तू मुझे जीवन-मार्ग दिखाता है; तेरी उपस्थिति परमानन्द है; तेरे दाहिने हाथ में सदा-सर्वदा स्वर्ग-सुख है।
प्रकाशितवाक्य 22:3 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) वहाँ कुछ भी नहीं रहेगा, जो अभिशाप के योग्य हो। वहाँ परमेश्वर और मेमने का सिंहासन होगा। उसके सेवक उसकी आराधना करेंगे। पवित्र बाइबल वहाँ किसी प्रकार का कोई अभिशाप नहीं होगा। परमेश्वर और मेमने का सिंहासन वहाँ बना रहेगा। तथा उसके सेवक उसकी उपासना करेंगे Hindi Holy Bible और फिर श्राप न होगा और परमेश्वर और मेम्ने का सिंहासन उस नगर में होगा, और उसके दास उस की सेवा करेंगे। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) फिर स्राप न होगा, और परमेश्वर और मेम्ने का सिंहासन उस नगर में होगा और उसके दास उसकी सेवा करेंगे। नवीन हिंदी बाइबल अब से कोई शाप न रहेगा। उस नगर में परमेश्वर और मेमने का सिंहासन होगा, और उसके दास उसकी सेवा करेंगे। सरल हिन्दी बाइबल अब से वहां श्रापित कुछ भी न रहेगा. परमेश्वर और मेमने का सिंहासन उस नगर में होगा, उनके दास उनकी आराधना करेंगे. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 फिर श्राप न होगा, और परमेश्वर और मेम्ने का सिंहासन उस नगर में होगा, और उसके दास उसकी सेवा करेंगे। (जक. 14:11) |
तू मुझे जीवन-मार्ग दिखाता है; तेरी उपस्थिति परमानन्द है; तेरे दाहिने हाथ में सदा-सर्वदा स्वर्ग-सुख है।
परन्तु मैं अपनी धार्मिकता के कारण तेरे मुख का दर्शन करूंगा; जब मैं जागूंगा तब मेरे स्वरूप को देखकर सन्तुष्ट होऊंगा।
ओ सियोन के निवासियो, जयजयकार करो, आनन्द से गीत गाओ; तुम्हारे मध्य रहनेवाला इस्राएल का पवित्र परमेश्वर महान है।”
प्रभु के द्वारा मुक्त किए गए लोग हर्ष के गीत गाते हुए सियोन में आएंगे। शाश्वत आनन्द से उनके मुख चमकते होंगे। उन्हें हर्ष और सुख प्राप्त होगा। उनके दु:ख और आहों का अन्त हो जाएगा।
‘मेरा निवास-स्थान उनके मध्य में सदा विद्यमान रहेगा। वे मेरे निज लोग होंगे, और मैं उनका परमेश्वर होऊंगा।
यरूशलेम नगर आबाद रहेगा। वह विनाश का शाप नहीं भोगेगा। यरूशलेम के निवासी सुख-चैन से निवास करेंगे।
उसके स्वामी ने उससे कहा, ‘शाबाश, भले और ईमानदार सेवक! तुम थोड़े में ईमानदार रहे, मैं तुम्हें बहुत वस्तुओं पर अधिकार दूँगा। अपने स्वामी के आनन्द में सहभागी हो।’
“तब राजा अपनी बायीं ओर के लोगों से कहेगा, ‘शापित लोगो! मुझ से दूर हो और उस अनन्त आग में जा पड़ो, जो शैतान और उसके दूतों के लिए तैयार की गयी है;
यदि कोई मेरी सेवा करना चाहता है, तो वह मेरा अनुसरण करे। जहाँ मैं हूँ, वहीं मेरा सेवक भी होगा। यदि कोई मेरी सेवा करे, तो पिता उसका सम्मान करेगा।
यदि उसके द्वारा परमेश्वर की महिमा हुई, तो परमेश्वर भी उसे अपने में महिमान्वित करेगा और वह शीघ्र ही उसे महिमान्वित करेगा।
यदि मैं जा कर तुम्हारे लिए स्थान का प्रबन्ध करूँ, तो मैं फिर आऊंगा और तुम्हें अपने यहाँ ले जाऊंगा, जिससे जहाँ मैं हूँ, वहाँ तुम भी रहो।
“पिता! मैं चाहता हूँ कि तूने जिन्हें मुझे सौंपा है, वे, जहाँ मैं हूँ, मेरे साथ रहें, जिससे वे मेरी महिमा देख सकें, जो तूने मुझे प्रदान की है; क्योंकि तूने संसार की नींव रखी जाने से पूर्व मुझ से प्रेम किया है।
“जो व्यक्ति इस व्यवस्था के वचनों के अनुसार आचरण नहीं करता और इस प्रकार उसको पूरा नहीं करता, वह शापित है।” सब लोग प्रत्युत्तर में कहेंगे, “ऐसा ही हो!” ’
और ऊंचे स्वर से पुकार-पुकार कर कह रहे थे: “सिंहासन पर विराजमान हमारे परमेश्वर और मेमने की जय!”
इसके बाद मैंने सभी राष्ट्रों, कुलों, प्रजातियों और भाषाओं का एक ऐसा विशाल जनसमूह देखा, जिसकी गिनती कोई भी नहीं कर सकता था। वे उजले वस्त्र पहने तथा हाथ में खजूर की डालियाँ लिये सिंहासन तथा मेमने के सामने खड़े थे