जो व्यक्ति, फिर चाहे वह पुरुष हो, स्त्री हो, बड़ा हो या छोटा हो, इस्राएली राष्ट्र के प्रभु परमेश्वर की खोज नहीं करेगा, उसका वध किया जाएगा।
प्रकाशितवाक्य 13:16 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) वह दूसरा पशु सभी लोगों को-चाहे वे छोटे हों या बड़े, धनी हों या दरिद्र, स्वतन्त्र हों या दास-इसके लिए बाध्य करता है कि वे अपने दाहिने हाथ अथवा अपने माथे पर छाप लगवायें। पवित्र बाइबल दूसरे पशु ने छोटों-बड़ों, धनियों-निर्धनों, स्वतन्त्रों और दासों-सभी को विवश किया कि वे अपने-अपने दाहिने हाथों या माथों पर उस पशु के नाम या उसके नामों से सम्बन्धित संख्या की छाप लगवायें ताकि उस छाप को धारण किए बिना कोई भी ले बेच न कर सके। Hindi Holy Bible और उस ने छोटे, बड़े, धनी, कंगाल, स्वत्रंत, दास सब के दाहिने हाथ या उन के माथे पर एक एक छाप करा दी। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) उसने छोटे–बड़े, धनी–कंगाल, स्वतंत्र–दास सब के दाहिने हाथ या उनके माथे पर एक एक छाप करा दी, नवीन हिंदी बाइबल उसने छोटे और बड़े, धनी और निर्धन, स्वतंत्र और दास सब के दाहिने हाथ या माथे पर छाप लगवा दी, सरल हिन्दी बाइबल उसने साधारण और विशेष, धनी-निर्धन; स्वतंत्र या दास, सभी को दाएं हाथ या माथे पर एक चिह्न अंकित करवाने के लिए मजबूर किया इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 और उसने छोटे-बड़े, धनी-कंगाल, स्वतंत्र-दास सब के दाहिने हाथ या उनके माथे पर एक-एक छाप करा दी, |
जो व्यक्ति, फिर चाहे वह पुरुष हो, स्त्री हो, बड़ा हो या छोटा हो, इस्राएली राष्ट्र के प्रभु परमेश्वर की खोज नहीं करेगा, उसका वध किया जाएगा।
वह सामन्तों के प्रति पक्षपात नहीं करता, और न अमीर को गरीब से अधिक सम्मान देता है। क्योंकि दोनों को उसने अपने हाथ से रचा है।
वह तेरे हाथ पर एक चिह्न और तेरी दोनों आंखों के मध्य स्मारक होगा, जिससे प्रभु की व्यवस्था तेरे मुंह में विराजती रहे; क्योंकि प्रभु ने सबल हाथों से तुझे मिस्र देश से बाहर निकाला है।
प्रभु ने उससे कहा, ‘यरूशलेम नगर में जाओ, और उन-सब मनुष्यों के माथे पर चिह्न लगाओ, जो नगर में किए जा रहे घृणित कार्यों के लिए दु:ख मनाते और शोक करते हैं।’
जब कोई व्यक्ति उससे यह पूछेगा, “तुम्हारे शरीर पर ये घाव कैसे हुए?” वह उससे यह कहेगा, “अपने प्रियजनों के घर पर मुझे ये घाव लगे हैं!”
किन्तु मैं परमेश्वर की सहायता से आज तक दृढ़ रहा और छोटे-बड़े, सब के सामने साक्षी देता रहा। जिन बातों के विषय में नबियों ने और मूसा ने भविष्यवाणी की है, उन से अधिक मैं कुछ नहीं कहता।
हम यहूदी हों या यूनानी, दास हों या स्वतन्त्र, हम सब-के-सब एक ही आत्मा का बपतिस्मा ग्रहण कर एक ही शरीर बन गये हैं। हम सब को एक ही आत्मा का पान कराया गया है।
अब न तो कोई यहूदी है और न यूनानी, न तो कोई दास है और न स्वतन्त्र, न तो कोई पुरुष है और न स्त्री-आप सब येशु मसीह में एक हो गये हैं।
क्योंकि आप जानते हैं कि प्रत्येक मनुष्य, चाहे वह दास हो या स्वतन्त्र, जो भी भलाई करेगा, उसका पुरस्कार वह प्रभु से प्राप्त करेगा।
‘अत: तुम मेरे इन शब्दों को अपने हृदय और प्राण में धारण करना! उन्हें चिह्न-स्वरूप अपने हाथ पर बांधना। वे तुम्हारी दोनों आंखों के मध्य शिरोबंद होंगे।
इस नवीनता में कोई भेद नहीं रहता, इसमें न यूनानी है, न यहूदी; न खतना है, न खतने का अभाव; न बर्बर है, न स्कूती, न दास और न स्वतन्त्र। केवल मसीह हैं, जो सब कुछ और सब में हैं।
जिस तरह यन्नेस और यम्ब्रेस ने मूसा का विरोध किया था, उसी तरह ये लोग सच्चाई का विरोध करते हैं। इनकी बुद्धि भ्रष्ट हो गयी है और इनका विश्वास कच्चा है।
“राष्ट्र क्रुद्ध हो गये थे, किन्तु अब तेरा क्रोध आ गया है और वह समय भी जब मृतकों का न्याय किया जायेगा; जब तेरे सेवकों, तेरे नबियों और तेरे सन्तों को पुरस्कार दिया जायेगा और उन सब को भी, चाहे वे छोटे या बड़े हों, जो तेरे नाम पर श्रद्धा रखते हैं। और वह समय आ पहुँचा जब उन लोगों का विनाश किया जायेगा, जो पृथ्वी का विनाश करते हैं।”
मैंने आग से मिश्रित काँच के समुद्र-सा कुछ देखा। वे व्यक्ति जिन्होंने पशु पर, उसकी प्रतिमा पर और उसके नाम की संख्या पर विजय पाई थी, काँच के समुद्र के तट पर खड़े थे। वे परमेश्वर की वीणाएँ लिये
तुम राजाओं, सेनापतियों, शूरवीरों, घोड़ों, घुड़सवारों और सब लोगों का-चाहे वे स्वतन्त्र हों या दास, छोटे हों या बड़े-मांस खाओ।”
पशु बन्दी बनाया गया और उसके साथ वह झूठा नबी भी, जिसने पशु के निरीक्षण में चमत्कार दिखा कर उन लोगों को बहकाया था, जिन्होंने पशु की छाप ग्रहण की थी और उसकी प्रतिमा की आराधना की थी। वे दोनों जीवित ही धधकते गन्धक के अग्निकुण्ड में डाल दिये गये।
इसके बाद सिंहासन से एक वाणी यह कहते सुनाई पड़ी, “तुम सब, जो परमेश्वर की सेवा करते हो, और तुम छोटे-बड़े जो उस पर श्रद्धा रखते हो, हमारे परमेश्वर की स्तुति करो।”
मैंने छोटे-बड़े, सब मृतकों को सिंहासन के सामने खड़ा देखा। पुस्तकें खोली गयीं। तब एक अन्य पुस्तक-अर्थात जीवन-ग्रन्थ खोला गया। पुस्तकों में लिखी हुई बातों के आधार पर मृतकों का उनके कर्मों के अनुसार न्याय किया गया।
मैंने सिंहासन देखे। जो उन पर बैठने आये, उन्हें न्याय करने का अधिकार दिया गया। मैंने उन लोगों की आत्माओं को भी देखा, जिनके सिर येशु की साक्षी और परमेश्वर के वचन के कारण काटे गये थे, जिन्होंने पशु और उसकी प्रतिमा की आराधना नहीं की थी तथा अपने माथे और हाथों पर पशु की छाप अंकित नहीं होने दिया था। वे पुनर्जीवित हो कर मसीह के साथ एक हजार वर्ष तक राज्य करते रहे।
पृथ्वी के राजा, सामन्त, सेनापति, धनवान और शक्तिशाली लोग, दास और स्वतन्त्र व्यक्ति-सब-के-सब पहाड़ों की गुफाओं और चट्टानों में छिप गये
“जब तक हम अपने परमेश्वर के सेवकों के मस्तक पर मुहर न लगायें, तब तक तुम न तो पृथ्वी को उजाड़ना, न समुद्र को और न वृक्षों को।”