इनके अतिरिक्त उनके नौकर-चाकरों की संख्या सात हजार तीन सौ सैंतीस तथा मन्दिर के गायक-गायिकाओं की संख्या दो सौ थी।
यशायाह 14:2 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) अनेक कौमों के लोग इस्राएलियों को उनके देश पहुँचाने के लिए उनके साथ जाएंगे। इस्राएल के वंशज उन्हें अपने देश में, प्रभु के देश में, सेवक और सेविका के रूप में प्राप्त करेंगे। जिन्होंने इस्राएलियों को बन्दी बनाया था, अब उनको इस्राएली अपना बन्दी बनाएंगे; जिन्होंने उन पर शासन किया था, अब वे उन पर शासन करेंगे। पवित्र बाइबल वे जातियाँ इस्राएल की धरती के लिये इस्राएल के लोगों को फिर वापस ले लेंगी। दूसरी जातियों के वे स्त्री पुरुष इस्राएल के दास हो जायेंगे। बीते हुए समय में उन लोगों ने इस्राएल के लोगों को बलपूर्वक अपना दास बनाया था। इस्राएल के लोग उन जातियों को हरायेंगे और फिर इस्राएल उन पर शासन करेगा। Hindi Holy Bible और देश देश के लोग उन को उन्हीं के स्थान में पहुंचाएंगे, और इस्राएल का घराना यहोवा की भूमि पर उनका अधिकारी हो कर उन को दास और दासियां बनाएगा; क्योंकि वे अपने बंधुवाई में ले जाने वालों को बंधुआ करेंगे, और जो उन पर अत्याचार करते थे उन पर वे शासन करेंगे॥ पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) देश देश के लोग उनको उन्हीं के स्थान में पहुँचाएँगे, और इस्राएल का घराना यहोवा की भूमि पर उनका अधिकारी होकर उनको दास औैर दासियाँ बनाएगा, क्योंकि वे अपने बँधुआई में ले जानेवालों को बन्दी बनाएँगे, और जो उन पर अत्याचार करते थे उन पर वे शासन करेंगे। सरल हिन्दी बाइबल देश-देश के लोग उन्हें उन्हीं के स्थान में आने के लिए सहायता करेंगे जो याहवेह ने उन्हें दिया है, वह देश इस्राएल के दास और दासियां होंगे. इस्राएल उन्हें अपना बंदी बना लेंगे जिनके वे बंदी हुआ करते थे वे उन पर शासन करेंगे जिन्होंने उन पर अत्याचार किया था. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 देश-देश के लोग उनको उन्हीं के स्थान में पहुँचाएँगे, और इस्राएल का घराना यहोवा की भूमि पर उनका अधिकारी होकर उनको दास और दासियाँ बनाएगा; क्योंकि वे अपने बँधुवाई में ले जानेवालों को बन्दी बनाएँगे, और जो उन पर अत्याचार करते थे उन पर वे शासन करेंगे। |
इनके अतिरिक्त उनके नौकर-चाकरों की संख्या सात हजार तीन सौ सैंतीस तथा मन्दिर के गायक-गायिकाओं की संख्या दो सौ थी।
वह ऊंचे स्थान पर चढ़ गया; और बन्दियों को पकड़कर ले गया; उसने लोगों से, विद्रोहियों से भी, उपहार लिया। प्रभु परमेश्वर वहां निवास करेगा।
उस समय उस कौम के लोग जिनसे दूर और पास के सब देश डरते हैं, जो ऊंचे-ऊंचे और चिकनी चमड़ीवाले हैं, जो शक्तिशाली और विजयी राष्ट्र हैं, जिनका देश नदियों के द्वारा कटा हुआ है, स्वर्गिक सेनाओं के प्रभु को भेंट चढ़ाएंगे। उनकी भेंट सियोन पर्वत पर, जहाँ स्वर्गिक सेनाओं के प्रभु का नाम प्रतिष्ठित है लाई जाएगी।
“असीरिया राष्ट्र तलवार से मौत के घाट उतारा जाएगा, पर यह तलवार मनुष्य की नहीं होगी! यह तलवार उसका पूर्ण संहार करेगी। असीरियाई सेना इस तलवार के कारण उसके सम्मुख से भागेगी; उसके सैनिक बन्दी होंगे, और वे बेगार करेंगे।
प्रभु इस्राएली लोगों से यों कहता है: ‘मिस्र देश की धन-सम्पत्ति, इथियोपिआ देश की व्यापार-सामग्री तेरी हो जाएगी। ऊंचे कदवाले सबाई लोग तेरे पास आएंगे और वे तेरे हो जाएंगे; वे तेरा अनुसरण करेंगे। वे बेड़ियों में बंधे हुए तेरे पास आएंगे और तेरे सम्मुख सिर झुकाएंगे। वे तुझ से यह कहते हुए अनुनय-विनय करेंगे, “ईश्वर केवल आपके साथ है, उसे छोड़ दूसरा कोई ईश्वर नहीं है; उसके अतिरिक्त अन्य ईश्वर नहीं है।” ’
स्वामी प्रभु यों कहता है : ‘देख, मैं संकेत देने के लिए राष्ट्रों की ओर अपना हाथ उठाऊंगा, मैं कौमों की ओर अपना झण्डा खड़ा करूंगा। वे तेरे पुत्रों को अपनी गोद में उठा लेंगे, और उनको वापस लाएंगे; वे तेरी पुत्रियों को कन्धों पर बैठा कर लाएंगे।
राजा तेरे बच्चों के पालक-पिता होंगे; रानियाँ उनको दूध पिलानेवाली धाइयाँ बनेंगी। वे भूमि की ओर सिर झुकाकर तुझे प्रणाम करेंगे, वे तेरे पैरों की धूल चाटेंगे। तब तुझे अनुभव होगा कि निस्सन्देह मैं ही प्रभु हूं; जो लोग मेरी प्रतीक्षा करते हैं, वे निराश नहीं होंगे।
पर प्रभु यों कहता है, ‘मैं निस्सन्देह, शेर के मुंह से उसका शिकार छुड़ाऊंगा, अत्याचारी के हाथ से उसका बन्दी छीनूंगा। जो तुझसे लड़ते हैं, उनसे मैं लड़ूंगा; और मैं तेरे पुत्र-पुत्रियों को बचाऊंगा।
क्योंकि अब तू दाएं-बाएँ फैलेगी, तेरे वंशज राष्ट्रों पर अधिकार करेंगे, वे उजाड़ नगरों को आबाद करेंगे।
जिन्होंने तुझ पर अत्याचार किया था, उनकी सन्तान सिर झुकाए हुए तेरे पास आएगी; जो तुझसे घृणा करते थे, वे तेरे चरणों पर गिरकर तुझे साष्टांग प्रणाम करेंगे। वे तुझे इस नाम से पुकारेंगे: “प्रभु की नगरी” , “इस्राएल के पवित्र परमेश्वर का नगर-सियोन।”
अपनी आंखें उठा, और चारों ओर देख: वे सब एकत्र होकर तेरे पास आ रहे हैं। तेरे पुत्र दूर देशों से आ रहे हैं, तेरी पुत्रियाँ गोद में लाई जा रही हैं।
विदेशी सेवक तुम्हारी सेवा करेंगे; वे तुम्हारी भेड़-बकरियाँ चराएंगे; तुम्हारे मध्य प्रवास करनेवाले परदेशी तुम्हारे अंगूर-उद्यान में मजदूरी करेंगे।
प्रभु यों कहता है : ‘मैं यरूशलेम की समृद्धि को नदी की बाढ़ के सदृश बनाऊंगा; राष्ट्रों की सम्पत्ति को उमड़ती हुई जल-धारा के समान उसकी ओर प्रवाहित करूंगा। ओ यरूशलेम के पुत्र-पुत्रियो! तुम अपनी मां का स्तन-पान करोगे! वह तुम्हें अपनी पीठ पर बैठाकर ले जाएगी। तुम उसके घुटनों पर कूदोगे।
सुन, जो तुझ को खाते हैं, उनको भी दूसरे खा लेंगे। तेरा प्रत्येक बैरी, तेरे सब शत्रु बन्दी बनकर अपने देश से निष्कासित होंगे। तुझको लूटनेवाला स्वयं लूटा जाएगा; जो तुझको हड़पेगा, उसको दूसरे हड़प लेंगे।
इसलिए, मैं-प्रभु कहता हूं : देखो, वे दिन आ रहे हैं, जब मैं अम्मोन राष्ट्र की राजधानी रब्बाह के विरुद्ध उसके शत्रु को भड़काऊंगा, और चारों ओर युद्ध की आवाज सुनाई देगी; रब्बाह उजड़ जाएगा, वह खण्डहर बन जाएगा। उसके गांव और कस्बे आग से भस्म हो जाएंगे। तब जिन लोगों ने इस्राएली राष्ट्र को उसके देश से निकाल दिया था, इस्राएली उनको उनके देश से निकाल देंगे। प्रभु की यह वाणी है।
अस्त्र-शस्त्रों से उन्हें इतनी लकड़ी मिलेगी कि उन्हें जंगल में लकड़ी बीनने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी, और न ही वे जंगलों के पेड़ों से लकड़ी काटेंगे। वे शत्रुओं के हथियारों को ही जलाया करेंगे। जिन्होंने उनको लूटा था, अब वे उनको लूटेंगे। जिन्होंने उनकी धन-सम्पत्ति छीनी थी, अब वे उनकी धन-सम्पत्ति छीनेंगे; स्वामी-प्रभु की यही वाणी है।
किन्तु सर्वोच्च परमेश्वर के भक्त ही राज्य को प्राप्त करेंगे। वे सदा-सर्वदा उस राज्य पर अधिकार करेंगे, युगानुयुग तक।”
मैं तुम्हारे पुत्रों और पुत्रियों को यहूदा प्रदेश के निवासियों के हाथ में बेचूंगा और वे उनको सुदूर राष्ट्र के हाथ में, शबाई राष्ट्र के हाथ में बेच देंगे, मुझ-प्रभु का यह सन्देश है।’
यदि तुम्हें दास-दासियों की आवश्यकता है तो अपने आस-पास निवास करने वाली जातियों में से दास-दासियां खरीदना।
सियोन पर्वत पर बचे हुए लोग निवास करेंगे। सियोन पर्वत पुन: पवित्र होगा, याकूब वंशीय पुन: अपना अधिकार प्राप्त करेंगे।
ओ सब प्राणियो, प्रभु के सम्मुख मौन रहो। प्रभु उत्तेजित हो कर अपने पवित्र निवास-स्थान से बाहर निकल रहा है।
मैं उन पर अपना हाथ उठाऊंगा, और उनके गुलाम स्वयं उन्हें लूट लेंगे।’ तब तुम्हें ज्ञात होगा कि स्वर्गिक सेनाओं के प्रभु ने मुझे भेजा है।
परन्तु यदि वह सेवक अपने मन में कहे, ‘मेरा स्वामी आने में देर कर रहा है’ और वह दास-दासियों को पीटने, खाने-पीने और नशेबाजी करने लगे,
उनका यह संकल्प उचित ही है—वास्तव में वे यरूशलेम के सन्तों के ऋणी भी हैं, क्योंकि यदि गैर-यहूदी लोग यहूदियों की आध्यात्मिक सम्पत्ति के भागी बने, तो गैर-यहूदियों को अपनी लौकिक सम्पत्ति से उनकी सार्वजनिक सेवा करना चाहिए।
भाइयो और बहिनो! आप जानते हैं कि आप लोग स्वतन्त्र होने के लिए बुलाये गये हैं। अत: आप इस स्वतन्त्रता को शारीरिक वासनाओं का साधन न बनाएं, वरन् प्रेम से एक दूसरे की सेवा करें,
इसलिए धर्मग्रन्थ कहता है, “वह ऊंचाई पर चढ़ा और बन्दियों को बांध ले गया। उसने मनुष्यों को वरदान दिये।”
देखो, शैतान के सभागृह के उन सदस्यों को, जो अपने को यहूदा-वासी कहते हैं, किन्तु यहूदा के नहीं हैं और झूठ बोलते हैं, मैं उनको बाध्य करूँगा कि वे आ कर तुम्हारे चरणों पर गिरें और यह जानें कि मैं तुम से प्रेम करता हूँ।