कदाचित् प्रभु मेरी दुर्दशा पर दृष्टि करे। आज जो अपशब्द मुझे कहे गए, उनके बदले में प्रभु मेरी भलाई करे।’
भजन संहिता 42:3 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) रात और दिन मेरे आंसू ही मेरा आहार रहे हैं। लोग निरन्तर मुझसे पूछते हैं, “कहां है तेरा परमेश्वर?” पवित्र बाइबल रात दिन मेरे आँसू ही मेरा खाना और पीना है! हर समय मेरे शत्रु कहते हैं, “तेरा परमेश्वर कहाँ है?” Hindi Holy Bible मेरे आंसू दिन और रात मेरा आहार हुए हैं; और लोग दिन भर मुझ से कहते रहते हैं, तेरा परमेश्वर कहां है? पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) मेरे आँसू दिन और रात मेरा आहार हुए हैं; और लोग दिन भर मुझ से कहते रहते हैं, तेरा परमेश्वर कहाँ है? नवीन हिंदी बाइबल मेरे आँसू दिन और रात मेरा आहार रहे हैं, और लोग दिन भर मुझसे कहते रहते हैं, “तेरा परमेश्वर कहाँ है?” सरल हिन्दी बाइबल दिन और रात, मेरे आंसू ही मेरा आहार बन गए हैं. सारे दिन लोग मुझसे एक ही प्रश्न कर रहे हैं, “कहां है तुम्हारा परमेश्वर?” इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 मेरे आँसू दिन और रात मेरा आहार हुए हैं; और लोग दिन भर मुझसे कहते रहते हैं, तेरा परमेश्वर कहाँ है? |
कदाचित् प्रभु मेरी दुर्दशा पर दृष्टि करे। आज जो अपशब्द मुझे कहे गए, उनके बदले में प्रभु मेरी भलाई करे।’
मैं तेरी ओर अपने हाथ फैलाता हूं; सूखी भूमि के समान मेरा प्राण तेरे लिए प्यासा है। सेलाह
“यह प्रभु पर निर्भर रहा, वही इसे मुक्त करे। वही इसको छुड़ाए; क्योंकि प्रभु में यह हर्षित होता है।”
मेरे बैरी ताना मारते हैं। वे मानो मेरी देह पर घातक प्रहार करते हैं। वे निरन्तर मुझ से यह पूछते हैं, “कहां है तेरा परमेश्वर?”
मैं पवित्र-स्थान में तुझ पर दृष्टि करता हूँ, कि तेरे सामर्थ्य और तेरी महिमा के दर्शन पाऊं।
क्यों राष्ट्र यह कहें, ‘उनका परमेश्वर कहां है?’ तेरे सेवकों के बहाए गए रक्त का प्रतिशोध हमारी आंखों के सामने, राष्ट्रों पर प्रकट किया जाए।
हे स्वामी, जिस निन्दा द्वारा हमारे पड़ोसियों ने तुझको निन्दित किया है, उसका सात गुना उनके माथे पर लौटा।
हे स्वर्गिक सेनाओं के प्रभु, मेरे राजा, मेरे परमेश्वर, गौरेया ने भी बसेरा पा लिया; आबाबील ने तेरी वेदियों पर घोंसला बनाया; वहां वह अपने बच्चे रखती है।
मन्दिर के आंगन और वेदी के मध्य खड़े होकर, रोते हुए प्रभु के सेवक, पुरोहित यह कहें : ‘हे प्रभु, अपने निज लोगों पर दया कर। अपनी मीरास को बदनाम मत कर। वे अन्य राष्ट्रों में कहावत न बनें। अन्य राष्ट्रों के लोग यह क्यों कहें, “कहां है उनका ईश्वर?” ’
यह देखकर मेरी बैरिन लज्जित होगी, क्योंकि उसने कहा था, ‘कहां है तेरा प्रभु परमेश्वर?’ जब वह गली के कीचड़ की तरह रौंद दी जाएगी, तब मेरी आंखें उसकी पतित दशा देखकर तृप्त होंगी।
समस्त प्राणियों में वह कौन प्राणी है, जिसने अग्नि के मध्य से जीवन्त परमेश्वर का स्वर सुना, उसको वार्तालाप करते हुए सुना, जैसे हमने सुना, और वह फिर भी जीवित रहा?