फिलिप्पियों 2:14 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) आप लोग बिना भुनभुनाए और बिना बहस किये अपने सब कर्त्तव्य पूरा करें, पवित्र बाइबल बिना कोई शिकायत या लड़ाई झगड़ा किये सब काम करते रहो, Hindi Holy Bible सब काम बिना कुड़कुड़ाए और बिना विवाद के किया करो। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) सब काम बिना कुड़कुड़ाए और बिना विवाद के किया करो, नवीन हिंदी बाइबल सब कार्य बिना कुड़कुड़ाए और बिना विवाद के किया करो, सरल हिन्दी बाइबल सब काम बिना कुड़कुड़ाए और बिना वाद-विवाद के किया करो, इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 सब काम बिना कुड़कुड़ाए और बिना विवाद के किया करो; |
अविवेकी मनुष्य घमण्ड के कारण लड़ाई-झगड़े मोल लेता है; पर दूसरों की सलाह माननेवाला मनुष्य निस्सन्देह बुद्धिमान है।
‘कब तक यह दुष्ट मंडली मेरे विरुद्ध बक-बक करती रहेगी? इस्राएली समाज की बक-बक, उनका मेरे विरुद्ध बक-बक करना, मैंने सुना है।
यह इत्र तीन सौ चाँदी के सिक्कों से अधिक मूल्य में बेचा जा सकता था और उससे प्राप्त धन गरीबों में बाँटा जा सकता था।” और वे उसे झिड़कने लगे।
जब येशु और उनके तीनों शिष्य अन्य शिष्यों के पास लौटे, तो उन्होंने देखा कि बहुत-से लोग उनके चारों ओर इकट्ठे हो गये हैं और शास्त्री उन से विवाद कर रहे हैं।
इस पर फरीसी और उनके ही सम्प्रदाय के शास्त्री भुनभुनाने और येशु के शिष्यों से यह कहने लगे, “तुम लोग चुंगी-अधिकारियों और पापियों के साथ क्यों खाते-पीते हो?”
इस विषय पर पौलुस और बरनबास तथा उन लोगों के बीच तीव्र मतभेद और वाद-विवाद छिड़ गया, और यह निश्चय किया गया कि पौलुस तथा बरनबास, अन्ताकिया के कुछ लोगों के साथ, यरूशलेम जायेंगे और इस प्रश्न पर प्रेरितों तथा धर्मवृद्धों से परामर्श करेंगे।
इस पर दोनों में इतना तीव्र मतभेद हो गया कि वे एक दूसरे से अलग हो गये। बरनबास मारकुस को अपने साथ ले कर जलमार्ग से कुप्रुस द्वीप चले गए।
जब बहुत वाद-विवाद हो चुका तब पतरस ने उठ कर यह कहा : “भाइयो! आप जानते हैं कि परमेश्वर ने प्रारम्भ से आप लोगों में से ही यह चयन किया था कि गैर-यहूदी मेरे मुख से शुभ-समाचार का वचन सुनें और विश्वास करें।
उन दिनों जब शिष्यों की संख्या बढ़ती जा रही थी, तो यूनानी-भाषी शिष्यों ने इब्रानी-भाषी शिष्यों के विरुद्ध यह शिकायत की कि दैनिक दान-वितरण में उनकी विधवाओं की उपेक्षा हो रही है।
यदि कोई विश्वास में दुर्बल है, तो आप उसकी पापशंकाओं पर विवाद किये बिना उसका स्वागत करें।
भाइयो और बहिनो! मैं आप लोगों से अनुरोध करता हूँ कि आप उन लोगों से सावधान रहें, जो फूट डालते और दूसरों के लिए पाप का कारण बनते हैं। इस प्रकार का व्यवहार उस शिक्षा से मेल नहीं खाता, जो आप को मिली है। आप ऐसे लोगों से दूर रहें।
आप लोग नहीं भुनभुनायें, जैसा कि उनमें से कुछ भुनभुनाये और विनाशक दूत ने उन्हें नष्ट कर दिया।
मुझे आशंका है-कहीं ऐसा न हो कि आने पर मैं आप लोगों को जैसा पाना चाहता, वैसा नहीं पाऊं और आप मुझे जैसा नहीं चाहते, वैसा ही पाएँ। कहीं ऐसा न हो कि मैं आपके यहाँ फूट, ईष्र्या, बैर, स्वार्थपरता, परनिन्दा, चुगलख़ोरी, अहंकार और उपद्रव पाऊं।
यदि आप लोग एक दूसरे को काटने और फाड़ डालने की चेष्टा करेंगे, तो सावधान रहें। कहीं ऐसा न हो कि आप एक दूसरे का सर्वनाश कर दें।
आप दलबन्दी तथा मिथ्याभिमान से दूर रहें। हर व्यक्ति नम्रतापूर्वक दूसरों को अपने से श्रेष्ठ समझे।
आप प्रेमपूर्वक उनका अत्यधिक सम्मान करें, क्योंकि वे आपके लिए परिश्रम करते हैं। आपस में मेल रखें।
आप इस बात का ध्यान रखें कि बुराई के बदले कोई भी किसी के साथ बुराई नहीं करे। आप सदैव एक दूसरे की और सब मनुष्यों की भी भलाई करने का प्रयत्न करें।
सब के साथ शान्ति बनायें रखें और पवित्रता की साधना करें। इसके बिना कोई व्यक्ति प्रभु के दर्शन नहीं कर पायेगा।
यदि आपका हृदय कटु ईष्र्या और स्वार्थ से भरा हुआ है, तो डींग मार कर सत्य के विपरीत झूठा दावा मत करें।
भाइयो और बहिनो! एक दूसरे की शिकायत नहीं कीजिए, जिससे आप पर दोष न लगाया जाये। देखिए, न्यायकर्ता द्वार पर खड़े हैं।
ये वे लोग हैं जो कुड़बुड़ाते और अपना भाग्य कोसते रहते हैं, अपनी दुर्वासनाओं के अनुसार आचरण करते, डींग मारते और लाभ के लिए खुशामद करते हैं।