जब वे मारा नामक झरने पर पहुँचे, वे उसका पानी न पी सके, क्योंकि वह कड़वा था। अतएव उस झरने का नाम “मारा” पड़ा।
प्रकाशितवाक्य 8:11 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) नक्षत्र का नाम “नागदौना” है। एक तिहाई जल नागदौना के सदृश कड़वा हो गया और बहुत-से लोग मर गये, क्योंकि जल कड़वा हो गया था। पवित्र बाइबल इस तारे का नाम था नागदौना सो समूचे जल का एक तिहाई भाग नागदौना में ही बदल गया। तथा उस जल के पीने से बहुत से लोग मारे गए। क्योंकि जल कड़वा हो गया था। Hindi Holy Bible और उस तोर का नाम नागदौना कहलाता है, और एक तिहाई पानी नागदौना सा कड़वा हो गया, और बहुतेरे मनुष्य उस पानी के कड़वे हो जाने से मर गए॥ पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) उस तारे का नाम नागदौना है; और एक तिहाई पानी नागदौना–सा कड़वा हो गया, और बहुत से मनुष्य उस पानी के कड़वे हो जाने से मर गए। नवीन हिंदी बाइबल उस तारे का नाम नागदौना है, और जल का एक-तिहाई भाग नागदौना जैसा कड़वा हो गया तथा उस जल के कड़वे हो जाने के कारण बहुत से लोग मर गए। सरल हिन्दी बाइबल यह तारा अपसन्तिनॉस कहलाता है—इससे एक तिहाई जल कड़वा हो गया. जल के कड़वे हो जाने के कारण अनेक मनुष्यों की मृत्यु हो गई. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 उस तारे का नाम नागदौना है, और एक तिहाई पानी नागदौना जैसा कड़वा हो गया, और बहुत से मनुष्य उस पानी के कड़वे हो जाने से मर गए। (यिर्म. 9:15) |
जब वे मारा नामक झरने पर पहुँचे, वे उसका पानी न पी सके, क्योंकि वह कड़वा था। अतएव उस झरने का नाम “मारा” पड़ा।
अत: स्वर्गिक सेनाओं का प्रभु इन नबियों के विषय में यह कहता है: ‘मैं इनको कड़वी से कड़वी वस्तु खाने को दूंगा; मैं इनको पीने के लिए विष दूंगा। क्योंकि यरूशलेम के इन नबियों ने सारे देश में अधर्म फैलाया है।’
अत: इस्राएल का परमेश्वर, स्वर्गिक सेनाओं का प्रभु यों कहता है, ‘ओ यिर्मयाह, सुन! इस कारण मैं इन लोगों को कड़ुवा साग-पात खिलाऊंगा, और पीने को विष-मिला पानी दूंगा।
हे प्रभु, मेरी पीड़ा और मेरे दु:ख को स्मरण कर, देख, मैं कड़ुवाहट से पूर्ण विष और चिरायता पी चुका हूं।
तुम न्याय को चिरायते-सा कड़ुवा बनानेवाले लोग हो। तुम धर्म को मिट्टी में मिलाने वाले लोग हो!
क्या घोड़े चट्टानों पर दौड़ते हैं? क्या बैलों से समुद्र पर हल चलाया जाता है? परन्तु तुमने न्याय-व्यवस्था को जहर, और धर्म को चिरायता-सा कड़ुवा बना दिया है।
प्रभु का यह कथन है : ‘समस्त देश में दो तिहाई आबादी मर-कट जाएगी, केवल एक तिहाई जीवित रहेगी।
जैसे भट्ठी में चांदी शुद्ध की जाती है, वैसे ही मैं इस एक तिहाई आबादी को आग में झोंक कर उसे शुद्ध करूंगा। जैसे सोना परखा जाता है वैसे ही मैं उनको परखूंगा। वे मेरे नाम की दुहाई देंगे, और मैं उनको उत्तर दूंगा। मैं यह कहूंगा, “ये मेरे निज लोग हैं” , और वे यह कहेंगे, “प्रभु ही हमारा परमेश्वर है।” ’
इसलिए सावधान! तुम्हारे मध्य ऐसा पुरुष, स्त्री, गोत्र अथवा कुल नहीं होना चाहिए जिसका हृदय आज हमारे प्रभु परमेश्वर की ओर से बदल जाए, और वह जाकर अन्य राष्ट्रों के देवताओं की पूजा करने लगे। तुम्हारे बीच ऐसी जड़ नहीं रहनी चाहिए, जिससे विषैले और कड़ुए फल उत्पन्न होते हैं।
आप सावधान रहें- कोई व्यक्ति परमेश्वर की कृपा से वंचित न हो। ऐसी कोई कड़वी जड़ फूटने न पाये, जो हानिकर हो और समस्त समुदाय को दूषित कर दे।
उसकी पूँछ ने आकाश के एक तिहाई तारे बुहार कर पृथ्वी पर फेंक दिये। वह पंखदार सर्प प्रसव-पीड़ित महिला के सामने खड़ा रहा, जिससे वह नवजात शिशु को निगल जाये।
पहले ने तुरही बजायी। इस पर रक्त से मिश्रित ओले एवं आग उत्पन्न हुई और पृथ्वी पर डाली गयी। एक तिहाई पृथ्वी भस्म हो गयी, एक तिहाई वृक्ष भस्म हो गये और सारी हरी घास भस्म हो गयी।
उन चार दूतों के बन्धन खोल दिये गये, जो उसी घड़ी, दिन, महीने और वर्ष के लिए प्रस्तुत थे, जब उन्हें एक तिहाई मनुष्यों का वध करना था।
इन तीन विपत्तियों द्वारा, अर्थात् आग, धूएँ और गन्धक द्वारा, जो घोड़ों के मुँह से निकल रही थी, एक तिहाई मनुष्यों का वध किया गया।
नाओमी ने उनसे कहा, ‘कृपाकर, अब मुझे “नाओमी” मत कहो, बल्कि मुझे “मारा” कहो; क्योंकि सर्वशक्तिमान प्रभु ने मुझे बहुत दु:ख दिया है।