याकूब ने अपने वस्त्र फाड़े। उन्होंने कमर पर टाट का वस्त्र लपेटा, और बहुत दिन तक अपने पुत्र के लिए शोक मनाया।
प्रकाशितवाक्य 11:3 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) मैं अपने दो सािक्षयों को आदेश दूँगा कि वे उन बारह सौ साठ दिनों तक टाट ओढ़े नबूवत करते रहें।” पवित्र बाइबल मैं अपने दो गवाहों को खुली छूट दे दूँगा और वो एक हज़ार दो सौ साठ दिनों तक भविष्यवाणी करेंगे। वे ऊन के ऐसे वस्त्र धारण किए हुए होंगे जिन्हें शोक प्रदर्शित करने के लिए पहना जाता है।” Hindi Holy Bible और मैं अपने दो गवाहों को यह अधिकार दूंगा, कि टाट ओढे हुए एक हजार दो सौ साठ दिन तक भविष्यद्ववाणी करें। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) मैं अपने दो गवाहों को यह अधिकार दूँगा कि टाट ओढ़े हुए एक हज़ार दो सौ साठ दिन तक भविष्यद्वाणी करें।” नवीन हिंदी बाइबल मैं अपने दो गवाहों को अधिकार दूँगा और वे टाट ओढ़कर एक हज़ार दो सौ साठ दिन तक भविष्यवाणी करेंगे।” सरल हिन्दी बाइबल मैं अपने दो गवाहों को, जिनका वस्त्र टाट का है, 1,260 दिन तक भविष्यवाणी करने की प्रदान करूंगा.” इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 और मैं अपने दो गवाहों को यह अधिकार दूँगा कि टाट ओढ़े हुए एक हजार दो सौ साठ दिन तक भविष्यद्वाणी करें।” |
याकूब ने अपने वस्त्र फाड़े। उन्होंने कमर पर टाट का वस्त्र लपेटा, और बहुत दिन तक अपने पुत्र के लिए शोक मनाया।
राजा दाऊद ने योआब और उसके साथ के सब सैनिकों को यह आदेश दिया, ‘मृत्यु-शोक प्रकट करने के लिए अपने वस्त्र फाड़ो, कमर में टाट के वस्त्र पहिनो, और अब्नेर के शव के सम्मुख शोक मनाओ।’ दाऊद अर्थी के पीछे-पीछे गया।
जब अहाब ने ये वचन सुने तब उसने पश्चात्ताप प्रकट करने के लिए अपने वस्त्र फाड़े। उसने अपने शरीर पर टाट धारण किया। वह उपवास करने लगा। वह टाट-पट्टी पर सोता था। वह ग्लानि से सिर झुकाकर चलता-फिरता था।
जब राजा हिजकियाह ने यह सुना तब उसने पश्चात्ताप और शोक प्रकट करने के लिए तत्काल अपने वस्त्र फाड़ दिए। उसके बाद उसने अपने शरीर पर टाट के वस्त्र लपेटे और वह प्रभु के भवन में गया।
दाऊद ने अपनी आंखें ऊपर उठाईं। उसने यह देखा, ‘लोगों का संहार करनेवाला दूत आकाश और पृथ्वी के मध्य खड़ा है। उसके हाथ में तलवार है, जो यरूशलेम नगर से ऊपर उठी हुई है।’ तब दाऊद और धर्मवृद्धों ने पश्चात्ताप प्रकट करने के लिए टाट के वस्त्र पहिने। वे मुँह के बल भूमि पर गिरे।
इसी महीने के चौबीसवें दिन इस्राएली समाज ने सामूहिक उपवास किया। उन्होंने प्रायश्चित प्रकट करने के लिए टाट के वस्त्र पहिने और सिर पर राख डाली, और वे एक स्थान पर एकत्र हुए।
उस दिन स्वर्गिक सेनाओं के प्रभु ने, स्वामी ने तुम्हें आदेश दिया था कि तुम अपना पश्चात्ताप प्रकट करने के लिए रोओ, शोक मनाओ, सिर मुंड़ाओ, टाटवस्त्र पहिनो।
देख, आज मैं तुझको राष्ट्रों और राज्यों पर प्रबन्धक नियुक्त करता हूं, कि तू उनको उखाड़े, और गिराए; कि तू उनको नष्ट करे और ध्वस्त करे; कि तू उनको बनाए, और रोपे!’
सियोन की पुत्री के धर्मवृद्ध निराशा में डूबे भूमि पर बैठे हैं। उन्होंने पश्चात्ताप प्रकट करने के लिए अपने-अपने सिर पर राख डाली है, और टाट का वस्त्र पहिना है। यरूशलेम की कन्याएँ भूमि की ओर सिर झुकाकर विलाप कर रही हैं।
जब तू तीन सौ नब्बे दिन तक इस्राएल-कुल के दण्ड को भोग चुकेगा, तब तू दूसरी बार लेटना। इस बार दाहिनी करवट लेटना। तू दाहिनी करवट पर यहूदा प्रदेश की जनता का दण्ड भोगेगा। मैं तेरे लिए चालीस दिन निश्चित करता हूँ। एक दिन एक वर्ष के बराबर है।
उसने अपना दाहिना और बायाँ हाथ आकाश की ओर उठाया, और मैंने उसको शाश्वत और जीवित परमेश्वर की शपथ लेते हुए सुना : “साढ़े तीन वर्ष तक यह दशा रहेगी। जब पवित्र लोगों का बल टूटते-टूटते समाप्त हो जाएगा, तब ये बातें पूरी होंगी।”
यह राजा सर्वोच्च परमेश्वर की निन्दा करेगा, और उसके भक्तों को पीस डालेगा। यह निर्धारित पर्व-कालों और विधि-विधानों को बदलने का प्रयत्न करेगा; सर्वोच्च परमेश्वर के भक्त साढ़े तीन वर्ष तक इसके हाथ में सौंप दिए जाएंगे।
पहले भक्त ने उसको यह बताया, “जब तक तेईस सौ संध्या और सबेरा न बीत जाएंगे, तब तक यह अधर्म होता रहेगा। इस अवधि के पश्चात् पवित्र स्थान शुद्ध किया जाएगा।”
ओ पुरोहितो, पश्चात्ताप के लिए, टाट-वस्त्र पहिनो, और रोओ। ओ प्रभु-वेदी के सेवको, विलाप करो। ओ मेरे परमेश्वर के सेवको, पवित्र स्थान में जाओ, और रात-भर पश्चात्ताप के लिए टाट-वस्त्र पहिने रहो, क्योंकि विपत्ति के कारण अब आराधक तुम्हारे परमेश्वर के भवन में अन्नबलि और पेयबलि नहीं चढ़ाते।
नीनवे के नागरिकों ने परमेश्वर पर विश्वास किया। उन्होंने पश्चात्ताप करने के लिए उपवास की घोषणा की। छोटे-बड़े सब नागरिकों ने टाट के वस्त्र पहिने।
हर एक मनुष्य और पशु अपने शरीर पर टाट के वस्त्र लपेटेगा। मनुष्य छाती पीट-पीटकर परमेश्वर की दुहाई देंगे। प्रत्येक मनुष्य अपने दुराचरण को त्याग दे, और दुष्कर्मों को छोड़ दे।
दो मनुष्य पड़ाव में रह गए थे। उनमें एक का नाम एल्दाद और दूसरे का नाम मेदाद था। आत्मा उन पर भी ठहरा। जिनके नाम सत्तर पुरुषों के साथ लिखे गए थे, उनमें ये भी थे, किन्तु वे तम्बू के पास नहीं गए थे। अत: उन्होंने पड़ाव में ही नबूवत की।
येशु ने कहा, “धिक्कार तुझे, खुराजिन! धिक्कार तुझे, बेतसैदा! जो सामर्थ्य के कार्य तुम में किये गये हैं, यदि वे सोर और सदोम में किये गये होते, तो उन्होंने न जाने कब से टाट ओढ़ कर और भस्म रमा कर पश्चात्ताप कर लिया होता।
यदि वह तुम्हारी बात नहीं मानता है, तो अपने साथ दो-एक व्यक्तियों को ले जाओ ताकि दो या तीन गवाहों के सामने सब कुछ प्रमाणित हो जाए।
“धिक्कार तुझे, खुराजिन! धिक्कार तुझे बेतसैदा! जो सामर्थ्य के कार्य तुम में किये गये हैं, यदि वे सोर और सीदोन में किये गये होते, तो उन्होंने न जाने कब से टाट ओढ़ कर और राख में बैठकर पश्चात्ताप कर लिया होता।
योहन ने उत्तर दिया, “जब तक मनुष्य को स्वर्ग से न दिया जाए, वह कुछ भी प्राप्त नहीं कर सकता है।
किन्तु पवित्र आत्मा तुम पर उतरेगा और तुम्हें सामर्थ्य प्रदान करेगा और तुम यरूशलेम में, समस्त यहूदा और सामरी प्रदेशों में तथा पृथ्वी के अन्तिम छोर तक मेरे साक्षी होगे।”
और वह बहुत दिनों तक उन लोगों को दर्शन देते रहे, जो उनके साथ गलील प्रदेश से यरूशलेम आये थे। अब वे ही जनता के सामने उनके साक्षी हैं।
जीवन के अधिनायक को आप लोगों ने मार डाला; किन्तु परमेश्वर ने उन्हें मृतकों में से जिलाया। हम इस बात के साक्षी हैं।
परमेश्वर ने कलीसिया में भिन्न-भिन्न व्यक्तियों को नियुक्त किया है : पहले प्रेरितों को, दूसरे नबियों को, तीसरे शिक्षकों और तब आश्चर्य कर्म करने वालों को; तब उन व्यक्तियों को, जिनको स्वस्थ करने का वरदान मिला है; परोपकारकों, प्रशासकों और विभिन्न अध्यात्म भाषाओं में बोलने वालों को।
अब मैं तीसरी बार आप लोगों के यहाँ आने वाला हूँ। धर्मग्रन्थ में कहा गया है, “दो या तीन गवाहों की गवाही द्वारा सब कुछ प्रमाणित किया जाएगा।”
उन्होंने कुछ लोगों को प्रेरित, कुछ को नबी, कुछ को शुभ समाचार-प्रचारक और कुछ को धर्मपाल तथा शिक्षक होने का वरदान दिया।
‘जिस व्यक्ति पर मृत्यु-दण्ड का आरोप है, उसे दो अथवा तीन व्यक्तियों की गवाही के आधार पर मृत्यु-दण्ड दिया जाएगा। एक गवाह की गवाही के आधार पर किसी को मृत्यु-दण्ड नहीं दिया जाएगा।
‘किसी मनुष्य के विरुद्ध उसके कुकर्म अथवा पाप के विषय में, चाहे उसने किसी भी प्रकार का पाप क्यों न किया हो, केवल एक व्यक्ति की गवाही प्रमाणित नहीं मानी जाएगी, वरन् दो या तीन व्यक्तियों की गवाही के आधार पर अभियोग प्रमाणित माना जाएगा।
और येशु मसीह की ओर से आप लोगों को अनुग्रह और शान्ति प्राप्त हो! मसीह विश्वसनीय साक्षी, पुनर्जीवित मृतकों में से पहलौठे और पृथ्वी के राजाओं के अधिराज हैं। वह हम से प्रेम करते हैं। उन्होंने अपने रक्त से हमें पापों से मुक्त किया
किन्तु मन्दिर का बाहरी प्रांगण छोड़ देना, उसे मत नापना; क्योंकि वह अन्यधर्मियों के हवाले कर दिया गया है और वे पवित्र नगर को बयालीस महीनों तक रौंदते रहेंगे।
इन्हें आकाश का द्वार बन्द करने का अधिकार है, ताकि इनकी नबूवत के समय पानी नहीं बरसे। इन्हें पानी को रक्त में बदलने का और जब-जब ये चाहें, तब-तब पृथ्वी पर हर प्रकार की महामारी भेजने का अधिकार है।
तब वह महिला निर्जन प्रदेश की ओर भाग गयी, जहाँ परमेश्वर ने उसके लिए आश्रय तैयार करवाया था और उसे बारह सौ साठ दिनों तक भोजन मिलने वाला था।
पशु को डींग मारने एवं ईश-निन्दा करने की अनुमति और बयालीस महीनों तक बने रहने का अधिकार दिया गया।
तब मैं उसकी आराधना करने के लिए उसके चरणों पर गिर पड़ा, लेकिन उस ने मुझ से यह कहा, “आप ऐसा नहीं करें। मैं भी आपका और आपके उन भाई-बहिनों का, जो येशु की दी हुई साक्षी सुरक्षित रखते हैं, साथी सेवक हूँ। आप परमेश्वर की ही आराधना करें, क्योंकि येशु की साक्षी नबूवत की आत्मा है।”
मैंने सिंहासन देखे। जो उन पर बैठने आये, उन्हें न्याय करने का अधिकार दिया गया। मैंने उन लोगों की आत्माओं को भी देखा, जिनके सिर येशु की साक्षी और परमेश्वर के वचन के कारण काटे गये थे, जिन्होंने पशु और उसकी प्रतिमा की आराधना नहीं की थी तथा अपने माथे और हाथों पर पशु की छाप अंकित नहीं होने दिया था। वे पुनर्जीवित हो कर मसीह के साथ एक हजार वर्ष तक राज्य करते रहे।