उन्होंने उस देश की अन्य जातियों से स्वयं को अलग किया, और खड़े होकर अपने पूर्वजों के अधर्म और अपने पापों को स्वीकार किया।
भजन संहिता 51:3 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) मैं अपने अपराधों को जानता हूँ; मेरा पाप निरन्तर मेरे समक्ष रहता है। पवित्र बाइबल मैं जानता हूँ, जो पाप मैंने किया है। मैं अपने पापों को सदा अपने सामने देखता हूँ। Hindi Holy Bible मैं तो अपने अपराधों को जानता हूं, और मेरा पाप निरन्तर मेरी दृष्टि में रहता है। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) मैं तो अपने अपराधों को जानता हूँ, और मेरा पाप निरन्तर मेरी दृष्टि में रहता है। नवीन हिंदी बाइबल मैं तो अपने अपराधों को जानता हूँ, और मेरा पाप निरंतर मेरे सामने रहता है। सरल हिन्दी बाइबल मैंने अपने अपराध पहचान लिए हैं, और मेरा पाप मेरे दृष्टि पर छाया रहता है. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 मैं तो अपने अपराधों को जानता हूँ, और मेरा पाप निरन्तर मेरी दृष्टि में रहता है। |
उन्होंने उस देश की अन्य जातियों से स्वयं को अलग किया, और खड़े होकर अपने पूर्वजों के अधर्म और अपने पापों को स्वीकार किया।
मनुष्य लोगों के सम्मुख गीत गाता है, और यह कहता है, “मैंने पाप किया था, मैंने उचित कार्य को अनुचित बना दिया था, तो भी मुझे इस अधर्म का दण्ड नहीं दिया गया।
मैंने तेरे सम्मुख अपना पाप स्वीकार किया, और अपने अधर्म को छिपाया नहीं; मैंने कहा, “मैं प्रभु के समक्ष अपने अपराध स्वीकार करूंगा।” और तूने मेरे पाप और अधर्म को क्षमाकर दिया। सेलाह
असंख्य बुराइयों ने मेरे विरुद्ध घेरा डाला है, कुकर्मों ने मुझे दबा दिया है। अत: मैं दृष्टि ऊपर उठाने में असमर्थ हूँ। कुकर्म मेरे सिर के बालों से कहीं अधिक हैं। मेरा हृदय हताश हो गया है।
मेरे शत्रु मेरे विषय में दुष्टता से यह कहते हैं: “वह कब मरेगा, और कब उसका नाम मिटेगा?”
जो मनुष्य अपने अपराध छिपाता है वह जीवन में उन्नति नहीं करता; परन्तु अपने अपराध को स्वीकार करनेवाले और उसको पुन: न करनेवाले मनुष्य पर परमेश्वर दया करता है।
मैं, मैं ही ‘वह’ प्रभु हूं; मैं अपने निमित्त तेरे अपराध क्षमा कर देता हूं, मैं तेरे पाप स्मरण नहीं रखूंगा।
क्योंकि प्रभु के सम्मुख हमारे अपराधों का अम्बार लग गया है! हमारे पाप ही हमारे विरुद्ध साक्षी देते हैं; हमारे अपराध हमारे साथ हैं, हम अपने दुष्कर्मों को जानते हैं :
हमें तो शर्म के मारे गड़ जाना चाहिए। हमें चुल्लू भर पानी में डूब मरना चाहिए। हमने अपने प्रभु परमेश्वर के प्रति पाप किया है। हम और हमारे पूर्वज बचपन से आज तक पाप करते आए हैं। हमने अपने प्रभु परमेश्वर की बातों को नहीं माना।’