पर यदि वे उसकी बात नहीं मानते, तो तलवार से नष्ट हो जाते हैं, वे बिना ज्ञान के मर जाते हैं।
यशायाह 1:20 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) परन्तु यदि तुम मुझ-प्रभु की आज्ञा का उल्लंघन करोगे और मुझसे विद्रोह करोगे, तो तुम तलवार से मौत के घाट उतारे जाओगे।’ प्रभु ने अपने मुंह से यह कहा है। पवित्र बाइबल किन्तु यदि तुम सुनने से मना करते हो तुम मेरे विरुद्ध होते हो, और तुम्हारे शत्रु तुम्हें नष्ट कर डालेंगे।” यहोवा ने ये बातें स्वयं ही कहीं थीं। Hindi Holy Bible तो इस देश के उत्तम से उत्तम पदार्थ खाओगे; और यदि तुम ना मानो और बलवा करो, तो तलवार से मारे जाओगे; यहोवा का यही वचन है॥ पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) तो इस देश के उत्तम उत्तम पदार्थ खाओगे; और यदि तुम न मानो और बलवा करो, तो तलवार से मारे जाओगे; यहोवा का यही वचन है।” सरल हिन्दी बाइबल और यदि तुम विरोध करो और बात न मानोगे, तो तलवार से मार दिये जाओगे.” यह याहवेह का यही वचन है! इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 तो इस देश के उत्तम से उत्तम पदार्थ खाओगे; और यदि तुम न मानो और बलवा करो, तो तलवार से मारे जाओगे; यहोवा का यही वचन है।” |
पर यदि वे उसकी बात नहीं मानते, तो तलवार से नष्ट हो जाते हैं, वे बिना ज्ञान के मर जाते हैं।
दुर्जन को धिक्कार है; क्योंकि उसका बुरा होगा। जैसा उसने किया है, वैसा ही उसके साथ किया जायेगा।
ओ यरूशलेम नगरी, तेरे सैनिक तलवार से मौत के घाट उतारे जाएंगे; तेरे वीर योद्धा युद्ध-भूमि में मारे जाएंगे।
प्रभु के ग्रन्थ में ढूंढ़ो, और उसको पढ़ो। उपरोक्त पक्षियों में से एक भी नहीं छूटा; एक भी पक्षी बिना अपने जोड़े के नहीं रहेगा। प्रभु ने अपने मुख से यह आदेश दिया है, उसके आत्मा ने उन्हें एकत्र किया है।
तब प्रभु की महिमा प्रकट होगी, और समस्त मनुष्यजाति उसको एक-साथ देखेगी। प्रभु ने अपने मुख से यह कहा है।”
तो तुझे मुझ-प्रभु में सुख प्राप्त होगा, और मैं तुझे पृथ्वी के उच्चतम स्थानों में विजय प्रदान करूंगा; मैं तुझे तेरे पिता याकूब का उत्तराधिकार भोगने के लिए प्रदान करूंगा। स्वयं मेरे मुंह से यह वचन निकला है।
मैं तुम्हारी ‘नियति’ तलवार को निश्चित् करूंगा; तुम-सब को वध के लिए गर्दन झुकानी होगी; क्योंकि मैंने तुम्हें पुकारा, पर तुमने मुझे उत्तर नहीं दिया। जब मैं तुमसे बोला, तो तुमने नहीं सुना। किन्तु तुमने वही किया जो मेरी दृष्टि में बुरा था; तुमने उसको पसन्द किया, जो मुझे नापसन्द था।’
‘मुझ-प्रभु को, शिलोह जल-स्रोत को, मंद-मंद बहनेवाले जल को, इस राष्ट्र ने त्याग दिया है; और यह राजा रसीन और राजा बेन-रमल्याह से प्रसन्न है।
‘किन्तु यदि तुम मेरा वचन नहीं सुनोगे, और विश्राम दिवस को पवित्र नहीं रखोगे; यदि विश्राम दिवस पर किसी प्रकार का बोझ उठा कर यरूशलेम के प्रवेश-द्वारों से प्रवेश करोगे, तो मैं उन द्वारों में आग लगा दूंगा, और यह आग यरूशलेम के महलों को भस्म कर देगी, और कभी नहीं बुझेगी।’
‘यिर्मयाह, तू यहूदा प्रदेश की जनता से कहना: “प्रभु यों कहता है: देख, मैंने तुम्हारे सम्मुख एक ओर जीवन का मार्ग और दूसरी ओर मृत्यु का मार्ग रखा है।
‘यिर्मयाह, तू उनसे यह कहना : “प्रभु यों कहता है : यदि तुम मेरी बात नहीं सुनोगे, जो व्यवस्था मैंने तुम्हारे सामने रखी है, उस पर नहीं चलोगे,
जैसे खेत के रखवाले खेत के चारों ओर चक्कर लगाते हैं वैसे ही वे यरूशलेम को घेर रहे हैं। क्योंकि उसने मुझसे विद्रोह किया था,’ प्रभु की यह वाणी है।
‘मिस्र देश में घोषणा करो, मिग्दोल में सुनाओ, मेमफिस और तहपन्हेस नगरों में घोषणा करो, और लोगों से यह कहो, “मरने के लिए तैयार हो जाओ, तुम्हारा वध करने के लिए तुम्हारे चारों और तलवार घूम रही है।”
मैं तुम पर शत्रु का आक्रमण कराऊंगा जो तुमसे विधान-भंग का प्रतिशोध लेगा। यदि तुम अपने नगरों में एकत्र होगे तो मैं तुम पर महामारियां भेजूंगा और तुम शत्रुओं के हाथ में पड़ जाओगे।
मैं तुम्हें अनेक राष्ट्रों में तितर-बितर करूंगा और तुम्हारे विरुद्ध स्वयं मैं म्यान से तलवार निकालूंगा। तुम्हारा देश निर्जन हो जाएगा। तुम्हारे नगर उजाड़ हो जाएंगे।
हर आदमी अपने अंगूर-उद्यान में, अपने अंजीर वृक्ष के नीचे निश्चिंत बैठेगा, उसे शत्रु के आक्रमण का डर नहीं होगा। स्वर्गिक सेनाओं के प्रभु ने स्वयं यह कहा है।
परमेश्वर मनुष्य नहीं है कि वह झूठ बोले, और न वह मनुष्य का पुत्र है कि पश्चात्ताप करे! जो उसने कहा, क्या वह उसको न करे? जो वह बोले, क्या वह उसको पूर्ण न करे?
और शाश्वत जीवन की आशा का आधार है। सत्यवादी परमेश्वर ने अनादि काल से इस जीवन की प्रतिज्ञा की थी।
परन्तु यदि तुम प्रभु की वाणी नहीं सुनोगे, उसकी आज्ञाओं-आदेशों के प्रति विद्रोह करोगे, तो प्रभु का हाथ तुम्हारे और तुम्हारे राजा के विरुद्ध उठेगा।
पर यदि तुम दुष्कर्म करते ही रहोगे तो तुम्हारा और तुम्हारे राजा का सर्वनाश हो जाएगा।’
इसके अतिरिक्त इस्राएल का महिमामय परमेश्वर झूठ नहीं बोलता, और न अपने वचन से मुँह मोड़ता है। वह मनुष्य नहीं है कि अपने वचन से मुँह मोड़े।’