10 बंदीगृह में बंदी होना, जिसकी नियति बनी है वह निश्चय ही बंदी होगा। यदि कोई तलवार से मारेगा तो वह भी उस ही असि से मारा जाएगा। इसी में तो परमेश्वर के संत जनों से धैर्यपूर्ण सहनशीलता और विश्वास की अपेक्षा है।
10 यदि किसी को बंधुआई में जाना है, तो वह बंधुआई में ही जाएगा, यदि किसी को तलवार से मरना है तो वह तलवार से ही मारा जाएगा। पवित्र लोगों का धीरज और विश्वास इसी में है।
10 “जो कैद के लिए लिखा गया है, वह बंदीगृह में जाएगा. जो तलवार से मारता है, उसे तलवार ही से मारा जाएगा.” इसके लिए आवश्यक है पवित्र लोगों का धीरज और विश्वास.
अनेक कौमों के लोग इस्राएलियों को उनके देश पहुँचाने के लिए उनके साथ जाएंगे। इस्राएल के वंशज उन्हें अपने देश में, प्रभु के देश में, सेवक और सेविका के रूप में प्राप्त करेंगे। जिन्होंने इस्राएलियों को बन्दी बनाया था, अब उनको इस्राएली अपना बन्दी बनाएंगे; जिन्होंने उन पर शासन किया था, अब वे उन पर शासन करेंगे।
देखो, पृथ्वी के निवासियों को, उनके अधर्म का दण्ड देने के लिए प्रभु अपने निवास-स्थान से बाहर निकल रहा है! तब पृथ्वी उन हत्याओं को प्रकट करेगी, जो उस पर की गई हैं; वह किसी के रक्त को नहीं छिपाएगी।
अरे विनाशक, तेरा बुरा हो; स्वयं तेरा कभी विनाश नहीं हुआ! अरे विश्वासघाती, तेरे साथ कभी किसी ने विश्वासघात नहीं किया! जब तू विनाश कर चुकेगा तब तेरा भी विनाश होगा। जब तू विश्वासघात कर चुकेगा तब तेरे साथ भी विश्वासघात किया जाएगा।
अगर यहूदा प्रदेश के लोग तुझ से पूछें कि हम कहां जाएं, तो तू उनसे यह कहना: ‘प्रभु यों कहता है, “जो महामारी से मरनेवाले हैं, वे महामारी के मुंह में चले जाएं; जो तलवार से मौत के घाट उतरनेवाले हैं, वे तलवार से घात होने चले जाएं। जो अकाल से मरनेवाले हैं, वे अकाल की छाया में चले जाएं; और जिनको बन्दी होकर निष्कासित होना है, वे निष्कासन में चले जाएं!”
तब वह मिस्र देश की राजधानी में आएगा, और देश को नष्ट कर देगा। जो लोग महामारी से मरने के लिए ठहराए गए हैं, वे महामारी से मरेंगे। जो लोग बन्दी बनाए जाने के लिए ठहराए गए हैं, वे बन्दी बन कर गुलामी में जाएंगे, और जो तलवार से वध होने के लिए ठहराए गए हैं, उनका तलवार से वध होगा।
दर्शन के पूर्ण होने में कुछ देर है, पर वह अवश्य पूरा होगा, वह झूठा नहीं होगा। यदि उसके पूर्ण होने में देर हो, तो प्रतीक्षा कर। यह दर्शन अवश्य सिद्ध होगा, उसमें अधिक विलम्ब न होगा।’
मैं आप लोगों का भाई योहन हूँ और येशु के संकट, राज्य तथा धैर्य में आपका सहभागी। परमेश्वर का संदेश सुनाने तथा येशु के विषय में साक्षी देने के कारण मैं पतमुस नामक द्वीप में था।
“राष्ट्र क्रुद्ध हो गये थे, किन्तु अब तेरा क्रोध आ गया है और वह समय भी जब मृतकों का न्याय किया जायेगा; जब तेरे सेवकों, तेरे नबियों और तेरे सन्तों को पुरस्कार दिया जायेगा और उन सब को भी, चाहे वे छोटे या बड़े हों, जो तेरे नाम पर श्रद्धा रखते हैं। और वह समय आ पहुँचा जब उन लोगों का विनाश किया जायेगा, जो पृथ्वी का विनाश करते हैं।”
“आपने जिस पशु को देखा, जो था और अब नहीं है, वह अगाध गर्त्त में से ऊपर आयेगा और उसका सर्वनाश हो जायेगा। पृथ्वी के वे निवासी, जिनके नाम संसार के प्रारम्भ से जीवन-ग्रन्थ में अंकित नहीं हैं, पशु को देख कर अचम्भे में पड़ जायेंगे, क्योंकि वह था और अब नहीं है और फिर आगे आने वाला है।
मैं तुम्हारे आचरण, तुम्हारे प्रेम, तुम्हारे विश्वास, तुम्हारी धर्मसेवा और तुम्हारे धैर्य से परिचित हूँ। मैं जानता हूँ कि तुम्हारे ये पिछले कार्य तुम्हारे पहले के कार्यों से बढ़कर हैं।
मैं तुम्हारे आचरण, तुम्हारे परिश्रम और धैर्य से परिचित हूँ। मैं जानता हूँ कि तुम दुष्टों को सह नहीं सकते। जो अपने को प्रेरित कहते हैं, किन्तु हैं नहीं, तुमने उनकी परीक्षा ली है और उन्हें झूठ पाया है।
तुम ने जो शिक्षा स्वीकार की और सुनी, उसे याद रखो, उसका पालन करो और पश्चात्ताप करो। यदि तुम नहीं जागोगे, तो मैं चोर की तरह आऊंगा और तुम्हें मालूम नहीं है कि मैं किस घड़ी तुम्हारे पास आ जाऊंगा।