ऑनलाइन बाइबिल

विज्ञापनों


संपूर्ण बाइबिल पुराना वसीयतनामा नया करार




नीतिवचन 30:4 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI)

“कौन मनुष्‍य स्‍वर्ग में जाकर फिर पृथ्‍वी पर लौटा है? कौन आदमी अपनी मुट्ठी में हवा को पकड़ सका है? कौन व्यक्‍ति वस्‍त्र में महासागर को लपेट सका है? किसने पृथ्‍वी के सब सीमान्‍तों को स्‍थिर किया है? उसका नाम क्‍या है? उसके पुत्र का क्‍या नाम है? यदि तुम जानते हो तो बताओ।

अध्याय देखें

पवित्र बाइबल

स्वर्ग से कोई नहीं आया और वहाँ के रहस्य ला सका पवन को मुट्ठी में कोई नहीं बाँध सका। कोई नहीं बाँध सका पानी को कपड़े में और कोई नहीं जान सका धरती का छोर। और यदि कोई इन बातों को कर सका है, तो मुझसे कहो, उसका नाम और उसके पुत्र का नाम मुझको बता, यदि तू उसको जानता हो।

अध्याय देखें

Hindi Holy Bible

कौन स्वर्ग में चढ़ कर फिर उतर आया? किस ने वायु को अपनी मुट्ठी में बटोर रखा है? किस ने महासागर को अपने वस्त्र में बान्ध लिया है? किस ने पृथ्वी के सिवानों को ठहराया है? उसका नाम क्या है? और उसके पुत्र का नाम क्या है? यदि तू जानता हो तो बता!

अध्याय देखें

पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI)

कौन स्वर्ग में चढ़कर फिर उतर आया? किसने वायु को अपनी मुट्ठी में बटोर रखा है? किसने महासागर को अपने वस्त्र में बाँध लिया है? किसने पृथ्वी की सीमाओं को ठहराया है? उसका नाम क्या है? और उसके पुत्र का नाम क्या है? यदि तू जानता हो तो बता!

अध्याय देखें

नवीन हिंदी बाइबल

कौन है जो स्वर्ग में चढ़कर फिर उतर आया? वायु को अपनी मुट्ठी में किसने बटोर रखा है? समुद्र को वस्‍त्र में किसने बाँध लिया है? पृथ्वी की सीमाओं को किसने निर्धारित किया है? क्या तू जानता है कि उसका नाम क्या है, और उसके पुत्र का नाम क्या है?

अध्याय देखें

सरल हिन्दी बाइबल

कौन है, जो स्वर्ग में चढ़कर फिर उतर आया है? किसने वायु को अपनी मुट्ठी में एकत्र कर रखा है? किसने महासागर को वस्त्र में बांधकर रखा है? किसने पृथ्वी की सीमाएं स्थापित कर दी हैं? क्या है उनका नाम और क्या है उनके पुत्र का नाम? यदि आप जानते हैं! तो मुझे बता दीजिए.

अध्याय देखें

इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019

कौन स्वर्ग में चढ़कर फिर उतर आया? किसने वायु को अपनी मुट्ठी में बटोर रखा है? किसने महासागर को अपने वस्त्र में बाँध लिया है? किसने पृथ्वी की सीमाओं को ठहराया है? उसका नाम क्या है? और उसके पुत्र का नाम क्या है? यदि तू जानता हो तो बता! (यूह. 3:13)

अध्याय देखें



नीतिवचन 30:4
31 क्रॉस रेफरेंस  

याकूब ने पूछा, ‘कृपया, मुझे अपना नाम बता।’ उसने कहा, ‘तूने मेरा नाम क्‍यों पूछा?’ तत्‍पश्‍चात् उसने याकूब को आशीर्वाद दिया।


‘क्‍या तुम परमेश्‍वर के गूढ़ रहस्‍य का पता लगा सकते हो? क्‍या तुम सर्वशक्‍तिमान परमेश्‍वर की सीमा मालूम कर सकते हो?


परमेश्‍वर की सीमा स्‍वर्ग से ऊंची है, तुम क्‍या कर सकते हो? वह अधोलोक से अधिक गहरी है, तुम क्‍या यह समझ सकते हो?


वह जल को अपने घने बादलों में बाँध कर रखता है; फिर भी बादल जल के भार से नहीं फटता!


वह पृथ्‍वी के छोर से बादल उठाता है, वह वर्षा के लिए विद्युत चमकाता है, वह अपने स्‍वर्गिक भण्‍डार-गृहों से पवन बहाता है।


मैं प्रभु के निश्‍चय की घोषणा करूंगा : उसने मुझसे यह कहा है : “तू मेरा पुत्र है, आज मैंने तुझे उत्‍पन्न किया है।


समस्‍त पृथ्‍वी की कौमें प्रभु का नाम स्‍मरण करेंगी, और प्रभु की ओर उन्‍मुख होंगी; राष्‍ट्रों के परिवार उसके सम्‍मुख आराधना करेंगे।


क्‍योंकि प्रभु ने सागरों पर उसे स्‍थापित किया है, उसने सरिताओं पर उसे स्‍थिर किया है।


वह ऊंचे स्‍थान पर चढ़ गया; और बन्‍दियों को पकड़कर ले गया; उसने लोगों से, विद्रोहियों से भी, उपहार लिया। प्रभु परमेश्‍वर वहां निवास करेगा।


तूने अपने श्‍वास से उन्‍हें बहाया, समुद्र ने उन्‍हें ढांप लिया, वे सीसे के सदृश अतल सागर में डूब गए।


मैंने अब्राहम, इसहाक और याकूब को सर्वशक्‍तिमान परमेश्‍वर के रूप में दर्शन दिए थे। परन्‍तु मैंने अपना नाम “प्रभु” उन पर प्रकट नहीं किया था।


आकाश का स्रष्‍टा (वह परमेश्‍वर है!), पृथ्‍वी को आकार देनेवाला और बनानेवाला प्रभु यों कहता है: (उसने ही पृथ्‍वी को स्‍थिर किया है, उसने उसको इसलिए नहीं रचा कि वह निर्जन रहे, उसने उसे आबाद करने के लिए बनाया है।) ‘मैं ही प्रभु हूं, मुझे छोड़ दूसरा कोई प्रभु नहीं है।


अत्‍याचार और दण्‍ड-आज्ञा के पश्‍चात् वे उसे वध के लिए ले गए। उसकी पीढ़ी के किस व्यक्‍ति ने इस बात पर ध्‍यान दिया कि वह जीव-लोक से उठा लिया गया और अपने लोगों के अपराधों के लिए मारा गया?


अत: स्‍वयं स्‍वामी तुम्‍हें एक संकेत-चिह्‍न देगा: देखो, एक कन्‍या गर्भवती होगी और वह एक पुत्र को जन्‍म देगी। वह उसका नाम ‘इम्‍मानुएल’ रखेगी।


देखो, हमारे लिए एक बालक का जन्‍म हुआ है; हमें एक पुत्र दिया गया है। राज-सत्ता उसके कंधों पर है। उसका यह नाम रखा जाएगा : ‘अद्भुत् परामर्शदाता’, ‘शक्‍तिमान ईश्‍वर’, ‘शाश्‍वत पिता’, ‘शान्‍ति का शासक’।


उस के समय में यहूदा प्रदेश सुरक्षित रहेगा, और इस्राएल प्रदेश निश्‍चिंत निवास करेगा। वह इस नाम से प्रसिद्ध होगा “प्रभु हमारा धर्म है।” ’


“मेरे पिता ने मुझे सब कुछ सौंपा है। पुत्र को कोई नहीं जानता, पर केवल पिता; और न कोई पिता को जानता है, पर केवल पुत्र और वह, जिस पर पुत्र उसे प्रकट करना चाहे।


मेरे पिता ने मुझे सब कुछ सौंपा है। कोई नहीं जानता कि पुत्र कौन है, पर केवल पिता; और न कोई जानता है कि पिता कौन है, पर केवल पुत्र और वह जिस पर पुत्र उसे प्रकट करना चाहे।”


“कोई व्यक्‍ति स्‍वर्ग पर नहीं चढ़ा। केवल एक, अर्थात् मानव-पुत्र जो स्‍वर्ग से उतरा है।


किन्‍तु विश्‍वास पर आधारित धार्मिकता का वक्‍तव्‍य यह है, “तुम अपने मन में यह मत कहो कि कौन स्‍वर्ग जायेगा?” अर्थात् मसीह को नीचे ले आने के लिए,


‘यदि तू इस पुस्‍तक में लिखित व्‍यवस्‍था के सब वचनों का पालन नहीं करेगा, उनके अनुसार कार्य नहीं करेगा, और अपने प्रभु परमेश्‍वर के महिमामय और आतंकपूर्ण नाम से नहीं डरेगा


यह आज्ञा आकाश में नहीं है, कि तू कह सके, “कौन व्यक्‍ति हमारे लिए आकाश पर चढ़ेगा, और उसको उतारकर हमारे पास लाएगा, कि हम उसको सुन सकें और उसके अनुसार कार्य कर सकें?”


उसकी आँखें अग्‍नि की तरह धधकती हैं और उसके सिर पर अनेक मुकुट हैं। उसके शरीर पर एक नाम अंकित है, जिसे उसके अतिरिक्‍त और कोई नहीं जानता।


प्रभु के दूत ने उत्तर दिया, ‘तूने मेरा नाम क्‍यों पूछा? मेरा नाम “अद्भुत” है।’