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नीतिवचन 16:22 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI)

जिस मनुष्‍य में बुद्धि है, उसके पास जीवन का झरना है। पर मूर्ख व्यक्‍ति की ताड़ना स्‍वयं उसकी मूर्खता है।

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पवित्र बाइबल

जिनके पास समझ बूझ है, उनके लिए समझ बूझ जीवन स्रोत होती है, किन्तु मूर्खो की मूढ़ता उनको दण्ड दिलवाती।

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Hindi Holy Bible

जिसके बुद्धि है, उसके लिये वह जीवन का सोता है, परन्तु मूढ़ों को शिक्षा देना मूढ़ता ही होती है।

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पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI)

जिसके पास बुद्धि है, उसके लिये वह जीवन का सोता है, परन्तु मूढ़ों को शिक्षा देना मूढ़ता ही होती है।

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नवीन हिंदी बाइबल

जिसके पास समझ है, उसके लिए वह जीवन का सोता है; परंतु मूर्खों को ताड़ना देना मूर्खता है।

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सरल हिन्दी बाइबल

बुद्धिमान व्यक्ति में समझ जीवन-प्रदायी सोता समान है, किंतु मूर्ख को अपनी ही मूर्खता के द्वारा दंड प्राप्‍त हो जाता है.

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इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019

जिसमें बुद्धि है, उसके लिये वह जीवन का स्रोत है, परन्तु मूर्ख का दण्ड स्वयं उसकी मूर्खता है।

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नीतिवचन 16:22
16 क्रॉस रेफरेंस  

धार्मिक मनुष्‍य का मुख जीवन का झरना है; पर दुर्जन के मुख में हिंसा निवास करती है!


बुद्धिमान व्यक्‍ति के शिक्षाप्रद वचन जीवन के झरने हैं, जिनके द्वारा मनुष्‍य मृत्‍यु के फंदे से बचता है।


प्रभु का भय जीवन का स्रोत है, जिसके द्वारा मनुष्‍य मृत्‍यु के फंदे से बचता है।


बुद्धिमान के कंठ से ज्ञान की धारा प्रवाहित होती है; किन्‍तु मूर्ख अपने मुंह से केवल मूर्खता ही निकालता है।


उत्तर देने के पूर्व धार्मिक मनुष्‍य अपने मन में विचार करता है; किन्‍तु दुर्जन का मुंह बुरी बातें ही उगलता रहता है।


जिसके मस्‍तिष्‍क में बुद्धि का निवास है, वह समझदार कहलाता है; मधुर वचन बोलने से मनुष्‍य अपनी विद्या में वृद्धि करता है।


बुद्धिमान मनुष्‍य का मन उसके वचन को ज्ञान से परिपूर्ण करता है, और उसकी वाणी में विद्या की वृद्धि करता है।


बुद्धिमान मनुष्‍य के मुख से निकले हुए वचन समुद्र के समान गहरे होते हैं, वे ज्ञान के स्रोत, और उमड़ते हुए झरने के सदृश होते हैं।


मूर्ख का मुंह ही उसके विनाश का कारण है, उसके ओंठ ही उसको जाल में फंसाते हैं।


तब तू उनसे जीवन प्राप्‍त करेगा, ये तेरे गले का हार बनेंगे।


उन्‍हें रहने दो; वे अन्‍धों के अन्‍धे पथप्रदर्शक हैं। यदि अन्‍धा अन्‍धे को मार्ग दिखाए तो दोनों ही गड्ढे में गिरेंगे।”


“मैं तुम से सच-सच कहता हूँ : जो मेरा वचन सुनता और जिसने मुझे भेजा, उस में विश्‍वास करता है, उसे शाश्‍वत जीवन प्राप्‍त है। वह दोषी नहीं ठहराया जाएगा। वह तो मृत्‍यु को पार कर जीवन में प्रवेश कर चुका है।


आत्‍मा ही जीवन प्रदान करता है, शरीर से कुछ लाभ नहीं होता। मैंने तुम से जो वचन कहे हैं, वे आत्‍मा और जीवन हैं।


सिमोन पतरस ने उन्‍हें उत्तर दिया, “प्रभु! हम किसके पास जाएँ! आपके पास शाश्‍वत जीवन के वचन हैं।