जब यहूदा प्रदेश पर रहबआम का राज्य स्थिर हो गया और वह स्वयं शक्तिशाली हो गया, तब उसने प्रभु की व्यवस्था को त्याग दिया। उसके साथ यहूदा प्रदेश में रहने वाले इस्राएलियों ने भी प्रभु की व्यवस्था छोड़ दी, और दुष्कर्म करने लगे।
न्यायियों 2:15 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) जब-जब वे युद्ध के लिए बाहर निकलते थे तब-तब प्रभु का हाथ उनका अनिष्ट करने के लिए उठ जाता था। ऐसा ही प्रभु ने कहा था। उसने उनसे यही शपथ खाई थी। वे बड़े संकट में पड़ गए। पवित्र बाइबल जब इस्राएल के लोग युद्ध के लिये निकले तो वे पराजित हुए। वे पराजित हुए क्योंकि यहोवा उनके साथ नहीं था। यहोवा ने पहले से इस्राएल के लोगों को चेतावनी दी थी कि वे पराजित होंगे, यदि वे उन लोगों के देवताओं की सेवा करेंगे जो उनके चारों ओर रहते हैं। इस्राएल के लोगों की बहुत अधिक हानि हुई। Hindi Holy Bible जहां कहीं वे बाहर जाते वहां यहोवा का हाथ उनकी बुराई में लगा रहता था, जैसे यहोवा ने उन से कहा था, वरन यहोवा ने शपथ खाई थी; इस प्रकार से बड़े संकट में पड़ गए। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) जहाँ कहीं वे बाहर जाते वहाँ यहोवा का हाथ उनकी बुराई में लगा रहता था, जैसे यहोवा ने उनसे कहा था, वरन् यहोवा ने शपथ भी खाई थी; इस प्रकार वे बड़े संकट में पड़ गए। सरल हिन्दी बाइबल वे जहां कहीं जाते, याहवेह का हाथ उनकी हानि ही के लिए उठा रहता था. यह सब वही था, जिसकी चेतावनी याहवेह दे चुके थे, जिसकी शपथ याहवेह ले चुके थे. इस्राएली बड़ी मुश्किल में आ पड़े थे. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 जहाँ कहीं वे बाहर जाते वहाँ यहोवा का हाथ उनकी बुराई में लगा रहता था, जैसे यहोवा ने उनसे कहा था, वरन् यहोवा ने शपथ खाई थी; इस प्रकार वे बड़े संकट में पड़ गए। |
जब यहूदा प्रदेश पर रहबआम का राज्य स्थिर हो गया और वह स्वयं शक्तिशाली हो गया, तब उसने प्रभु की व्यवस्था को त्याग दिया। उसके साथ यहूदा प्रदेश में रहने वाले इस्राएलियों ने भी प्रभु की व्यवस्था छोड़ दी, और दुष्कर्म करने लगे।
किन्तु यदि वह राष्ट्र जिस के विनाश के सम्बन्ध में मैंने घोषणा की थी, अपने बुरे मार्ग को छोड़कर मेरी ओर लौटता है, तो मैं पछताता हूं कि मैंने उस राष्ट्र का अनिष्ट करने का निश्चय किया था।
इस नगर की भलाई करने के लिए नहीं, बल्कि अनिष्ट करने के लिए मैंने इस नगर की ओर अपना मुंह किया है। मैं इस नगर को बेबीलोन के राजा के हाथ में सौंप दूंगा, और वह इस को आग में भस्म कर देगा,” प्रभु की यह वाणी है।’
‘इसलिए, सुनो, मैं − स्वर्गिक सेनाओं का प्रभु, इस्राएल का परमेश्वर यों कहता हूं: मैं तुम्हारा अनिष्ट करने के लिए तुम्हारी ओर उन्मुख हूंगा, और यहूदा के समस्त वंशजों को नष्ट कर दूंगा।
मैं उनके हित के लिए नहीं, वरन् अहित के लिए उन पर टकटकी लगाए हूं। जब तक मिस्र देश में बसनेवाले यहूदा प्रदेश के सब लोगों का संहार नहीं हो जाता, तब तक तलवार और अकाल उनको नष्ट करते रहेंगे।
अत: प्रभु यों कहता है: ‘मैं शोषण करनेवाले इस वर्ग के विरुद्ध विनाश की योजना बना रहा हूं। तुम इस योजना से अपना गला नहीं छुड़ा सकोगे। वह बुरा समय होगा, तुम अहंकार से सिर उठाकर चल नहीं सकोगे।
हम कष्टों से घिरे रहते हैं, परन्तु कभी हार नहीं मानते। हम परेशान होते हैं, परन्तु कभी निराश नहीं होते।
परन्तु जो नबी ढिठाई से मेरे नाम से ऐसे वचन कहेगा जिनको बोलने की आज्ञा मैंने नहीं दी है, अथवा जो दूसरे देवताओं के नाम से बोलेगा, उस नबी का वध किया जाएगा।”
अम्मोनी जाति ने यर्दन नदी पार कर यहूदा, और बिन्यामिन कुल के, तथा एफ्रइम गोत्र के लोगों से युद्ध किया। अत: इस्राएली बड़े संकट में थे।
तो क्या तुम उनके बड़े होने तक प्रतीक्षा करोगी? उस समय तक तुम विवाह नहीं करोगी? कदापि नहीं, मेरी पुत्रियो! मैं तुम्हारे कारण बड़ी दु:खी हूँ कि प्रभु का कृपापूर्ण हाथ मुझ पर से उठ गया।’
परन्तु यदि तुम प्रभु की वाणी नहीं सुनोगे, उसकी आज्ञाओं-आदेशों के प्रति विद्रोह करोगे, तो प्रभु का हाथ तुम्हारे और तुम्हारे राजा के विरुद्ध उठेगा।
इस्राएलियों पर दबाव पड़ने लगा। जब उन्होंने देखा कि वे संकट में पड़ गए हैं तब वे गुफाओं और कन्दराओं में, चट्टानों, तलघरों और गड्ढों में छिप गए।
शाऊल ने उस दिन उतावली में एक मन्नत मानी। उसने अपने सैनिकों को एक महाशपथ दी। उसने कहा, ‘सन्ध्या के पूर्व, तथा जब तक मैं अपने शत्रुओं से बदला न ले लूँ, उसके पहले भोजन करने वाला व्यक्ति अभिशप्त होगा।’ अत: किसी भी सैनिक ने मुँह में दाना भी नहीं डाला।
दाऊद अत्यन्त संकट में था। उसके लोग उसे पत्थरों से मार डालने का विचार कर रहे थे। उनके हृदय में कटुता उत्पन्न हो गई थी; क्योंकि प्रत्येक सैनिक का पुत्र अथवा पुत्री बन्दी बना ली गई थी। दाऊद ने प्रभु परमेश्वर से साहस प्राप्त किया।