उस देश में अकाल पड़ा था। अब्राम मिस्र देश में प्रवास करने के लिए चले गए, क्योंकि देश में भयंकर अकाल था।
प्रेरितों के काम 2:10 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) फ्रुगिया और पंफुलिया, मिस्र और कुरेने के निकटवर्ती लीबिया के निवासी; रोम के यहूदी तथा नवयहूदी प्रवासी, पवित्र बाइबल फ्रूगिया और पम्फूलिया, मिसर और साइरीन नगर के निकट लीबिया के कुछ प्रदेशों के लोग, रोम से आये यात्री जिनमें जन्मजात यहूदी और यहूदी धर्म ग्रहण करने वाले लोग, क्रेती तथा अरब के रहने वाले Hindi Holy Bible और फ्रूगिया और पमफूलिया और मिसर और लिबूआ देश जो कुरेने के आस पास है, इन सब देशों के रहने वाले और रोमी प्रवासी, क्या यहूदी क्या यहूदी मत धारण करने वाले, क्रेती और अरबी भी हैं। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) और फ्रूगिया और पंफूलिया और मिस्र और लीबिया देश जो कुरेने के आस पास है, इन सब देशों के रहनेवाले और रोमी प्रवासी, नवीन हिंदी बाइबल फ्रूगिया और पंफूलिया, मिस्र, और कुरेने के पास लिबिया के प्रदेशों में रहनेवाले, और रोम से आए हुए लोग हैं, सरल हिन्दी बाइबल फ़्रिजिया, पम्फ़ूलिया, मिस्र, और लिबियावासी, जो क्रेते के आस-पास है; रोमी के रहनेवाले यहूदी तथा दीक्षित यहूदी, इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 और फ्रूगिया और पंफूलिया और मिस्र और लीबिया देश जो कुरेने के आस-पास है, इन सब देशों के रहनेवाले और रोमी प्रवासी, |
उस देश में अकाल पड़ा था। अब्राम मिस्र देश में प्रवास करने के लिए चले गए, क्योंकि देश में भयंकर अकाल था।
सम्राट क्षयर्ष के अधीन हरएक प्रदेश और प्रत्येक नगर में जहाँ-जहाँ राजाज्ञा और आदेश-पत्र पहुंचे, यहूदी आनन्द और उल्लास से भर गए। उन्होंने छुट्टी मनाई और खाना-पीना किया। यहूदियों का डर अन्य जातियों पर छा गया, अत: देश के अनेक लोगों ने स्वयं को यहूदी घोषित कर दिया।
ओ घुड़ सवारो, आगे बढ़ो; ओ रथ सवारो, वेग से बढ़ो। योद्धा आगे जाएं, ढाल संभालनेवाले कूश और पूत के योद्धा आगे जाएं, लूद के अचूक निशानेबाज धनुर्धारी आगे बढ़ें।
वे ये कौमें हैं: मिस्री, यहूदी, एदोमी, अम्मोनी, मोआबी और मरुस्थल में रहनेवाली अरबी कौम, जो अपने गालों के बालों को मूंड़ती है। ये सब खतना-रहित हैं, और इस्राएल के वंशज भी हृदय से खतना-रहित हैं।’
मिस्र निवासियों के पतन के साथ कूश, पूत, लूद, अरब और कूबदेशों के तथा उस देश के निवासी भी जो संघ में सम्मिलित हैं, तलवार से मौत के घाट उतारे जाएंगे।”
वह मिस्र देश के सोने-चांदी तथा अन्य कीमती वस्तुओं का मालिक बन जएगा। लीबिया और इथियोपिआ देश के निवासी भी उसके अधीन हो जाएंगे।
जब इस्राएली राष्ट्र बच्चा ही था तब से मैं उससे प्रेम कर रहा हूं। मैंने मिस्र देश से उसको निकाला था और उसको अपना पुत्र कहा था।
स्वर्गिक सेनाओं का प्रभु यों कहता है : उन दिनों में पृथ्वी की भिन्न-भिन्न भाषा बोलनेवाली सब कौमों में से दस-दस व्यक्ति एक यहूदी व्यक्ति के वस्त्र का छोर पकड़कर यह कहेंगे, “हम भी आपके साथ चलेंगे, क्योंकि हमने सुना है कि परमेश्वर आपके साथ है।” ’
वह हेरोदेस की मृत्यु तक वहीं रहा, जिससे नबी के मुख से प्रभु ने जो कहा था, वह पूरा हो जाए : “मैंने मिस्र देश से अपने पुत्र को बुलाया।”
“ढोंगी शास्त्रियो और फरीसियो! धिक्कार है तुम्हें! तुम एक मनुष्य को अपने सम्प्रदाय में लाने के लिए जमीन-आसमान एक कर देते हो; परन्तु जब वह तुम्हारे सम्प्रदाय में आ जाता है, तो उसे अपने से दुगुना नारकीय बना देते हो।
नगर से निकलते समय सैनिकों को शिमोन नामक कुरेने देश का एक निवासी मिला। उन्होंने उसे बेगार में पकड़ा कि वह येशु का क्रूस उठा कर ले चले।
सिकन्दर और रूफस का पिता, कुरेने देश का निवासी शिमोन, गाँव से नगर में आ रहा था। वह उधर से निकला। सैनिकों ने उसे बेगार में पकड़ा कि वह येशु का क्रूस उठाकर ले चले।
किन्तु उन में से कुछ कुप्रुस† तथा कुरेने के निवासी थे। जब वे अन्ताकिया पहुँचे, तब उन्होंने यूनानी भाषा-भाषियों को भी प्रभु येशु का शुभ-समाचार सुनाया।
महानगर अन्ताकिया की स्थानीय कलीसिया में कई नबी और शिक्षक थे : जैसे बरनबास, शिमोन जो ‘कलुआ’ कहलाता था, कुरेने-निवासी लूकियुस, शासक हेरोदेस का दूध-भाई मनाहेन और शाऊल।
पौलुस और उनके साथी जलयान द्वारा पाफुस से पंफुलिया प्रदेश के पेरगे नगर में पहुँचे। वहाँ योहन उन्हें छोड़ कर यरूशलेम लौट गया।
सभा के विसर्जन के बाद बहुत-से यहूदी और भक्त नव-यहूदी पौलुस और बरनबास के पीछे हो लिये। पौलुस और बरनबास ने उन से बात की और आग्रह किया कि वे परमेश्वर की कृपा में बने रहें।
परन्तु पौलुस ने यह उपयुक्त नहीं समझा कि जिस व्यक्ति ने उन्हें पम्फुलिया में छोड़ दिया था और आगे उनके काम में हाथ नहीं बँटाया था, उसे अपने साथ ले जायें।
पवित्र आत्मा ने पौलुस, सीलास और तिमोथी को आसिया प्रदेश में वचन का प्रचार करने से मना किया। इसलिए उन्होंने फ्रुगिया तथा गलातिया प्रदेशों का दौरा किया।
क्योंकि अथेने नगर के सब निवासी और वहाँ के रहने वाले विदेशी नयी-नयी बातें सुनाने अथवा सुनने के अतिरिक्त और किसी काम में समय नहीं बिताते थे।
जहाँ अिक्वला नामक यहूदी से उनकी भेंट हुई। अिक्वला का जन्म पोंतुस प्रदेश में हुआ था। वह अपनी पत्नी प्रिस्किल्ला के साथ कुछ समय पूर्व ही इटली देश से आया था, क्योंकि सम्राट क्लौदियुस ने यह आदेश दिया था कि सब यहूदी रोम से चले जायें। पौलुस उन से मिलने गया
पौलुस कुछ समय अन्ताकिया में रहे। तब उन्होंने प्रस्थान किया और गलातिया और फ्रुगिया के क्षेत्रों से होते हुए एक नगर से दूसरे नगर का भ्रमण करते हुए सब शिष्यों को विश्वास में सुदृढ़ करते रहे।
क्रेती और अरबी लोग − हम सब अपनी-अपनी भाषा में इन्हें परमेश्वर के महान कार्यों की चर्चा करते सुन रहे हैं।”
उसी रात प्रभु ने पौलुस के समीप खड़े होकर कहा, “निर्भय हो! जैसे तूने यरूशलेम में मेरे विषय में साक्षी दी है, वैसे ही तुझे रोम में भी साक्षी देनी होगी।”
इसके बाद हम किलिकिया तथा पंफुलिया के तटवर्ती सागर को पार कर लुकिया के मुरा नामक बन्दरगाह पर पहुंचे।
वहाँ के भाई-बहिन हमारे आगमन का समाचार सुनकर, अप्पियुस के चौक तक और “तीन सराय” नामक स्थान तक हमारा स्वागत करने आये। उन्हें देख कर पौलुस ने परमेश्वर को धन्यवाद दिया और वह प्रोत्साहित हुए।
यह बात समस्त सभा को अच्छी लगी। उन्होंने स्तीफनुस नामक व्यक्ति को, जो विश्वास तथा पवित्र आत्मा से परिपूर्ण था, तथा फ़िलिप, प्रोखुरुस, निकानोर, तीमोन, परमिनास और अन्ताकिया-निवासी नवयहूदी निकोलास को चुना
‘दास्यमुक्त लोगों का सभागृह’ कहलाने वाले सभागृह के कुछ सदस्य और कुरेने तथा सिकन्दरिया नगरों और किलिकिया तथा आसिया प्रदेशों के कुछ लोग स्तीफनुस का विरोध करने लगे। वे उससे वाद-विवाद करने आये।
आप-सब के नाम, जो रोम नगर में परमेश्वर के प्रिय हैं और संत होने के लिए बुलाये गये हैं। हमारा पिता परमेश्वर और प्रभु येशु मसीह आप को अपनी कृपा और शान्ति प्रदान करें।
इनकी लाशें उस महानगर के चौक में पड़ी रहेंगी, जो लाक्षणिक भाषा में सदोम या मिस्र कहलाता है और जहाँ इनके प्रभु को क्रूस पर चढ़ाया गया था।