भजन संहिता 40:6 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) तुझे बलि और भेंट की चाह नहीं। तूने मेरे कानों को खोला कि मैं तेरी व्यवस्था का पालन करूं; तुझे अग्निबलि और पापबलि की आकांक्षा नहीं। पवित्र बाइबल हे यहोवा, तूने मुझको यह समझाया है: तू सचमुच कोई अन्नबलि और पशुबलि नहीं चाहता था। कोई होमबलि और पापबलि तुझे नहीं चाहिए। Hindi Holy Bible मेलबलि और अन्नबलि से तू प्रसन्न नहीं होता तू ने मेरे कान खोदकर खोले हैं। होमबलि और पापबलि तू ने नहीं चाहा। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) मेलबलि और अन्नबलि से तू प्रसन्न नहीं होता तू ने मेरे कान खोदकर खोले हैं। होमबलि और पापबलि तू ने नहीं चाहा। नवीन हिंदी बाइबल मेलबलि और अन्नबलि तूने न चाही; तूने मेरे कान खोदकर खोले हैं। होमबलि और पापबलि की माँग तूने नहीं की। सरल हिन्दी बाइबल आपको बलि और भेंट की कोई अभिलाषा नहीं, किंतु आपने मेरे कान खोल दिए. आपने अग्निबलि और पापबलि की भी चाहत नहीं की. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 मेलबलि और अन्नबलि से तू प्रसन्न नहीं होता तूने मेरे कान खोदकर खोले हैं। होमबलि और पापबलि तूने नहीं चाहा। |
यदि मैं उनको गिनूं, तो मुझे ज्ञात होगा कि वे धूलकण से भी अधिक हैं; जब मैं जागता हूं, तब भी मैं तेरे साथ हूं।
मैं तेरी भिन्न-भिन्न बलि के लिए तेरी भत्र्सना नहीं करता; तेरी अग्निबलि तो मेरे समक्ष निरन्तर विद्यमान है।
मैं दिन भर अपने मुंह से तेरी धार्मिकता की, तेरे उद्धार के कार्यों की, तेरे असंख्य कार्यों की चर्चा करूंगा।
तो उसका स्वामी उसे परमेश्वर के निकट लाएगा। उसका स्वामी उसे द्वार अथवा चौखट के निकट लाकर सूजे से उसका कान छेदेगा। तत्पश्चात् वह अपने स्वामी की सदा गुलामी करेगा।
प्रभु यह कहता है, ‘मेरे लिए तुम्हारी यह प्रचुर पशु-बलि किस काम की? मैं मेढ़ों की अग्नि-बलि से, पालतू पशुओं की चर्बी से अघा गया हूं। मैं बैलों, मेमनों और बकरों के रक्त से प्रसन्न नहीं होता।
हे प्रभु, तू ही मेरा परमेश्वर है; मैं तुझे सराहूंगा, मैं तेरे नाम का गुणगान करूंगा। तूने अद्भुत कार्य किए हैं, तूने अपनी योजनाएं पूर्ण की हैं, जो आरम्भ से बनी थीं, जो विश्वस्त और निश्चयपूर्ण थीं।
‘जो आराधक बलि चढ़ाने के लिए बैल का वध करता है, वह मानो मनुष्य की हत्या करता है; जो आराधक मेमने की बलि करता है वह मानो कुत्ते की गरदन तोड़ता है; जो आराधक अन्न-बलि चढ़ाता है, वह मानो सूअर का रक्त अर्पित करता है; जो आराधक ‘स्मृति-बलि’ में लोबान जलाता है वह मानो मूर्ति की पूजा करता है। ऐसे आराधक आराधना की अपनी ही पद्धति चुनते हैं, उनके प्राण ऐसी ही घृणित आराधना से प्रसन्न होते हैं।
मुझे करुणा चाहिए, पशु-बलि नहीं। मैं अग्नि-बलि से प्रसन्न नहीं होता, वरन् इस बात से प्रसन्न होता हूं कि तुम मुझ-परमेश्वर का ज्ञान प्राप्त करो।
तुम मुझे अग्नि-बलि और अन्न-बलि चढ़ाते हो, पर मैं उनको स्वीकार नहीं करूंगा। सहभागिता-बलि के रूप में चढ़ाए गए तुम्हारे मोटे-ताजे पशुओं की चर्बी पर मैं नजर भी नहीं डालूंगा।
‘मैं बलिदान नहीं, बल्कि दया चाहता हूँ’ − यदि तुम लोगों ने इस कथन का अर्थ समझ लिया होता, तो निर्दोष को दोषी नहीं ठहराते;
जा कर सीखो कि इस कथन का क्या अर्थ है : ‘मैं बलिदान नहीं, बल्कि दया चाहता हूँ।’ मैं धार्मिकों को नहीं, पापियों को बुलाने आया हूँ।”
किन्तु शमूएल ने यह कहा : ‘जैसे प्रभु अपनी आज्ञा का पालन किये जाने पर प्रसन्न होता है, क्या वैसे वह अग्नि-बलि और पशुओं की बलि से प्रसन्न होता है? देख, प्रभु की आज्ञा मानना पशु की बलि चढ़ाने से श्रेष्ठ है! उसकी बात पर ध्यान देना मेढ़े की चर्बी चढ़ाने से उत्तम है।