इनके अतिरिक्त मनश्शे ने बड़ी संख्या में निर्दोष लोगों का रक्त बहाया था। उसने यरूशलेम के एक छोर से दूसरे छोर तक निर्दोष रक्त की नदी बहाई थी। प्रभु ने उसको क्षमा नहीं किया था।
प्रकाशितवाक्य 16:6 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) क्योंकि उन्होंने सन्तों और नबियों का रक्त बहाया और तूने उन्हें रक्त पिलाया। वे अपनी करनी का फल भोग रहे हैं।” पवित्र बाइबल उन्होंने संत जनों का और नबियों का लहू बहाया। तू न्यायी है तूने उनके पीने को बस रक्त ही दिया, क्योंकि वे इसी के योग्य रहे।” Hindi Holy Bible क्योंकि उन्होंने पवित्र लोगों, और भविष्यद्वक्ताओं का लोहू बहाया था, और तू ने उन्हें लोहू पिलाया; क्योंकि वे इसी योग्य हैं। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) क्योंकि उन्होंने पवित्र लोगों और भविष्यद्वक्ताओं का लहू बहाया था, और तू ने उन्हें लहू पिलाया; क्योंकि वे इसी योग्य हैं।” नवीन हिंदी बाइबल इन लोगों ने पवित्र जनों और भविष्यवक्ताओं का लहू बहाया था, और तूने इन्हें पीने के लिए लहू दिया। वे इसी के योग्य हैं। सरल हिन्दी बाइबल इसलिये कि उन्होंने पवित्र लोगों और भविष्यद्वक्ताओं का लहू बहाया, पीने के लिए उन्हें आपने लहू ही दे दिया, वे इसी योग्य हैं.” इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 क्योंकि उन्होंने पवित्र लोगों, और भविष्यद्वक्ताओं का लहू बहाया था, और तूने उन्हें लहू पिलाया; क्योंकि वे इसी योग्य हैं।” |
इनके अतिरिक्त मनश्शे ने बड़ी संख्या में निर्दोष लोगों का रक्त बहाया था। उसने यरूशलेम के एक छोर से दूसरे छोर तक निर्दोष रक्त की नदी बहाई थी। प्रभु ने उसको क्षमा नहीं किया था।
अथवा किसी प्रकार की हानि होती है तो आंख के बदले आंख, दांत के बदले दांत, हाथ के बदले हाथ, पैर के बदले पैर,
प्रभु यों कहता है, “तू इस बात से जानेगा कि मैं प्रभु हूं : मैं अपने हाथ की लाठी से नील नदी के जल पर प्रहार करूंगा, और जल रक्त में बदल जाएगा।
मैं तेरे बैरियों को विवश करूंगा, और वे अपना ही मांस खाएंगे; वे शराब की तरह अपना रक्त पीएंगे, और मतवाले होंगे। तब समस्त मनुष्यजाति को यह अनुभव होगा कि मैं ही तेरा उद्धारकर्ता प्रभु हूं, तेरा मुक्तिदाता, याकूब का सर्वशक्तिमान परमेश्वर हूं।’
‘मैंने व्यर्थ ही तुम्हारे बच्चों को मारा, वे मेरी ताड़ना से सुधरे नहीं; तुमने अपनी तलवार से अपने नबियों को चीर-फाड़ डाला, जैसे गरजता हुआ सिंह अपने शिकार को फाड़ता है!
पुरोहितों और नबियों ने उच्चाधिकारियों और जनता से कहा, ‘यह आदमी मृत्यु-दण्ड के योग्य है। आप लोगों ने स्वयं अपने कानों से सुना है कि इस ने हमारे इस नगर के विरुद्ध नबूवत की है।’
तब उच्चाधिकारियों और जनता ने पुरोहितों और नबियों से कहा, ‘इस मनुष्य ने ऐसा कोई काम नहीं किया है कि इस को मृत्यु-दण्ड दिया जाए। इस ने तो हमारे प्रभु परमेश्वर के नाम से वचन सुनाया है।’
परन्तु यह यरूशलेम के नबियों के पापों के कारण; उसके पुरोहितों के दुष्कर्मों के कारण संभव हुआ; क्योंकि नबियों और पुरोहितों ने धार्मिकों का रक्त नगर में बहाया था।
मैं तेरे शरीर से बहते हुए खून से पहाड़ों और मैदानों को सींच दूंगा, और नदी-नाले तेरे रक्त से भर जाएंगे।
जिस प्रकार तुम दोष लगाते हो, उसी प्रकार तुम पर भी दोष लगाया जाएगा और जिस नाप से तुम नापते हो, उसी से तुम्हारे लिए भी नापा जाएगा।
परन्तु जिसने अनजाने ही मार खाने का काम किया, वह थोड़ी मार खाएगा। जिसे बहुत दिया गया है, उस से बहुत माँगा जाएगा और जिसे बहुत सौंपा गया है, उस से और अधिक ले लिया जाएगा।
तो आप लोग विचार करें कि जो व्यक्ति परमेश्वर के पुत्र का तिरस्कार करता है, विधान के उस रक्त को तुच्छ समझता है जिस के द्वारा वह पवित्र किया गया था, और अनुग्रह के आत्मा का अपमान करता है, तो ऐसा व्यक्ति कितने घोर दण्ड के योग्य समझा जायेगा;
“राष्ट्र क्रुद्ध हो गये थे, किन्तु अब तेरा क्रोध आ गया है और वह समय भी जब मृतकों का न्याय किया जायेगा; जब तेरे सेवकों, तेरे नबियों और तेरे सन्तों को पुरस्कार दिया जायेगा और उन सब को भी, चाहे वे छोटे या बड़े हों, जो तेरे नाम पर श्रद्धा रखते हैं। और वह समय आ पहुँचा जब उन लोगों का विनाश किया जायेगा, जो पृथ्वी का विनाश करते हैं।”
जिसे बन्दी बनना है, वह बन्दी बनाया जायेगा। जिसे तलवार से मरना है, वह तलवार से मारा जायेगा। अब सन्तों के धैर्य और विश्वास का समय है।
उसे पशु की प्रतिमा में प्राण डालने की अनुमति मिली, जिसके फलस्वरूप वह प्रतिमा बोल सकी और उन सब को मरवा देती थी, जो पशु की प्रतिमा की आराधना नहीं करते थे।
अब स्वर्गवासियो! सन्तो! प्रेरितो और नबियो! आनन्द मनाओ, क्योंकि परमेश्वर ने उसके विरुद्ध तुम्हें न्याय दिलाया है।
बेबीलोन में नबियों, सन्तों और उन सब लोगों का रक्त पाया गया, जिनका पृथ्वी पर वध किया गया था।”
क्योंकि उसके निर्णय सच्चे और न्यायसंगत हैं। उसने उस महावेश्या को दण्डित किया है, जो अपने व्यभिचार द्वारा पृथ्वी को दूषित करती थी। परमेश्वर ने उससे अपने सेवकों के रक्त का प्रतिशोध लिया है।”