) मुझ में अब कोप नहीं रहा। यदि मैं कंटीले झाड़-झंखाड़ पाऊंगा, तो मैं उसके विरुद्ध युद्ध छेड़ दूंगा, मैं उन-सब को भस्म कर दूंगा। पवित्र बाइबल मैं कुपित नहीं होऊँगा। यदि काँटे कँटेली मुझे वहाँ मिले तो मैं वैसे रौंदूगा जैसे सैनिक रौंदता चला जाता है और उनको फूँक डालूँगा। Hindi Holy Bible मेरे मन में जलजलाहट नहीं है। यदि कोई भांति भांति के कटीले पेड़ मुझ से लड़ने को खड़े करता, तो मैं उन पर पांव बढ़ाकर उन को पूरी रीति से भस्म कर देता। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) मेरे मन में जलजलाहट नहीं है। यदि कोई भाँति भाँति के कटीले पेड़ मुझ से लड़ने को खड़े करता, तो मैं उन पर पाँव बढ़ाकर उनको पूरी रीति से भस्म कर देता। सरल हिन्दी बाइबल मैं कठोर नहीं हूं. किंतु यदि कंटीले झाड़ मेरे विरुद्ध खड़े होंगे! तो मैं उन्हें पूर्णतः भस्म कर दूंगा. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 मेरे मन में जलजलाहट नहीं है। यदि कोई भाँति-भाँति के कटीले पेड़ मुझसे लड़ने को खड़े करता, तो मैं उन पर पाँव बढ़ाकर उनको पूरी रीति से भस्म कर देता। |
पर अधम व्यक्ति उन निकम्मी कंटीली झाड़ियों के समान हैं, जिन्हें हाथों से एकत्र नहीं कर सकते।
जिन्हें कोई भी हाथ से स्पर्श नहीं करता; किन्तु उन्हें लोहे की छड़ से, भाले की नोक से उठाकर आग में झोंक देते हैं।’
इस्राएल की ज्योति अग्नि में बदल जाएगी। इस्राएल का पवित्र परमेश्वर ज्वाला बन जाएगा। असीरिया राष्ट्र के कंटीले झाड़-झंखाड़ को धधकती अग्नि एक ही दिन में जला कर राख कर देगी।
तू उस दिन यह कहेगा : “प्रभु, मैं तुझे धन्यवाद देता हूं। यद्यपि तू मुझ पर क्रोधित था, तथापि तेरा क्रोध अब शान्त हो गया, और तूने मुझे सांत्वना दी।
कौमें जले हुए चूने के सदृश राख का ढेर बन जाएंगी, जैसे कांटों को काटकर आग में झोंक देते हैं, वैसे ही राष्ट्र आग में झोंक दिए जाएंगे।”
दुष्टता अग्नि के सदृश धधकती है; वह कंटीले झाड़-झंखाड़ को भस्म करती है। वह जंगल की घनी झाड़ियों में भी आग लगाती है, और मनुष्य धूएँ के घने बादल में सिमट कर ऊपर लुप्त हो जाते हैं।
‘मैं-प्रभु यह कहता हूं, कि मैंने तुम्हारी भलाई के लिए योजनाएं बनाई हैं, बुराई के लिए नहीं; और मैं इन योजनाओं को अच्छी तरह जानता हूं। मैंने तुम्हारे लिए एक सुखद भविष्य की योजना बनाई है। मैं तुम्हें एक आशामय भविष्य दूंगा।
मैं तेरे सब कुकर्मों को क्षमा कर दूंगा ताकि तू अपने कुकर्मों को स्मरण करे, और उनके लिए लज्जित हो। तब तू अपनी इस लज्जा के कारण अपना मुंह फिर खोलने का साहस नहीं करेगी।’ स्वामी-प्रभु की यही वाणी है।
तुम अपने पैरों से दुर्जनों को रौंदोगे, और वे तुम्हारे पैरों के नीचे की राख बन जाएंगे। यह उस दिन होगा, जब मैं कार्रवाई करूँगा,’ स्वर्गिक सेनाओं के प्रभु ने यह कहा है।
वह हाथ में सूप ले चुके हैं। वह अपना खलिहान ओसा कर साफ करेंगे और अपना गेहूँ बखार में जमा करेंगे। किन्तु वह भूसी को कभी न बुझने वाली आग में जला देंगे।”
किन्तु यदि वह काँटे और ऊंटकटारे उगाती है, तो वह बेकार है। उस पर अभिशाप पड़ने वाला है और अन्त में उसे जलाया जायेगा।
इस प्रकार हम देखते हैं कि प्रभु धर्मात्माओं को संकटों से छुड़ाने और विधर्मियों को दण्ड देने के लिए उन्हें न्याय के दिन तक रख छोड़ने में समर्थ है,