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भजन संहिता 10:5 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI)

वह सदा अपने मार्ग पर फलता-फूलता है; तेरे न्‍याय-सिद्धान्‍त उसकी दृष्‍टि से दूर, शिखर पर हैं, वह अपने सब शत्रुओं पर फूत्‍कारता है।

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पवित्र बाइबल

दुष्ट जन सदा ही कुटिल कर्म करते हैं। वे परमेश्वर की विवेकपूर्ण व्यवस्था और शिक्षाओं पर ध्यान नहीं देते। हे परमेश्वर, तेरे सभी शत्रु तेरे उपदेशों की उपेक्षा करते हैं।

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Hindi Holy Bible

वह अपने मार्ग पर दृढ़ता से बना रहता है; तेरे न्याय के विचार ऐसे ऊंचे पर होते हैं, कि उसकी दृष्टि वहां तक नहीं पहुंचती; जितने उसके विरोधी हैं उन पर वह फुंकारता है।

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पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI)

वह अपने मार्ग पर दृढ़ता से बना रहता है; तेरे न्याय के विचार ऐसे ऊँचे पर होते हैं, कि उसकी दृष्‍टि वहाँ तक नहीं पहुँचती; जितने उसके विरोधी हैं उन पर वह फुँकारता है।

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नवीन हिंदी बाइबल

वह अपनी चालों में हर समय सफल होता है; तेरे न्याय के विचार इतने ऊँचे हैं कि उसकी दृष्‍टि वहाँ तक नहीं पहुँचती। वह अपने सब विरोधियों पर फुँकारता है।

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सरल हिन्दी बाइबल

दुष्ट के प्रयास सदैव सफल होते जाते हैं; उसके सामने आपके आदेशों का कोई महत्व है ही नहीं; उसके समस्त विरोधी उसके सामने तुच्छ हैं.

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इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019

वह अपने मार्ग पर दृढ़ता से बना रहता है; तेरे धार्मिकता के नियम उसकी दृष्टि से बहुत दूर ऊँचाई पर हैं, जितने उसके विरोधी हैं उन पर वह फुँकारता है।

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भजन संहिता 10:5
23 क्रॉस रेफरेंस  

परमेश्‍वर ने पृथ्‍वी को देखा कि वह भ्रष्‍ट हो गई है; क्‍योंकि समस्‍त प्राणियों ने पृथ्‍वी पर अपना आचरण भ्रष्‍ट कर लिया था।


राजा दाऊद ने अपने सैनिकों के साथ यबूसी जाति के विरुद्ध यरूशलेम नगर पर आक्रमण कर दिया। यबूसी यरूशलेम नगर के मूल निवासी थे। उन्‍होंने दाऊद से एक बार कहा था, ‘तुम यहाँ प्रवेश नहीं कर सकते। हमारे अन्‍धे और लंगड़े व्यक्‍ति भी तुम्‍हें प्रवेश नहीं करने देंगे।’ वे यह सोचते थे, ‘दाऊद यहाँ कभी प्रवेश नहीं कर सकेगा।’


तब एक नबी इस्राएल प्रदेश के राजा अहाब के पास आया। उसने कहा, ‘प्रभु यों कहता है : क्‍या तूने यह विशाल सेना देखी है? आज मैं इसको तेरे हाथ में सौंप दूंगा। तब तुझे ज्ञात होगा कि निश्‍चय ही मैं प्रभु हूं।’


परमेश्‍वर उन्‍हें सुरक्षित रखता, और उन्‍हें सम्‍भालता है; वह उनके कुमार्गों पर उनकी रक्षा करता है


प्रभु यह कहता है, “पीड़ित लुट गए, दरिद्र विलाप करते हैं। इस कारण अब मैं उठूंगा; मैं उसे सुरक्षित रखूंगा, जो सुरक्षा चाहता है।”


जब मैं ने दुर्जनों का फलना-फूलना देखा, तब मैं घमण्‍डी लोगों के प्रति ईष्‍र्यालु हो गया।


हिंसक लोभियों का आचरण ऐसा ही होता है, पर उनका लोभ ही उनकी मृत्‍यु का कारण बनता है।


बुद्धिमान का मार्ग उसको जीवन की ओर, ऊध्‍र्व लोक में ले जाता है, और वह अधोलोक में जाने से बच जाता है।


दुर्जन धर्म का मार्ग छोड़कर अन्‍धकार के मार्ग पर चलते हैं।


वे कुटिल मार्ग के अनुयायी हैं, वे पथभ्रष्‍ट लोग हैं।


दुर्जनों की सम्‍पत्ति देखकर उनसे ईष्‍र्या मत करना, और न उनकी संगति की इच्‍छा करना।


धिक्‍कार है तुम्‍हें! तुम अन्‍यायपूर्ण संविधियाँ बनाते हो! ओ कानून रचनेवालो, तुम दमनपूर्ण नियमों की रचना करते हो।


प्रभु, न्‍याय करने के लिए तेरा हाथ उठा हुआ है; पर वे उसे नहीं देख रहे हैं। वे तेरे निज लोगों के प्रति तेरा उत्‍साह देखें, और तब वे लज्‍जित हों। शत्रुओं के प्रति तेरी क्रोधाग्‍नि उन्‍हें भस्‍म कर दे।


तुमने यह कहा है: “हमने मौत से सन्‍धि की है; अधोलोक से समझौता किया है अत: जब प्रलय का जल-प्रवाह बहेगा तब वह हम तक नहीं पहुंचेगा! असत्‍य को हमने अपना आश्रय-स्‍थल माना है,


अत: उसने इस्राएली राष्‍ट्र पर अपनी क्रोधाग्‍नि की वर्षा की, युद्ध का आतंक फैलाया। विनाश की आग से इस्राएली राष्‍ट्र चारों ओर से घिर गया, पर उसने उसको नहीं समझा, कि यह क्‍यों हुआ। आग ने उसको झुलसा दिया, पर वह नहीं चेता।


तुम्‍हारे भोजन-उत्‍सव में सितार, सारंगी, डफ, बांसुरी बजाये जाते हैं, और शराब का दौर चलता है। पर तुम प्रभु के कार्यों पर ध्‍यान नहीं देते, और न ही उसकी कृतियों पर तुम्‍हारी दृष्‍टि जाती है।


जो मनुष्‍य बुद्धिमान है, वह इन बातों को समझे। जो व्यक्‍ति समझदार है, वह इन बातों को जाने : कि प्रभु का मार्ग सीधा है, और धार्मिक जन उस पर चलते हैं। पर अपराधी लड़खड़ाकर गिरते हैं।


गिबआ नगर के दिनों में जैसे उन्‍होंने स्‍वयं को भ्रष्‍ट किया था, वैसे ही उन्‍होंने आज बहुत भ्रष्‍टाचार किया है। प्रभु उनके अधर्म को स्‍मरण करेगा, वह उनके पाप-कर्म के लिए उन्‍हें दण्‍ड देगा।


उनके मार्ग में विनाश है और विपत्ति।


वे खेतों में गए। उन्‍होंने अंगूर के उद्यानों के अंगूर तोड़े, उन्‍हें रौंद कर उनका रस निकाला और उत्‍सव मनाया। वे अपने देवता के मन्‍दिर में गए। उन्‍होंने वहाँ खाया-पीया, और अबीमेलक की निन्‍दा की।


तब जबूल ने उससे कहा, ‘अब तेरा वह मुँह कहाँ है, जिससे तूने कहा था, “अबीमेलक कौन है कि हम उसकी सेवा करें?” क्‍या तूने इन्‍हीं लोगों को तुच्‍छ नहीं समझा था? अब बाहर निकल और इन से युद्ध कर।’