वह सघन अन्धकार का लोक है, वह स्वयं घोर अन्धकार है! उस मृत्यु के लोक में अव्यवस्था है! वहाँ प्रकाश भी अन्धकार-सा लगता है।’
मत्ती 4:16 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) अन्धकार में रहने वाले लोगों ने एक महती ज्योति देखी; मृत्यु के अन्धकारमय प्रदेश में रहने वालों पर ज्योति का उदय हुआ।” पवित्र बाइबल जो लोग अँधेरे में जी रहे थे उन्होंने एक महान ज्योति देखी और जो मृत्यु की छाया के देश में रहते थे उन पर, ज्योति के प्रभात का एक प्रकाश फैला।” Hindi Holy Bible जो लोग अन्धकार में बैठे थे उन्होंने बड़ी ज्योति देखी; और जो मृत्यु के देश और छाया में बैठे थे, उन पर ज्योति चमकी॥ पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) जो लोग अंधकार में बैठे थे, उन्होंने बड़ी ज्योति देखी; और जो मृत्यु के देश और छाया में बैठे थे, उन पर ज्योति चमकी।” नवीन हिंदी बाइबल जहाँ के लोग अंधकार में रहते थे, उन्होंने एक बड़ी ज्योति देखी, और जो मृत्यु के देश और छाया में रहते थे, उन पर ज्योति उदय हुई। सरल हिन्दी बाइबल अंधकार में जी रहे लोगों ने एक बड़ी ज्योति को देखा; गहन अंधकार के निवासियों पर ज्योति चमकी. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 जो लोग अंधकार में बैठे थे उन्होंने बड़ी ज्योति देखी; और जो मृत्यु के क्षेत्र और छाया में बैठे थे, उन पर ज्योति चमकी।” |
वह सघन अन्धकार का लोक है, वह स्वयं घोर अन्धकार है! उस मृत्यु के लोक में अव्यवस्था है! वहाँ प्रकाश भी अन्धकार-सा लगता है।’
अंधकार और मृत्यु की छाया उस पर अपना अधिकार जमायें; काली घटाएँ उस पर छा जाएँ, दिन की सघन रेतीली हवाएँ उसको डराएँ।
अन्यथा तूने हमें खण्डहर बना दिया होता, तूने मृत्यु की छाया में हमें आच्छादित किया होता।
जो भूमि व्यथा सह रही थी, अब वह उस निराशा से मुक्त हो जाएंगी। प्रथम आक्रमणकारी ने जबूलून और नफ्ताली क्षेत्र की जनता पर अत्याचार किया था, पर दूसरे आक्रमणकारी ने सागर के पथ से यर्दन नदी के उस पार के गलील प्रदेश पर जहाँ अन्य कौमों के लोग बस गए हैं, भयानक आक्रमण किया।
जो लोग अन्धकार में भटक रहे थे, उन्होंने बड़ी ज्योति देखी; जो लोग गहन अन्धकार के क्षेत्र में रहते थे, उन पर ज्योति उदित हुई।
इस के पूर्व कि प्रभु अन्धकार की चादर बिछाए, इसके पूर्व कि पहाड़ों पर अन्धकार की बदली छाए, और तुम्हें ठोकर लगे, ओ यहूदा प्रदेश के निवासियो, अपने प्रभु परमेश्वर की महिमा करो। ऐसा न हो कि जब तुम प्रकाश को खोजो, तब प्रभु प्रकाश को अन्धकार में बदल दे, वह प्रकाश को घोर अन्धकार बना दे!
जो कृत्तिका और मृगशीर्ष नक्षत्रों को बनानेवाला है; जो मृत्यु की छाया को सबेरे के प्रकाश में बदलता है; जो दिन को रात के अंधकार में ढालता है; जो सागरों के जल को भाप में बदलकर भूमि की सतह पर वर्षा के रूप में उण्डेलता है, उसका नाम प्रभु है।
ओ मेरी बैरिन! मेरे पतन से आनन्दित मत हो। यदि मेरा पतन हुआ है, तो मेरा उत्थान भी होगा। यद्यपि मैं अन्धकार में पड़ी हूं, तो भी प्रभु मेरी ज्योति होगा।