तब राजा सुलेमान ने प्रभु की यह शपथ खाई, ‘यदि अदोनियाह को अपनी इस बात का मूल्य प्राण से न चुकाना पड़े तो परमेश्वर मेरे साथ यही व्यवहार करे, वरन् इससे अधिक कठोर दण्ड मुझे दे।
नीतिवचन 20:2 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) राजा का क्रोध सिंह की दहाड़ के समान भयावह होता है; जो मनुष्य राजा का क्रोध भड़काता है, वह अपने प्राण से हाथ धोता है। पवित्र बाइबल राजा का सिंह की दहाड़ सा कोप होता है, जो उसे कुपित करता प्राण से हाथ धोता है। Hindi Holy Bible राजा का भय दिखाना, सिंह का गरजना है; जो उस पर रोष करता, वह अपने प्राण का अपराधी होता है। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) राजा का भय दिखाना, सिंह का गरजना है; जो उस पर रोष करता, वह अपने प्राण का अपराधी होता है। नवीन हिंदी बाइबल राजा का भयंकर क्रोध सिंह की दहाड़ के समान होता है, जो उसे भड़काता है, वह अपने प्राण से हाथ धो बैठता है। सरल हिन्दी बाइबल राजा का भय सिंह की दहाड़-समान होता है; जो कोई उसके कोप को उकसाता है, अंततः प्राणों से हाथ धो बैठता है. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 राजा का क्रोध, जवान सिंह के गर्जन समान है; जो उसको रोष दिलाता है वह अपना प्राण खो देता है। |
तब राजा सुलेमान ने प्रभु की यह शपथ खाई, ‘यदि अदोनियाह को अपनी इस बात का मूल्य प्राण से न चुकाना पड़े तो परमेश्वर मेरे साथ यही व्यवहार करे, वरन् इससे अधिक कठोर दण्ड मुझे दे।
जिस प्रभु ने मुझे मेरे पिता के सिंहासन पर बैठाया, मुझे दृढ़ बनाया, जिसने अपनी प्रतिज्ञा के अनुसार मेरे पिता के लिए राजवंश की स्थापना की, उस जीवन्त प्रभु की सौगन्ध! आज ही अदोनियाह को मृत्यु-दण्ड दिया जाएगा।’
राजा का क्रोध सिंह की दहाड़ के समान भयानक होता है; पर उसकी कृपा घास पर पड़ी ओस की बून्द के सदृश जीवनदायक होती है।
पर जो मुझे चूक जाता है, वह अपने पैरों पर कुल्हाड़ी मारता है; जो मुझसे घृणा करता है वह मृत्यु को प्यार करता है।
यदि शासक तुमसे नाराज हो तो तुम अपना स्थान मत छोड़ो। क्योंकि धैर्य गंभीर अपराध भी सुधार देता है।
इस्राएली प्रभु क अनुसरण करेंगे; प्रभु सिंह के सदृश गर्जन करेगा। निस्सन्देह वह गर्जन करेगा; तब उसके पुत्र, पश्चिम से कांपते हुए आएंगे।
जंगल में सिंह गरजा; कौन नहीं डरेगा? स्वामी-प्रभु ने सन्देश दिया; कौन नबूवत नहीं करेगा?
तूने अनेक लोगों की हत्या की; यों अपने परिवार को नष्ट करने का कुचक्र रचा; तू स्वयं अपने जीवन से हाथ धो बैठा।
क्योंकि ये धूपदान, इन पापियों के धूपदान, उनके जीवन-विनाश से पवित्र हो गए हैं। अत: वेदी के आवरण के लिए उनको ठोंक-पीटकर उनके पत्तर बनाए जाएँ। उन लोगों ने उनको मुझ-प्रभु के सम्मुख प्रस्तुत किया था। इसलिए वे पवित्र हो गए। वे इस्राएली समाज के लिए एक चिह्न होंगे।’