हे मेरे प्रभु परमेश्वर, यद्यपि मैं अबोध बालक हूं, मैं सेना का नेतृत्व करना नहीं जानता, तथापि तूने अपने सेवक को, मुझको, मेरे पिता दाऊद के स्थान पर राजा नियुक्त किया है।
नीतिवचन 18:12 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) मनुष्य अपने विनाश के पूर्व घमण्डी हो जाता है; पर आदर पाने के लिए मनुष्य को पहले विनम्र बनना पड़ता है। पवित्र बाइबल पतन से पहले मन अहंकारी बन जाता, किन्तु सम्मान से पूर्व विनम्रता आती है। Hindi Holy Bible नाश होने से पहिले मनुष्य के मन में घमण्ड, और महिमा पाने से पहिले नम्रता होती है। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) नाश होने से पहले मनुष्य के मन में घमण्ड, और महिमा पाने से पहले नम्रता होती है। नवीन हिंदी बाइबल विनाश से पहले मनुष्य का हृदय घमंडी हो जाता है, परंतु सम्मान से पहले नम्रता आती है। सरल हिन्दी बाइबल इसके पूर्व कि किसी मनुष्य पर विनाश का प्रहार हो, उसका हृदय घमंडी हो जाता है, पर आदर मिलने के पहले मनुष्य नम्र होता है! इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 नाश होने से पहले मनुष्य के मन में घमण्ड, और महिमा पाने से पहले नम्रता होती है। |
हे मेरे प्रभु परमेश्वर, यद्यपि मैं अबोध बालक हूं, मैं सेना का नेतृत्व करना नहीं जानता, तथापि तूने अपने सेवक को, मुझको, मेरे पिता दाऊद के स्थान पर राजा नियुक्त किया है।
जब मनुष्य अभिमान करता है, तब अभिमान के साथ अपमान आता है, परन्तु बुद्धिमान व्यक्ति में नम्रता होती है।
प्रभु की भक्ति करना बुद्धि से शिक्षा प्राप्त करना है; आदर पाने के पूर्व विनम्र बनना आवश्यक है।
जो मनुष्य घमण्ड से भरा है, उसको नीचा देखना पड़ता है, किन्तु विनम्र मनुष्य सम्मान का पात्र बनता है।
‘ओ मानव-सन्तान, तू सोर नगर-राज्य के शासक से यों कह : स्वामी-प्रभु यों कहता है : “तेरा हृदय अहंकार से भरा है। तू कहता है कि तू ईश्वर है, और समुद्र के मध्य में, देवताओं के दरबार में उच्चासन पर बैठता है। नहीं, तू ईश्वर नहीं, बल्कि केवल मनुष्य है। तू अपने को ईश्वर के सदृश बुद्धिमान समझता है।
ओ सोर नगर-राज्य के शासक, क्या तू अपने वधिकों के सामने दावा करेगा कि तू ईश्वर है? नहीं, जब तू अपने हत्यारों के हाथ में पड़ जाएगा, तब उनकी दृष्टि में ईश्वर नहीं, वरन् मनुष्य ठहरेगा।
सम्पूर्ण मिस्र-देश उजाड़ और निर्जन हो जाएगा। तब मिस्र निवासियों को ज्ञात होगा कि मैं ही प्रभु हूं। “ओ फरओ, तूने यह कहा है कि नील नदी तेरी है, और तूने उसको बनाया है।
“इस प्रकार मैं बोल रहा था। मैं प्रार्थना कर रहा था। मैं अपने और अपनी इस्राएली कौम के पाप को स्वीकार कर रहा था। जब मैं अपने प्रभु परमेश्वर के सम्मुख उसके पवित्र पहाड़ी नगर के लिए याचना प्रस्तुत कर रहा था;
तूने याचना करना आरम्भ किया था कि मुझे आदेश प्राप्त हुआ। मैं तुझको वही बताने आया हूं, क्योंकि तू परमेश्वर को परमप्रिय है। अब तू मेरे शब्दों को ध्यान से सुन और अपने दर्शन को समझ।
क्योंकि जो अपने आप को बड़ा मानता है, वह छोटा किया जाएगा और जो अपने आप को छोटा मानता है, वह बड़ा किया जाएगा।”
और तुम, नवयुवको! धर्मवृद्धों की अधीनता स्वीकार करो। आप सब नम्रतापूर्वक एक दूसरे की सेवा के लिए कमर कस कर तैयार रहें; क्योंकि परमेश्वर घमण्डियों का विरोध करता है, किन्तु वह विनम्र लोगों पर दया करता है।