ऑनलाइन बाइबिल

विज्ञापनों


संपूर्ण बाइबिल पुराना वसीयतनामा नया करार




नीतिवचन 6:14 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI)

वह कुटिल हृदय से बुरी योजनाएं गढ़ता है; वह निरन्‍तर लड़ाई-झगड़ा उत्‍पन्न करता है।

अध्याय देखें

पवित्र बाइबल

जो अपने मन में षड्यन्त्र रचता है और जो सदा अनबन उपजाता रहता है।

अध्याय देखें

Hindi Holy Bible

उसके मन में उलट फेर की बातें रहतीं, वह लगातार बुराई गढ़ता है और झगड़ा-रगड़ा उत्पन्न करता है।

अध्याय देखें

पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI)

उसके मन में उलट–फेर की बातें रहतीं, वह लगातार बुराई गढ़ता है और झगड़ा–रगड़ा उत्पन्न करता है।

अध्याय देखें

नवीन हिंदी बाइबल

अपने कुटिल हृदय में वह निरंतर बुरी युक्‍तियाँ गढ़ता है, और लड़ाई-झगड़े उत्पन्‍न‍ करता है।

अध्याय देखें

सरल हिन्दी बाइबल

वह अपने कपटी हृदय से बुरी युक्तियां सोचता तथा निरंतर ही कलह को उत्पन्‍न करता रहता है.

अध्याय देखें

इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019

उसके मन में उलट-फेर की बातें रहतीं, वह लगातार बुराई गढ़ता है और झगड़ा-रगड़ा उत्पन्न करता है।

अध्याय देखें



नीतिवचन 6:14
22 क्रॉस रेफरेंस  

वे हृदय में बुराइयों की योजना बनाते हैं, और युद्ध को निरन्‍तर उकसाते हैं,


वे अपनी जीभ को सांप के दांत जैसा तेज करते हैं, उनके ओंठों के नीचे नाग का विष है। सेलाह


वह अपनी शैया पर लेटे-लेटे बुराई की योजनाएं बनाता है; वह अपने को उस मार्ग पर ले जाता है, जो भला नहीं है। वह बुराई को धिक्‍कारता नहीं।


बुरी-बुरी योजनाएं बनानेवाले क्‍या पथभ्रष्‍ट नहीं होते? पर भली बातें सोचनेवालों से करुणा और सच्‍चाई का व्‍यवहार किया जाता है।


अधर्मी मनुष्‍य बुराई की योजनाएं बनाता है; उसकी वाणी मानो धधकती अग्‍नि है।


जो मनुष्‍य कुटिल हृदय का है, वह कभी सफल न होगा; कुटिल वचन बोलनेवाला विपत्ति के गड्ढे में गिरता है।


वे दुष्‍कर्म से हर्षित होते हैं; उन्‍हें अनिष्‍ट और अहित के कामों में मजा आता है।


दुष्‍कर्मी मनुष्‍य टेढ़े मार्ग पर चलता है, और सत्‍कर्मी सीधे मार्ग पर।


जो मनुष्‍य अन्‍याय के बीज बोता है, वह विपत्ति की फसल काटता है; उसके क्रोध की छड़ी टूट जाती है।


जो मनुष्‍य बुरे काम करने की योजनाएं बनाता है, उसको लोग दुष्‍कर्मी कहते हैं।


अपने पड़ोसी के विरुद्ध कुचक्र मत रचना, क्‍योंकि वह तुझ पर भरोसा करके तेरे पड़ोस में रहता है।


प्रभु की दृष्‍टि में कुटिल व्यक्‍ति घृणित है, किन्‍तु निष्‍कपट व्यक्‍ति उसका विश्‍वासपात्र है।


धूर्त्त की धूर्त्तता बुरी होती है। वह दुष्‍टतापूर्ण कुचक्र रचता है: चाहे गरीब सच्‍चाई के मार्ग पर क्‍यों न हो, धूर्त्त उसको झूठी बातों से लूटता है।


परन्‍तु दुर्जन व्यक्‍ति उमड़ते हुए समुद्र के समान है, जो कभी शान्‍त नहीं होता, जिसका जल कीचड़ और कचरा उछालता रहता है।’


उसने मुझसे कहा, ‘ओ मानव, ये वे लोग हैं, जो नगर में अधर्म करने के लिए नए-नए उपाय सोचते हैं, ये जनता को गलत परामर्श देते हैं।


उन्‍होंने हवा को बोया है, वे आंधी को काटेंगे। गेहूं के डंठलों में बालें नहीं फूटेंगी; बालें फूटेंगी भी तो उनमें दाने नहीं आएंगे; दाने आएंगे भी तो विदेशी उन्‍हें खा जाएंगे।


धिक्‍कार है उनको, जो कुचक्र रचते हैं, जो रात में पलंग पर पड़े-पड़े दुष्‍कर्म सोचा करते हैं। वे सबेरा होने पर अपनी योजना को कार्यरूप में परिणत भी करते हैं, क्‍योंकि ऐसा करने की शक्‍ति उनके हाथ में है।


भाइयो और बहिनो! मैं आप लोगों से अनुरोध करता हूँ कि आप उन लोगों से सावधान रहें, जो फूट डालते और दूसरों के लिए पाप का कारण बनते हैं। इस प्रकार का व्‍यवहार उस शिक्षा से मेल नहीं खाता, जो आप को मिली है। आप ऐसे लोगों से दूर रहें।