किन्तु प्रभु की करुणा उसके भक्तों पर युग- युगान्त तक, और उसकी धार्मिकता उनके पुत्र-पुत्रियों, पौत्र-पात्रियों पर बनी रहती है,
नीतिवचन 19:23 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) प्रभु की भक्ति करने से जीवन प्राप्त होता है; जो मनुष्य प्रभु की भक्ति करता है वह निश्चिंत निवास करता है, उस पर विपत्ति के बादल नहीं मंडराते। पवित्र बाइबल यहोवा का भय सच्चे जीवन की राह दिखाता, इससे व्यक्ति शांति पाता है और कष्ट से बचता है। Hindi Holy Bible यहोवा का भय मानने से जीवन बढ़ता है; और उसका भय मानने वाला ठिकाना पा कर सुखी रहता है; उस पर विपत्ती नहीं पड़ने की। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) यहोवा का भय मानने से जीवन बढ़ता है; और उसका भय माननेवाला ठिकाना पाकर सुखी रहता है; उस पर विपत्ति नहीं पड़ने की। नवीन हिंदी बाइबल यहोवा का भय जीवन की ओर ले जाता है; और जो उसका भय मानता है, वह सुखी रहता है और उस पर विपत्ति नहीं पड़ती। सरल हिन्दी बाइबल याहवेह के प्रति श्रद्धा ही जीवन का मार्ग है; तथा जिस किसी में यह भय है, उसका ठिकाना सुखी रहता है, अनिष्ट उसको स्पर्श नहीं करता. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 यहोवा का भय मानने से जीवन बढ़ता है; और उसका भय माननेवाला ठिकाना पाकर सुखी रहता है; उस पर विपत्ति नहीं पड़ने की। |
किन्तु प्रभु की करुणा उसके भक्तों पर युग- युगान्त तक, और उसकी धार्मिकता उनके पुत्र-पुत्रियों, पौत्र-पात्रियों पर बनी रहती है,
प्रभु का वचन शुद्ध है, सदा स्थिर रहने वाला; प्रभु के न्याय-सिद्धान्त सत्य हैं, वे सर्वथा धर्ममय हैं।
निश्चय प्रभु का उद्धार उन लोगों के समीप है जो उससे डरते हैं; प्रभु की महिमा हमारे देश में निवास करेगी।
तू प्रात: काल अपनी करुणा से हमें तृप्त कर, जिससे हम जीवन भर जयजयकार करें, और आनन्द मनाएं।
प्रभु की भक्ति करने से मनुष्य लम्बी आयु प्राप्त करता है; पर दुर्जन असमय में ही मर जाता है।
धर्म पर स्थिर रहनेवाला मनुष्य सदा जीवित रहता है, पर जो दुष्कर्मों को गले लगाता है, वह नष्ट हो जाता है।
जो मनुष्य नम्र है, और प्रभु की भक्ति करता है, उसको प्रतिफल में मिलता है: धन, सम्मान और दीर्घ जीवन।
पर तुम मेरे नाम के प्रति श्रद्धा-भक्ति रखते हो, इसलिए तुम पर धार्मिकता का सूर्य उदय होगा, उसके पंखों में रोग-निवारण की किरणें होंगी, जिनके स्पर्श से तुम स्वस्थ होगे। जैसे पशुशाला से छूटकर बछड़ा आनन्द से कूदता-फांदता है, वैसे ही तुम मुक्त होकर आनन्द से विचरण करोगे।
अब समस्त यहूदा, गलील तथा सामरी प्रदेशों में कलीसिया को शान्ति मिली और उसका निर्माण होता रहा। वह प्रभु के भय में आचरण करती हुई और पवित्र आत्मा की सान्त्वना प्राप्त कर वृद्धि करती गई।
हम जानते हैं कि जो लोग परमेश्वर से प्रेम करते हैं और उसके उद्देश्य के अनुसार बुलाये गये हैं, परमेश्वर उनके कल्याण के लिए सभी बातों में उनकी सहायता करता है;
शरीर के व्यायाम से कुछ लाभ तो होता है, किन्तु भक्ति से जो लाभ मिलता है, वह असीम है; क्योंकि वह जीवन का आश्वासन देती है, इहलोक में भी और परलोक में भी।
प्रभु मुझे दुष्टों के हर फन्दे से छुड़ायेगा। वह मुझे सुरक्षित रखेगा और अपने स्वर्गराज्य तक पहुँचा देगा। उसी की महिमा युगानयुग हो। आमेन!