न्यायियों 8:30 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) गिद्ओन के सत्तर जवान पुत्र थे। ये उसकी अपनी सन्तान थी, क्योंकि उसकी अनेक पत्नियाँ थीं। पवित्र बाइबल गिदोन के अपने सत्तर पुत्र थे। इसके इतने अधिक पुत्र थे क्योंकि उसकी अनेक पत्नियाँ थीं। Hindi Holy Bible और गिदोन के सत्तर बेटे उत्पन्न हुए, क्योंकि उसके बहुत स्त्रियां थीं। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) और गिदोन के सत्तर बेटे उत्पन्न हुए, क्योंकि उसकी बहुत–सी स्त्रियाँ थीं। सरल हिन्दी बाइबल गिदोन के सत्तर पुत्र थे, क्योंकि उनको अनेक पत्नियां थीं. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 और गिदोन के सत्तर बेटे उत्पन्न हुए, क्योंकि उसकी बहुत स्त्रियाँ थीं। |
याकूब के वंश के समस्त प्राणी, जो उनके साथ मिस्र देश में आए थे, याकूब की बहुओं को छोड़कर, कुल छियासठ व्यक्ति थे।
उसकी सात सौ पत्नियाँ थीं, जो राजकन्याएँ थीं। इनके अतिरिक्त तीन सौ रखेलें थीं। सुलेमान की पत्नियों ने प्रभु की ओर से उसका हृदय विमुख कर दिया।
अहाब के सत्तर पुत्र थे, जो सामरी नगर में रहते थे। येहू ने पत्र लिखकर उन्हें नगर-प्रशासकों, धर्मवृद्धों और अहाब के पुत्रों के अभिभावकों के पास भेज दिया।
क्या प्रभु ने पति और पत्नी को एक हो जाने के लिए नहीं बनाया? तो क्या आत्मा इस में सम्मिलित नहीं है? और पति-पत्नी के एक होने का क्या उद्देश्य है? यही कि वे धर्मपरायण सन्तान उत्पन्न करें। अत: अपने प्रति सावधान रहो। कोई भी पति अपनी युवावस्था की पत्नी के प्रति विश्वासघात न करे।
राजा अनेक पत्नियां नहीं रखेगा, ऐसा न हो कि उसका हृदय भटक जाए। वह धनवान बनने के लिए सोना, चांदी भी नहीं इकट्ठा करेगा।
उसके तीस पुत्र थे, जो तीस गधों पर सवारी करते थे। उसके पुत्रों के पास तीस नगर थे, जिन्हें आज भी हब्बोत-याईर कहा जाता है। ये नगर गिलआद प्रदेश में हैं।
उसके चालीस पुत्र और तीस पौत्र थे, जो सत्तर गधों पर सवारी करते थे। अब्दोन ने आठ वर्ष तक इस्राएलियों पर शासन किया।
उसके तीस पुत्र और तीस पुत्रियाँ थीं। उसने अपने गोत्र के बाहर अपनी पुत्रियों का विवाह किया और अन्य गोत्र की तीस बहुएँ अपने पुत्रों के लिए ले आया। इब्सान ने सात वर्ष तक इस्राएलियों पर शासन किया।
शकेम नगर में रहनेवाली उसकी रखेल को एक पुत्र उत्पन्न हुआ। गिद्ओन ने उसका नाम अबीमेलक रखा।
यरूब्बअल का पुत्र अबीमेलक अपने मामाओं के पास शकेम नगर को गया। वह अपने मामाओं तथा नाना के गोत्र के सब लोगों से बोला,
पर आज, तुमने मेरे पिता के परिवार के विरुद्ध विद्रोह कर दिया है। उसके सत्तर पुत्रों का एक पत्थर पर वध कर दिया; और उसकी गुलाम रखेल के पुत्र अबीमेलक को शकेम नगर के प्रमुख नागरिकों के ऊपर राजा अभिषिक्त किया; क्योंकि वह तुम्हारा भाई है।)
‘कृपया, आप शकेम नगर के सब प्रमुख नागरिकों से यह प्रश्न पूछिए : “कौन-सी बात तुम्हारे लिए लाभदायक है : यरूब्बअल के सत्तर पुत्रों का तुम पर शासन करना अथवा एक पुत्र का शासन करना?” आप यह भी स्मरण रखिए कि मैं आप ही का रक्त और मांस हूँ।’
वह अपने पिता के घर, ओप्राह नगर को गया। उसने वहाँ अपने भाइयों, यरूब्बअल के सत्तर पुत्रों, का एक ही पत्थर पर वध कर दिया। किन्तु यरूब्बअल का सबसे छोटा पुत्र योताम बच गया, क्योंकि वह छिप गया था।