क्योंकि मसीह ने मुझे बपतिस्मा देने नहीं, बल्कि शुभ समाचार का प्रचार करने भेजा है। मैंने इस कार्य के लिए सांसारिक ज्ञान से परिपूर्ण भाषा का उपयोग नहीं किया, जिससे मसीह के क्रूस के सन्देश का प्रभाव फीका न पड़े।
न्यायियों 3:31 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) एहूद के पश्चात् अनात का पुत्र शमगर शासक हुआ। उसने हलवाहा के अंकुश से पलिश्ती सेना के छ: सौ सैनिकों का वध किया था। वह भी इस्राएलियों का उद्धारकर्ता था। पवित्र बाइबल एहूद द्वारा इस्राएल के लोगों की रक्षा हो जाने के बाद एक अन्य व्यक्ति ने इस्राएल को बचाया। उस व्यक्ति का नाम शमगर था और वह अनात नामक व्यक्ति का पुत्र था। शमगर ने चाबुक का उपयोग छ: सौ पलिश्ती व्यक्तियों को मार डालने के लिये किया। Hindi Holy Bible उसके बाद अनात का पुत्र शमगर हुआ, उसने छ: सौ पलिश्ती पुरूषों को बैल के पैने से मार डाला; इस कारण वह भी इस्राएल का छुड़ाने वाला हुआ॥ पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) उसके बाद अनात का पुत्र शमगर हुआ, उसने छ: सौ पलिश्ती पुरुषों को बैल के पैने से मार डाला; इस कारण वह भी इस्राएल का छुड़ानेवाला हुआ। सरल हिन्दी बाइबल एहूद के बाद अनात के पुत्र शमगर ने बैलों को हांकने की छड़ी का प्रयोग कर छः सौ फिलिस्तीनियों को मार डाला और इस प्रकार उसने भी इस्राएल को छुटकारा दिलाया. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 उसके बाद अनात का पुत्र शमगर हुआ, उसने छः सौ पलिश्ती पुरुषों को बैल के पैने से मार डाला; इस कारण वह भी इस्राएल का छुड़ानेवाला हुआ। (न्या. 15:15, न्या. 10:17, 1 शमू. 4:1) |
क्योंकि मसीह ने मुझे बपतिस्मा देने नहीं, बल्कि शुभ समाचार का प्रचार करने भेजा है। मैंने इस कार्य के लिए सांसारिक ज्ञान से परिपूर्ण भाषा का उपयोग नहीं किया, जिससे मसीह के क्रूस के सन्देश का प्रभाव फीका न पड़े।
प्रभु ने इस्राएली लोगों को उत्तर दिया, ‘क्या मैंने तुम्हें मिस्री, एमोरी, अम्मोनी और पलिश्ती जातियों के हाथ से मुक्त नहीं किया था?
अम्मोनी लोगों ने सेना संगठित की। उन्होंने गिलआद प्रदेश में पड़ाव डाला। इस्राएली एकत्र हुए। उन्होंने मिस्पाह नगर में पड़ाव डाला।
अत: प्रभु का क्रोध इस्राएलियों के प्रति भड़क उठा। उसने उन्हें पलिश्ती तथा अम्मोनी जातियों के हाथ में बेच दिया।
तब उसे गधे के जबड़े की ताजा हड्डी मिली। उसने हाथ बढ़ाकर उसको उठा लिया, और उसी हड्डी से एक हजार पलिश्ती सैनिक मार डाले।
तब प्रभु ने इस्राएलियों के लिए शासक नियुक्त किए, जिन्होंने उन्हें लुटेरों के हाथ से मुक्त किया।
मोआबी जाति के लोग उस दिन से इस्राएलियों के वश में हो गए। इस प्रकार इस्राएलियों के देश में अस्सी वर्ष तक शांति रही।
इस्राएलियों ने एहूद की मृत्यु के बाद पुन: वही कार्य किया, जो प्रभु की दृष्टि में बुरा था।
‘अनात के पुत्र शमगर के दिनों में, याएल के दिनों में राजमार्गों पर कारवों का जाना बन्द हो गया था। तब यात्री पगडंडियों से जाते थे।
जब नए देवता चुने गए, तब नगर के प्रवेश-द्वार पर युद्ध आ गया। इस्राएली सेना के चालीस हजार सैनिकों के पास क्या ढाल और भाले दिखाई दिए?
परन्तु वे अपने प्रभु परमेश्वर को भूल गए। इसलिए उसने उन्हें हासोर के राजा याबीन के सेनापति सीसरा, पलिश्ती सेना और मोआब के राजा के हाथ बेच दिया। उन्होंने उनसे युद्ध किया।
इस धर्म-सभा को ज्ञात होगा कि प्रभु तलवार और भाले के द्वारा नहीं बचाता। यह युद्ध प्रभु का है। वह तुम पलिश्तियों को हमारे हाथ में सौंप देगा।’
यों दाऊद ने गोफन और पत्थर से पलिश्ती योद्धा पर विजय प्राप्त की। उसने उस पर प्रहार किया और उसे मार डाला। दाऊद के हाथ में तलवार नहीं थी।
शमूएल की चर्चा समस्त इस्राएली देश में फैल गई। उस समय एली बहुत वृद्ध हो गया था। उसके पुत्र अपने ही मार्ग पर चल रहे थे। पर उनका मार्ग प्रभु की दृष्टि में कुमार्ग था। उन्हीं दिनों में यह घटना घटी। पलिश्ती सेना इस्राएलियों से युद्ध करने के लिए एकत्र हुई। अत: इस्राएली पलिश्तियों का सामना करने के लिए नगर से बाहर निकले। उन्होंने एबन-एजर में पड़ाव डाला और पलिश्ती सेना ने अपेक में पड़ाव डाला।