वे नगर से अधिक दूर नहीं गए थे कि यूसुफ ने अपने गृह-प्रबन्धक से कहा, ‘जाओ, उन लोगों का पीछा करो। जब तुम उनके निकट पहुँचो, तब उन से कहना, “क्यों तुम लोगों ने भलाई के बदले बुराई की? क्यों तुमने मेरे स्वामी का चाँदी का चषक चुराया?
भजन संहिता 7:4 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) यदि मैंने अपने मित्र से बदले में बुराई की, अथवा अपने शत्रु को अकारण लूटा, पवित्र बाइबल मैंने अपने मित्रों के साथ बुरा नहीं किया और अपने मित्र के शत्रुओं की भी मैंने सहायता नहीं किया। Hindi Holy Bible यदि मैं ने अपने मेल रखने वालों से भलाई के बदले बुराई की हो, (वरन मैं ने उसको जो अकारण मेरा बैरी था बचाया है) पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) यदि मैं ने अपने मेल रखनेवालों से भलाई के बदले बुराई की हो, या मैं ने उसको जो अकारण मेरा बैरी था लूटा है, नवीन हिंदी बाइबल यदि मैंने उनके साथ बुराई की हो जो मेरे साथ मेल रखते हैं, या मैंने उसे लूटा हो जो अकारण मेरा विरोधी था, सरल हिन्दी बाइबल यदि मैंने उसकी बुराई की है, जिसके साथ मेरे शान्तिपूर्ण संबंध थे, अथवा मैंने अपने शत्रु को अकारण ही मुक्त कर दिया है, इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 यदि मैंने अपने मेल रखनेवालों से भलाई के बदले बुराई की हो, या मैंने उसको जो अकारण मेरा बैरी था लूटा है |
वे नगर से अधिक दूर नहीं गए थे कि यूसुफ ने अपने गृह-प्रबन्धक से कहा, ‘जाओ, उन लोगों का पीछा करो। जब तुम उनके निकट पहुँचो, तब उन से कहना, “क्यों तुम लोगों ने भलाई के बदले बुराई की? क्यों तुमने मेरे स्वामी का चाँदी का चषक चुराया?
आपके सेवकों में से जिस किसी के पास चषक पाया जाए, उसे मृत्यु दण्ड मिले। हम भी स्वामी के गुलाम बन जाएँगे।’
प्रभु ने शाऊल के परिवार के सब रक्तपात का बदला तुझसे लिया है। तू उसके स्थान पर राज्य कर रहा है, परन्तु प्रभु ने तेरे पुत्र अबशालोम के हाथ में राज्य को सौंप दिया। देख, तू स्वयं अपनी बुराई के जाल में कैसा फंस गया; क्योंकि तू हत्यारा है!’
यदि मेरे पैर सन्मार्ग से भटक गए थे और मेरा हृदय आंखों के बताए हुए कुमार्ग पर चला था; यदि मेरे हाथ किसी दुष्कर्म से कलंकित हुए
जैसे कुठाली चांदी को परखने के लिए, और सोने को परखने के लिए भट्ठी है, वैसे ही मनुष्य के हृदय को परखने वाला प्रभु है।
किन्तु पौलुस ने ऊंचे स्वर से पुकार कर कहा, “अपने आपको कोई हानि न पहुँचाओ। हम सब यहीं हैं।”
दाऊद रामाह नगर के नायोत मुहल्ले से भागा। वह योनातन के सम्मुख पहुंचा। उसने योनातन से कहा, ‘मैंने क्या किया है? मेरा दोष क्या है? तुम्हारे पिता की दृष्टि में मेरा पाप क्या है कि वह मेरे प्राण की खोज में हैं?’
अहीमेलक ने राजा को उत्तर दिया, ‘महाराज, आपके सब कर्मचारियों में कौन व्यक्ति दाऊद के समान वफादार है? वह महाराज के दामाद हैं। वह आपके अंगरक्षकों के नायक हैं। वह आपके राज-परिवार के सम्मानित व्यक्ति हैं।
दाऊद ने इन शब्दों के द्वारा अपने सैनिकों का हृदय कायल कर दिया और उन्हें शाऊल पर आक्रमण करने नहीं दिया। शाऊल शौच-क्रिया से निवृत हो गुफा से बाहर निकला, और अपने मार्ग पर चला गया।
शाऊल ने कहा, ‘मैंने पाप किया है। दाऊद, मेरे पुत्र, लौट आ! अब मैं तेरा अनिष्ट कभी नहीं करूंगा। तूने आज अपनी दृष्टि में मेरे प्राण को बहुमूल्य समझा। देख, मैंने आज बहुत मूर्खतापूर्ण कार्य किया। मैंने बड़ी भूल की।’
देखिए, जैसे आज मेरी दृष्टि में आपका प्राण बहुमूल्य था, वैसे ही प्रभु की दृष्टि में मेरा प्राण बहुमूल्य हो। प्रभु मुझे सब दु:ख-तकलीफ से बचाए।’