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न्यायियों 16:30 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI)

शिमशोन ने कहा, ‘मैं भी पलिश्‍तियों के साथ मर जाऊं!’ इतना कहकर उसने अपनी सम्‍पूर्ण शक्‍ति से खम्‍भों को धकेल दिया। तब भवन सामन्‍तों पर, उसमें बैठे सब लोगों पर गिर पड़ा। इस प्रकार शिमशोन ने अपनी मृत्‍यु के समय उससे अधिक संख्‍या में पलिश्‍तियों को मार डाला, जितनी संख्‍या में अपने जीवन काल में उसने मारे थे।

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पवित्र बाइबल

शिमशोन ने कहा, “इन पलिश्सतों के साथ मुझें मरने दे।” तब उसने अपनी पूरी शक्ति से स्तम्भों को ठेला और मन्दिर शासकों तथा इनमें आए लोगों पर गिर पड़ा। इस प्रकार शिमशोन ने अपने जीवन काल में जितने पलिश्ती लोगों को मारा, उससे कहीं अधिक लोगों को उसने तब मारा, जब वह मरा।

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Hindi Holy Bible

और शिमशोन ने कहा, पलिश्तियों के संग मेरा प्राण भी जाए। और वह अपना सारा बल लगाकर झुका; तब वह घर सब सरदारों और उस में से सारे लोगों पर गिर पड़ा। सो जिन को उसने मरते समय मार डाला वे उन से भी अधिक थे जिन्हें उसने अपने जीवन में मार डाला था।

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पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI)

और शिमशोन ने कहा, “पलिश्तियों के संग मेरा प्राण भी जाए।” और वह अपना सारा बल लगाकर झुका; तब वह घर सब सरदारों और उसमें के सारे लोगों पर गिर पड़ा। इस प्रकार जिनको उसने मरते समय मार डाला वे उनसे भी अधिक थे जिन्हें उसने अपने जीवन में मार डाला था।

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सरल हिन्दी बाइबल

शिमशोन ने विचार किया, “सही होगा कि मेरी मृत्यु फिलिस्तीनियों के साथ ही हो जाए!” वह अपनी पूरी शक्ति लगाकर झुक गया. तब यह हुआ कि वह भवन, प्रधानों और वहां जमा हुआ लोगों पर आ गिरा. इस प्रकार उनकी गिनती, जिनकी हत्या शिमशोन ने स्वयं अपनी मृत्यु के साथ की थी, उनसे अधिक हो गई, जिनकी हत्या शिमशोन ने अपने जीवन भर में की थी.

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इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019

और शिमशोन ने कहा, “पलिश्तियों के संग मेरा प्राण भी जाए।” और वह अपना सारा बल लगाकर झुका; तब वह घर सब सरदारों और उसमें के सारे लोगों पर गिर पड़ा। इस प्रकार जिनको उसने मरते समय मार डाला वे उनसे भी अधिक थे जिन्हें उसने अपने जीवन में मार डाला था। (इब्रा. 11:32)

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न्यायियों 16:30
21 क्रॉस रेफरेंस  

मैं तेरे और स्‍त्री के बीच, तेरे वंश और स्‍त्री के वंश के मध्‍य शत्रुता उत्‍पन्न करूँगा। वह तेरा सिर कुचलेगा, और तू उसकी एड़ी डसेगा।’


कि दुर्जन की विजय अल्‍पकालीन होती है, अधर्मी का आनन्‍द क्षणिक होता है,


क्‍या अधर्मियों पर विपत्ति नहीं आती? क्‍या दुष्‍कर्मियों का सर्वनाश नहीं होता?


ओ शत्रुओ! तुम कब तक एक ही मनुष्‍य पर आक्रमण करते रहोगे कि सब उसे मार डालो, जैसे झुकी दीवार को, गिरती भीत को?


मनुष्‍य अपना समय नहीं जानता। जैसे मछली कुटिल जाल में फंस जाती है, जैसे पक्षी फंदे में फंस जाते हैं, वैसे ही मनुष्‍य समय-जाल में फंस जाते हैं। यह जाल अचानक उन पर पड़ता है।


क्‍योंकि जो कोई अपना प्राण सुरक्षित रखना चाहता है, वह उसे खो देगा और जो मेरे कारण अपना प्राण खोएगा वह उसे बचाएगा।


किन्‍तु मेरी दृष्‍टि में मेरे जीवन का कोई मूल्‍य नहीं। मैं तो केवल अपनी दौड़ समाप्‍त करना और वह सेवाकार्य पूरा करना चाहता हूँ, जिसे प्रभु येशु ने मुझे सौंपा है − अर्थात् मैं परमेश्‍वर के अनुग्रह के शुभ समाचार की साक्षी देता रहूँ।


इस पर पौलुस ने कहा, “आप लोग यह क्‍या कह रहे हैं? आप रो-रो कर मेरा हृदय क्‍यों दु:खी कर रहे हैं? मैं प्रभु येशु के नाम के कारण यरूशलेम में न केवल बँधने, बल्‍कि मरने को भी तैयार हूँ।”


यदि मुझे आपके विश्‍वास-रूपी यज्ञ और जन-सेवा में अपने प्राण की आहुति भी देनी पड़ेगी, तो मैं आनन्‍दित होऊंगा और आप सब के साथ आनन्‍द मनाऊंगा।


उसने मसीह के कार्य के लिए मृत्‍यु का सामना किया और अपने जीवन को जोखिम में डाला जिससे वह मेरे प्रति जन-सेवा का वह कार्य पूरा करे, जिसे आप लोग स्‍वयं करने में असमर्थ थे।


मसीह ने अपने को दीन बना लिया और यहाँ तक आज्ञाकारी रहे कि मृत्‍यु, हाँ क्रूस की मृत्‍यु भी, स्‍वीकार की।


उसने प्रत्‍येक आधिपत्‍य और अधिकार को अपदस्‍थ किया, संसार की दृष्‍टि में उन को नीचा दिखाया और क्रूस की विजय-यात्रा में उन्‍हें बन्‍दियों के समान घुमाया।


तब प्रभु का आत्‍मा वेगपूर्वक शिमशोन पर उतरा, और वह अश्‍कलोन को चला गया। उसने अश्‍कलोन नगर के तीस पुरुषों का वध कर दिया। उसने उनके वस्‍त्र उतार लिये, और उनको उत्‍सव के वस्‍त्र के रूप में उन लोगों को दे दिया, जिन्‍होंने पहेली का अर्थ बताया था। तत्‍पश्‍चात् वह क्रोध में भरा हुआ अपने पिता के घर चला गया।


तब उसे गधे के जबड़े की ताजा हड्डी मिली। उसने हाथ बढ़ाकर उसको उठा लिया, और उसी हड्डी से एक हजार पलिश्‍ती सैनिक मार डाले।


वह उन पर टूट पड़ा। उसने उनकी लाशों का ढेर लगा दिया। उसने उनका भयानक संहार किया। उसके बाद वह ऐटाम की चट्टान की ओर चला गया, और वहाँ एक गुफा में रहने लगा।


तब शिमशोन ने मध्‍यवर्ती खंभों को, जिन पर भवन खड़ा था, कसकर पकड़ लिया। उसने सम्‍पूर्ण भार दाहिने हाथ से एक खंभे पर, और बाएं हाथ से दूसरे खंभे पर डाल दिया।


उसके भाई और परिवार के अन्‍य लोग आए। वे उसके शव को उठाकर ले गए। उन्‍होंने शिमशोन के शव को सोर्आह और एश्‍ताओल नगरों के मध्‍य उसके पिता मानोह की कबर में गाड़ दिया। शिमशोन ने बीस वर्ष तक इस्राएलियों पर शासन किया था।