याकूब ने अपने परिवार और उन सब लोगों से जो उसके साथ थे, कहा, ‘तुम्हारे मध्य में अन्य जातियों के देवताओं की मूर्तियाँ हैं। उन्हें हटा दो और अपने आपको शुद्ध करो। अपने वस्त्रों को बदल डालो।
प्रेरितों के काम 15:20 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) बल्कि पत्र लिख कर उन्हें बताया जाये कि वे मूर्तियों की अशुद्धताओं से, व्यभिचार से, गला घोंटे हुए पशुओं के मांस से और रक्त के खान-पान से परहेज करें; पवित्र बाइबल बल्कि हमें तो उनके पास लिख भेजना चाहिये कि: मूर्तियों पर चढ़ाया गया भोजन तुम्हें नहीं लेना चाहिये। और व्यभिचार से बचे रहे। गला घोंट कर मारे गये किसी भी पशु का माँस खाने से बचें और लहू को कभी न खायें। Hindi Holy Bible परन्तु उन्हें लिख भेंजें, कि वे मूरतों की अशुद्धताओं और व्यभिचार और गला घोंटे हुओं के मांस से और लोहू से परे रहें। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) परन्तु उन्हें लिख भेजें कि वे मूरतों की अशुद्धताओं और व्यभिचार और गला घोंटे हुओं के मांस से और लहू से दूर रहें। नवीन हिंदी बाइबल बल्कि उन्हें लिख भेजें कि वे मूर्तियों की अशुद्धताओं से, और व्यभिचार से, और गला घोंटे हुए पशुओं के मांस से, और लहू से दूर रहें; सरल हिन्दी बाइबल परंतु अच्छा यह होगा कि हम उन्हें यह आज्ञा लिख भेजें कि वे मूर्तियों की अशुद्धता से खुद को बचाए रखें, वेश्यागामी तथा गला घोंट कर मारे गए पशुओं के मांस से दूर रहें और लहू का सेवन न करें. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 परन्तु उन्हें लिख भेजें, कि वे मूरतों की अशुद्धताओं और व्यभिचार और गला घोंटे हुओं के माँस से और लहू से परे रहें। (उत्प. 9:4, लैव्य. 3:17, लैव्य. 17:10-14) |
याकूब ने अपने परिवार और उन सब लोगों से जो उसके साथ थे, कहा, ‘तुम्हारे मध्य में अन्य जातियों के देवताओं की मूर्तियाँ हैं। उन्हें हटा दो और अपने आपको शुद्ध करो। अपने वस्त्रों को बदल डालो।
तुम चांदी के देवता न बनाना कि तुम मेरे साथ उनकी भी आराधना करो; और न अपने लिए स्वर्ण-देवता बनाना।
इसलिए तू उनसे यह कह, स्वामी-प्रभु यों कहता है : जिन कामों को न करने का मैंने तुम्हें आदेश दिया था, वही तुम करते हो: तुम रक्त के साथ मांस खाते हो। तुम सहायता के लिए देवी-देवताओं की मूर्तियों की ओर दृष्टि करते हो। तुम हत्या करते हो। फिर भी तुम सोचते हो कि तुम इस्राएल देश पर कब्जा कर सकोगे?
तब मैंने कहा, ‘यह क्या, स्वामी-प्रभु! देख, मैंने निषिद्ध भोजन खाकर कभी स्वयं को अशुद्ध नहीं किया। बचपन से अब तक मैंने किसी मरे हुए पशु अथवा जंगली जानवरों द्वारा मारे गए पशु का मांस नहीं खाया। मैंने व्यवस्था द्वारा निषिद्ध मांस अपने मुंह में कभी नहीं डाला।’
किन्तु दानिएल ने अपने हृदय में यह निश्चय किया कि वह राजा का न तो भोजन खाएगा और न शराब पीएगा जो राजा पीता है; और यों अपने को अशुद्ध नहीं करेगा। इसलिए उसने मुख्य खोजा अशपनज से निवेदन किया, “आप मुझे महाराज के आदेश से मुक्त रखें जिससे मैं अशुद्ध न होऊं।”
‘तुम में से कोई भी व्यक्ति अपने निकट-कुटुम्ब की स्त्री के पास संभोग करने के लिए नहीं जाएगा। मैं प्रभु हूँ।
यह तुम्हारी पीढ़ी से पीढ़ी तक, तुम्हारे समस्त निवास-स्थानों में चिरस्थायी संविधि होगी कि तुम चर्बी और रक्त नहीं खाओगे।’
लड़कियों ने इस्राएलियों को अपने देवताओं के बलिभोज में आमन्त्रित किया। इस्राएलियों ने बलि-भोज खाया और उनके देवताओं की झुककर वन्दना की।
आप लोग मूर्तियों पर चढ़ाये हुए मांस से, रक्त के खान-पान से, गला घोंटे हुए पशुओं के मांस से और व्यभिचार से परहेज करें। इन से अपने को बचाये रखने में आप लोगों का कल्याण है। शुभकामना!”
जहाँ तक विश्वासी ग़ैर-यहूदियों का प्रश्न है, हमने पत्र लिख कर अपना यह निर्णय भेज दिया है कि वे मूर्तियों पर चढ़ाये हुए मांस से, रक्त के खान-पान से, गला घोंटे हुए पशुओं के मांस से और व्यभिचार से परहेज करें!”
बल्कि मैंने लिखा कि यदि ‘भाई’ कहलाने वाला कोई व्यक्ति व्यभिचारी, लोभी, मूर्तिपूजक, निन्दक, शराबी या धोखेबाज है, तो उसके साथ भोजन तक नहीं करें।
कोई यह भी कहेगा, “किन्तु भोजन पेट के लिए है और पेट भोजन के लिए।” हां, किन्तु परमेश्वर दोनों का अन्त कर देगा। शरीर व्यभिचार के लिए नहीं, बल्कि प्रभु के लिए है और प्रभु शरीर के लिए।
व्यभिचार से दूर रहें। मनुष्य के दूसरे सभी पाप उसके शरीर से बाहर हैं, किन्तु व्यभिचार करने वाला अपने ही शरीर के विरुद्ध पाप करता है।
क्या आप यह नहीं जानते कि अन्याय करने वाले व्यक्ति परमेश्वर के राज्य के अधिकारी नहीं होंगे? धोखे में न रहें! व्यभिचारी, मूर्तिपूजक, परस्त्रीगामी, कामातुर और पुरुषगामी,
अब मूर्तियों को अर्पित मांस के विषय में। इसके संबंध में हम सब को ज्ञान प्राप्त है-यह मानी हुई बात है; किन्तु वह ‘ज्ञान’ मनुष्य को अहंकारी बनाता है, जब कि प्रेम निर्माण करता है।
कहीं ऐसा न हो कि मेरे आपके यहाँ पहुँचने पर मेरा परमेश्वर मुझे फिर आपके सामने नीचा दिखाए और मुझे उन बहुसंख्यक लोगों के लिए शोक मनाना पड़े, जिन्होंने पहले पाप किया और अपनी अशुद्धता, व्यभिचार और लम्पटता के लिए पश्चात्ताप नहीं किया है।
जैसा कि सन्तों के लिए उचित है, आप लोगों के बीच किसी प्रकार के व्यभिचार और अशुद्धता अथवा लोभ की चर्चा तक न हो,
‘तुम किसी भी पशु की लोथ का मांस मत खाना। तुम उसको अपने नगर-द्वार के भीतर रहनेवाले प्रवासी को दे देना, कि वह उसको खा ले, अथवा उसे विदेशी को बेच देना, क्योंकि तुम अपने प्रभु परमेश्वर के लिए पवित्र लोग हो। ‘तू बकरी के बच्चे को उसकी मां के दूध में मत पकाना।’
इसलिए आप लोग अपने शरीर में इन बातों को निर्जीव करें जो संसार की हैं, अर्थात् व्यभिचार, अशुद्धता, कामुकता, विषयवासना और लोभ को जो मूर्तिपूजा के सदृश है।
आप लोगों में न तो कोई व्यभिचारी हो और न एसाव के सदृश कोई अधर्मी, जिसने एक ही बार के भोजन के लिए अपना पहलौठे का अधिकार बेच दिया।
आप लोगों में विवाह सम्मानित और दाम्पत्य जीवन अदूषित हो; क्योंकि परमेश्वर लम्पटों और व्यभिचारियों का न्याय करेगा।
आप लोगों ने पहले सांसारिक लोगों की जीवनचर्या के अनुसार व्यभिचार, भोग-विलास, मदिरापान, रंगरलियों, मादकता और घृणित मूर्तिपूजा में जो समय बिताया, वही बहुत हुआ।
वह हाथ में एक खुली पुस्तिका लिये था। उसने अपना दाहिना पैर समुद्र पर रखा और बायाँ पैर पृथ्वी पर।
जो वाणी मैंने स्वर्ग से आते हुए सुनी थी, वह उस समय फिर मुझे सम्बोधित कर बोली, “जाओ, जो स्वर्गदूत समुद्र और पृथ्वी पर खड़ा है, उसके हाथ से वह खुली पुस्तक ले लो।”
किन्तु मुझे तुम से कुछ शिकायतें हैं। तुम्हारे बीच कुछ ऐसे लोग रहते हैं, जो बिलआम की शिक्षा को मानते हैं। बिलआम ने बालाक को सिखाया कि वह इस्राएलियों को पथभ्रष्ट करे, जिससे वे मूर्तियाँ को अर्पित मांस खायें और व्यभिचार करें।
किन्तु मुझे तुम से यह शिकायत है कि तुम उस स्त्री ईजेबेल को अपने बीच रहने देते हो। वह अपने को नबिया कहती है और अपनी शिक्षा द्वारा मेरे सेवकों को व्यभिचार करने और मूर्तियों को अर्पित मांस खाने के लिए बहकाती है।
शेष मनुष्यों ने-जो इन विपत्तियों द्वारा नहीं मारे गये थे-अपने हाथों के कर्मों के लिए पश्चात्ताप नहीं किया। वे भूत-प्रेतों की पूजा करते रहे और सोना, चाँदी, पीतल, पत्थर और लकड़ी की उन देवमूर्तियों की भी, जो न तो देख सकती हैं, न सुन और चल सकती हैं।
अत: वे पलिश्तियों की लूट पर टूट पड़े। उन्होंने भेड़, बैल और बछड़े लिये और उनका वहीं, भूमि पर वध किया। तत्पश्चात् वे रक्त-सहित उनका मांस खाने लगे।
लोगों ने शाऊल को बताया, ‘सैनिक रक्तसहित मांस खा रहे हैं, और इस प्रकार प्रभु के प्रति पाप कर रहे हैं।’ शाऊल ने कहा, ‘तुमने विश्वासघात किया! मेरे पास यहाँ एक बड़ा पत्थर लुढ़का लाओ।’