प्रभु, इस्राएल का परमेश्वर, अनादि काल से युग-युगान्त धन्य है!” ’ तब सब लोगों ने यह कहा, ‘आमेन!’ और प्रभु की स्तुति की।
प्रकाशितवाक्य 19:4 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) चौबीस धर्मवृद्ध और चार प्राणी मुँह के बल गिर पड़े और उन्होंने यह कहते हुए सिंहासन पर विराजमान परमेश्वर की आराधना की, “आमेन! प्रभु की स्तुति करो!” पवित्र बाइबल फिर चौबीसों प्राचीनों और चारों प्राणियों ने सिंहासन पर विराजमान परमेश्वर को झुक कर प्रणाम किया और उसकी उपासना करते हुए गाने लगे: “आमीन! हल्लिलूय्याह!” जय हो उसकी। Hindi Holy Bible और चौबीसों प्राचीनों और चारों प्राणियों ने गिर कर परमेश्वर को दण्डवत् किया; जो सिंहासन पर बैठा था, और कहा, आमीन, हल्लिलूय्याह! पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) तब चौबीसों प्राचीनों और चारों प्राणियों ने गिरकर परमेश्वर को दण्डवत् किया, जो सिंहासन पर बैठा था, और कहा, “आमीन! हल्लिलूय्याह!” नवीन हिंदी बाइबल तब चौबीसों प्रवरों और चारों प्राणियों ने परमेश्वर को, जो सिंहासन पर विराजमान था, गिरकर दंडवत् किया और कहा: आमीन! हाल्लेलूय्याह! सरल हिन्दी बाइबल वे चौबीसों प्राचीन तथा चारों जीवित प्राणी परमेश्वर के सामने, जो सिंहासन पर विराजमान हैं, दंडवत ओर वंदना करते हुए कहने लगे: “आमेन, हाल्लेलूयाह!” इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 और चौबीसों प्राचीनों और चारों प्राणियों ने गिरकर परमेश्वर को दण्डवत् किया; जो सिंहासन पर बैठा था, और कहा, “आमीन! हालेलूय्याह!” |
प्रभु, इस्राएल का परमेश्वर, अनादि काल से युग-युगान्त धन्य है!” ’ तब सब लोगों ने यह कहा, ‘आमेन!’ और प्रभु की स्तुति की।
फिर मैंने अपना पल्ला झाड़कर कहा, ‘जो व्यक्ति इस वचन का पालन नहीं करेगा, उसको परमेश्वर इसी प्रकार झाड़ेगा। परमेश्वर उस व्यक्ति को उसके मकान, और उसकी धन-सम्पत्ति से झाड़ देगा, और उसको सब वस्तुओं से वंचित कर देगा।’ आम-सभा में उपस्थित सब लोगों ने कहा, ‘आमेन, ऐसा ही हो!’ सभा ने परमेश्वर की स्तुति की। धनी यहूदियों और सरकारी अफसरों ने अपने वचन को पूरा किया।
एज्रा ने महान प्रभु परमेश्वर को धन्य कहा, और उसके उत्तर में सब लोग आकाश की ओर हाथ उठाकर बोले, ‘आमेन! आमेन!’ उन्होंने सिर झुकाया, और भूमि पर साष्टांग लेट कर प्रभु की वन्दना की।
पृथ्वी से पापियों का अन्त हो जाए, दुर्जन भविष्य में न रहें। ओ मेरे प्राण, प्रभु को धन्य कह! प्रभु की स्तुति करो!
प्रभु, इस्राएल का परमेश्वर अनादि काल से युग-युगान्त धन्य है! सब लोग यह कहें ‘आमेन!’ प्रभु की स्तुति करो!
‘आमेन! काश, प्रभु ऐसा ही करे। जो नबूवत तुमने की है, वह प्रभु सच प्रमाणित करे, और प्रभु अपने भवन के पवित्र पात्रों को तथा सब बन्दियों को बेबीलोन से यहां वापस लाए।
मैंने तुम्हें जो-जो आदेश दिये हैं, उन सबका पालन करना उन्हें सिखाओ। देखो, मैं संसार के अन्त तक सदा तुम्हारे साथ हूँ।”
और हमें परीक्षा में न डाल, बल्कि बुराई से हमें बचा। [क्योंकि राज्य, सामर्थ्य और महिमा सदा तेरे हैं। आमेन।]
यदि आप आत्मा से आविष्ट होकर परमेश्वर की स्तुति करते हैं, तो वहाँ उपस्थित साधारण व्यक्ति आपका धन्यवाद सुनकर कैसे “आमेन” कह सकता है? वह यह भी नहीं जानता कि आप क्या कह रहे हैं।
चार प्राणियों में से एक ने सात स्वर्गदूतों को सात सोने के प्याले दिये, जिन में युग-युगों तक जीवित रहने वाले परमेश्वर का क्रोध भरा हुआ था।
इसके बाद मैंने स्वर्ग में एक विशाल जनसमुदाय की-सी ऊंची आवाज को यह गाते हुए सुना, “प्रभु की स्तुति करो! हमारे परमेश्वर को विजय, महिमा और सामर्थ्य!
तब उन्होंने फिर पुकार कर कहा, “प्रभु की स्तुति करो! महानगरी के जलने का धूआँ युग-युगों तक उठता रहेगा।”
तब मैंने एक विशाल जन-समुदाय की-सी आवाज, समुद्र की लहरों और गरजते हुए बादलों की प्रचंड आवाज को यह कहते हुए सुना, “प्रभु की स्तुति करो! हमारे सर्वशक्तिमान् प्रभु परमेश्वर ने राज्याधिकार ग्रहण किया है।