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नीतिवचन 15:18 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI)

उग्र स्‍वभाव का मनुष्‍य झगड़े की आग को भड़काता है; परन्‍तु विलम्‍ब से क्रोध करनेवाला व्यक्‍ति उसको मधुर वचन से बुझा देता है।

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पवित्र बाइबल

क्रोधी जन मतभेद भड़काता रहता है, जबकि सहनशील जन झगड़े को शांत करता।

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Hindi Holy Bible

क्रोधी पुरूष झगड़ा मचाता है, परन्तु जो विलम्ब से क्रोध करने वाला है, वह मुकद्दमों को दबा देता है।

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पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI)

क्रोधी पुरुष झगड़ा मचाता है, परन्तु जो विलम्ब से क्रोध करनेवाला है, वह मुक़द्दमों को दबा देता है।

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नवीन हिंदी बाइबल

क्रोधी मनुष्य झगड़ा भड़काता है, परंतु जो क्रोध करने में धीमा है, वह झगड़े को शांत करता है।

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सरल हिन्दी बाइबल

क्रोधी स्वभाव का व्यक्ति कलह उत्पन्‍न करता है, किंतु क्रोध में विलंबी व्यक्ति कलह को शांत कर देता है.

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इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019

क्रोधी पुरुष झगड़ा मचाता है, परन्तु जो विलम्ब से क्रोध करनेवाला है, वह मुकद्दमों को दबा देता है।

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नीतिवचन 15:18
21 क्रॉस रेफरेंस  

इस्राएल प्रदेश के निवासियों ने यहूदा प्रदेश के निवासियों को उत्तर दिया, ‘महाराज के राज्‍य में हमारे दस भाग हैं। इसके अतिरिक्‍त हम दस कुल तुमसे बड़े हैं। फिर तुमने हमारा तिरस्‍कार क्‍यों किया? अपने राजा को वापस लाने के लिए क्‍या सर्वप्रथम हमने बात नहीं की थी?’ परन्‍तु यहूदा प्रदेश के निवासियों का तर्क इस्राएल प्रदेश के निवासियों के तर्क से अधिक प्रभावपूर्ण था।


घृणा लड़ाई-झगड़ों को जन्‍म देती है; पर प्रेम सब अपराधों को क्षमा कर देता है।


जो व्यक्‍ति विलम्‍ब से क्रोध करता है वह बड़ा समझदार है; पर तुरन्‍त क्रुद्ध होनेवाला मनुष्‍य केवल अपनी मूर्खता को प्रकट करता है।


कोमल उत्तर देने से क्रोध शान्‍त हो जाता है; परन्‍तु कटु वचन से क्रोधाग्‍नि धधक उठती है।


आलसी मनुष्‍य के मार्ग में, झाड़-झंखाड़ उगे होते हैं, पर निष्‍कपट व्यक्‍ति का मार्ग राजमार्ग के सदृश समतल होता है।


राजा का क्रोध मृत्‍यु-दूत के समान है, पर बुद्धिमान मनुष्‍य उसको ठण्‍डा कर देता है।


कुटिल मनुष्‍य झगड़ा उत्‍पन्न करता है, कानाफूसी करनेवाला घनिष्‍ठ मित्रों में भी फूट डाल देता है।


जिस मनुष्‍य का स्‍वभाव क्रोधी है, उससे मित्रता मत करना; तुरन्‍त नाराज होनेवाले मनुष्‍य के साथ मत रहना।


धीरज रखकर शासक को समझाया जाता है; कोमल रस्‍सी पत्‍थर को भी काट देती है।


जैसे अंगारों में कोयला, और आग में लकड़ी होती है वैसे ही झगड़ालू आदमी होता है जो झगड़े में घी का काम करता है।


लालची मनुष्‍य लड़ाई-झगड़ा उभाड़ता है; किन्‍तु प्रभु पर भरोसा करनेवाला निस्‍सन्‍देह धन-सम्‍पन्न होगा।


जो मनुष्‍य क्रुद्ध स्‍वभाव का है, वह लड़ाई-झगड़ा उत्‍पन्न करता है, जो क्रोध के वश में है, वह अपराध-पर-अपराध करता है।


यदि शासक तुमसे नाराज हो तो तुम अपना स्‍थान मत छोड़ो। क्‍योंकि धैर्य गंभीर अपराध भी सुधार देता है।


धन्‍य हैं वे, जो मेल-मिलाप कराते हैं; क्‍योंकि वे परमेश्‍वर की संतान कहलाएँगे।