इस्राएल का परमेश्वर बोला, “इस्राएल की चट्टान” ने मुझसे यह कहा : “मनुष्यों पर न्यायपूर्वक राज्य करने वाला, परमेश्वर की भक्ति करते हुए शासन करने वाला शासक
यशायाह 11:1 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) यिशय वंश के तने से एक शाखा निकलेगी; उसकी जड़ से एक टहनी फूटेगी, और फलवंत होगी। पवित्र बाइबल यिशै के तने (वंश) से एक छोटा अंकुर (पुत्र) फूटना शुरु होगा। यह अब शाखा यिशै के मूल से फूटेगी। Hindi Holy Bible तब यिशै के ठूंठ में से एक डाली फूट निकलेगी और उसकी जड़ में से एक शाखा निकल कर फलवन्त होगी। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) तब यिशै के ठूँठ में से एक डाली फूट निकलेगी और उसकी जड़ में से एक शाखा निकलकर फलवन्त होगी। सरल हिन्दी बाइबल यिशै के जड़ से एक कोंपल निकलेगी; और एक डाली फलवंत होगी. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 तब यिशै के ठूँठ में से एक डाली फूट निकलेगी और उसकी जड़ में से एक शाखा निकलकर फलवन्त होगी। (प्रेरि. 13:23, यिर्म. 23:5, प्रका. 22:16) |
इस्राएल का परमेश्वर बोला, “इस्राएल की चट्टान” ने मुझसे यह कहा : “मनुष्यों पर न्यायपूर्वक राज्य करने वाला, परमेश्वर की भक्ति करते हुए शासन करने वाला शासक
उस दिन यिशय का वंश-मूल देश-देश के लोगों के लिए एक पताका बनेगा। राष्ट्र उसको ढूंढ़ेंगे। उसका निवास-स्थान तेजोमय होगा।
उस दिन प्रभु का अंकुर, जिसको उसने रोपा था, सुन्दर और भव्य होगा, शेष बचे हुए इस्राएलियों के लिए भूमि की उपज गौरव और गर्व की बात होगी।
प्रभु का सेवक एक नन्हा पौधा-जैसा उसके सम्मुख उगा; वह जड़ के सदृश शुष्क भूमि से फूटा। उसमें न रूप था, और न आकर्षण कि हम उसे देखते; उसमें सुन्दरता भी न थी, कि हम उसकी कामना करते।
यदि जनसंख्या का दसवां अंश भी शेष रहेगा, तो वह भी नष्ट होगा, जैसे तारपीन अथवा बांज वृक्ष के कट जाने पर उनका ठूंठ शेष रहता है।’ उनका ठूंठ एक पवित्र वंश है।
देखो, हमारे लिए एक बालक का जन्म हुआ है; हमें एक पुत्र दिया गया है। राज-सत्ता उसके कंधों पर है। उसका यह नाम रखा जाएगा : ‘अद्भुत् परामर्शदाता’, ‘शक्तिमान ईश्वर’, ‘शाश्वत पिता’, ‘शान्ति का शासक’।
उसकी राज्य-सत्ता बढ़ती जाएगी, उसके कल्याणकारी कार्यों का अन्त न होगा। वह दाऊद के सिंहासन पर बैठेगा, और उसके राज्य को संभालेगा। वह अब से लेकर सदा के लिए न्याय के कार्यों से उसको सुदृढ़ करेगा, अपने धार्मिक आचरण से उसे सम्भालेगा। स्वर्गिक सेनाओं के प्रभु का धर्मोत्साह यह कार्य पूर्ण करेगा!
प्रभु कहता है, ‘देखो, समय आ रहा है, जब मैं दाऊद के वंश-वृक्ष में एक शाखा निकालूंगा, और वह धार्मिक पुरुष होगा। वह राजा के रूप में राज्य करेगा। वह बुद्धि से शासन करेगा, और अपने देश में न्याय और धर्म से राज्य करेगा।
मैं उन दिनों में, उस समय दाऊद के वंश-वृक्ष में एक शाखा निकालूंगा, और वह धार्मिक पुरुष होगा। वह अपने देश में न्याय और धर्म से राज्य करेगा।
स्वामी-प्रभु यों कहता है : ‘मैं भी देवदार वृक्ष की ऊंची फुनगी से एक टहनी लूंगा, और उसको भूमि पर लगाऊंगा। मैं उसकी सबसे ऊंची शाखा में से एक टहनी तोड़ूंगा, और उसको एक बहुत ऊंचे पहाड़ पर लगाऊंगा।
जो देश मैंने अपने सेवक याकूब को दिया था, वहां वे अपने पूर्वजों के देश में पुन: निवास करेंगे। वे और उनके वंशज, पीढ़ी से पीढ़ी तक वहीं स्थायी रूप से रहेंगे; और मेरे सेवक दाऊद के वंशज युग-युगांतर उनके प्रशासक होंगे।
‘ओ बेतलेहम एप्राता, तू निस्सन्देह यहूदा प्रदेश के सब नगरों में छोटा है; पर तुझसे ही वह व्यक्ति निकलेगा, जो मुझ-प्रभु के लिए इस्राएली राष्ट्र पर शासन करेगा। उसका उद्गम प्राचीन काल से, पुराने जमाने से है।’
महापुरोहित यहोशुअ, सुन! तेरे साथ तेरे पुरोहित मित्र भी सुनें, जो तेरे सम्मुख बैठे हैं, क्योंकि ये शुभ शकुन हैं। मैं अपने सेवक को, राजवंश की एक “शाखा” को लाऊंगा।
और उससे यह कह : “स्वर्गिक सेनाओं का प्रभु कहता है, उस पुरुष को देख जिसका नाम ‘शाखा’ है। जिस स्थान पर वह है, वहां से वह उगेगा और प्रभु के मन्दिर का निर्माण करेगा।
और नबी यशायाह भी यह कहते हैं, “यिशय का वंश-मूल प्रकट होगा, राष्ट्रों पर शासन करने के लिए उसका उत्थान होगा और राष्ट्र उसी की आशा करेंगे।”
क्योंकि यह तो प्रत्यक्ष है कि हमारे प्रभु येशु यहूदा के कुल में उत्पन्न हुए हैं और मूसा ने पुरोहितों के विषय में लिखते समय उस कुल का उल्लेख नहीं किया।
“मैं − येशु − ने कलीसियाओं के विषय में ये बातें प्रकट करने के लिए अपना दूत तुम्हारे पास भेजा है। मैं दाऊद का श्रेष्ठ वंशज तथा सन्तान हूँ, प्रभात का उज्ज्वल तारा हूँ।”
इस पर धर्मवृद्धों में से एक ने मुझ से कहा, “मत रोओ! देखो, वह, जो यहूदा कुल का सिंह है, जो दाऊद का श्रेष्ठ वंशज है, वह विजयी हुआ है। वह पुस्तक और उसकी सात मोहरें खोलने योग्य है।”
पड़ोसिनों ने बालक का नाम ‘ओबेद’ रखा। उन्होंने कहा, ‘नाओमी को एक पुत्र उत्पन्न हुआ है।’ यह बालक यिशय का पिता तथा दाऊद का दादा बना।
शाऊल ने उससे पूछा, ‘लड़के, तुम किसके पुत्र हो?’ दाऊद ने उत्तर दिया, ‘महाराज, मैं बेतलेहम नगर में रहने वाले आपके सेवक यिशय का पुत्र हूँ।’