‘अब हे हमारे परमेश्वर, तू महान, शक्तिशाली और आतंकमय परमेश्वर, अपने विधान का पालन करनेवाला, और करुणा सागर है! जो महा संकट के बादल हम पर, हमारे राजाओं, शासकों, पुरोहितों, नबियों और पूर्वजों पर, तेरे समस्त निज लोगों पर असीरियाई राजाओं के समय से आज तक हम पर बरसते आए हैं, उन्हें अपनी दृष्टि में कम न जान!
लोग आपस में बोलते हैं: ‘हम हाथ पर हाथ रखे हुए क्यों बैठे रहें? आओ, एकत्र हों, और किलाबंद नगरों में शरण लें, और वहां दम तोड़ें। हमारे प्रभु परमेश्वर ने हमें मार डालने का दृढ़ निश्चय कर रखा है। उसने हमें विष का प्याला पीने को दिया है; क्योंकि हमने उस के प्रति पाप किया है।
अत: इस्राएल का परमेश्वर, स्वर्गिक सेनाओं का प्रभु यों कहता है, ‘ओ यिर्मयाह, सुन! इस कारण मैं इन लोगों को कड़ुवा साग-पात खिलाऊंगा, और पीने को विष-मिला पानी दूंगा।