यहूदा को यह व्यभिचार-कर्म बड़ा हल्का जान पड़ा। अत: उसने पत्थरों और काठ स्तम्भों की पूजा करके सारे प्रदेश को भ्रष्ट कर दिया।
मत्ती 5:32 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) परन्तु मैं तुम से कहता हूँ : व्यभिचार को छोड़ किसी अन्य कारण से जो कोई अपनी पत्नी का परित्याग करता है, वह उस से व्यभिचार कराता है और जो परित्यक्ता से विवाह करता है, वह व्यभिचार करता है। पवित्र बाइबल किन्तु मैं तुमसे कहता हूँ कि हर वह व्यक्ति जो अपनी पत्नी को तलाक देता है, यदि उसने यह तलाक उसके व्यभिचारी आचरण के कारण नहीं दिया है तो जब वह दूसरा विवाह करती है, तो मानो वह व्यक्ति ही उससे व्यभिचार करवाता है। और जो कोई उस छोड़ी हुई स्त्री से विवाह रचाता है तो वह भी व्यभिचार करता है। Hindi Holy Bible परन्तु मैं तुम से यह कहता हूं कि जो कोई अपनी पत्नी को व्यभिचार के सिवा किसी और कारण से छोड़ दे, तो वह उस से व्यभिचार करवाता है; और जो कोई उस त्यागी हुई से ब्याह करे, वह व्यभिचार करता है॥ पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) परन्तु मैं तुम से यह कहता हूँ कि जो कोई अपनी पत्नी को व्यभिचार के सिवा किसी और कारण से तलाक दे, तो वह उससे व्यभिचार करवाता है; और जो कोई उस त्यागी हुई से विवाह करे, वह व्यभिचार करता है। नवीन हिंदी बाइबल परंतु मैं तुमसे कहता हूँ कि जो कोई व्यभिचार को छोड़ किसी और कारण से अपनी पत्नी को तलाक देता है, वह उससे व्यभिचार करवाता है, और यदि कोई त्यागी हुई स्त्री से विवाह करता है, वह व्यभिचार करता है। सरल हिन्दी बाइबल किंतु मेरा तुमसे कहना है कि हर एक, जो वैवाहिक व्यभिचार के अलावा किसी अन्य कारण से अपनी पत्नी से तलाक लेता है, वह अपनी पत्नी को व्यभिचार की ओर ढकेलता है और जो कोई उस त्यागी हुई से विवाह करता है, व्यभिचार करता है. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 परन्तु मैं तुम से यह कहता हूँ कि जो कोई अपनी पत्नी को व्यभिचार के सिवा किसी और कारण से तलाक दे, तो वह उससे व्यभिचार करवाता है; और जो कोई उस त्यागी हुई से विवाह करे, वह व्यभिचार करता है। |
यहूदा को यह व्यभिचार-कर्म बड़ा हल्का जान पड़ा। अत: उसने पत्थरों और काठ स्तम्भों की पूजा करके सारे प्रदेश को भ्रष्ट कर दिया।
परन्तु मैं तुम से कहता हूँ : जो कोई बुरी इच्छा से किसी स्त्री पर दृष्टि डालता है, वह अपने मन में उसके साथ व्यभिचार कर चुका है।
“जो पति अपनी पत्नी का परित्याग करता और किसी दूसरी स्त्री से विवाह करता है, वह व्यभिचार करता है, और जो पति द्वारा परित्यक्ता से विवाह करता है, वह भी व्यभिचार करता है।
यदि वह अपने पति के जीवन-काल में किसी दूसरे की पत्नी बन जाती है, तो वह व्यभिचारिणी कहलायेगी। किन्तु यदि पति मर जाता है, तो वह उस बन्धन से मुक्त हो जाती है। और यदि वह किसी दूसरे की पत्नी बन जाती है, तो वह व्यभिचारिणी नहीं है।
पत्नी का अपने शरीर पर अधिकार नहीं, वह पति का है और उसी प्रकार पति का भी अपने शरीर पर अधिकार नहीं, वह पत्नी का है।