सान चढ़ी छुरी के समान, छल-कपट में निरन्तर कार्यरत तेरी जीभ विनाश के षड्यन्त्र रचती है।
नीतिवचन 12:18 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) बिना सोच-विचार के बोलनेवाले मनुष्य के शब्द तलवार की तरह बेधते हैं; पर बुद्धिमान की बातें मलहम का काम करती हैं। पवित्र बाइबल अविचारित वाणी तलवार सी छेदती, किन्तु विवेकी की वाणी घावों को भरती है। Hindi Holy Bible ऐसे लोग हैं जिनका बिना सोच विचार का बोलना तलवार की नाईं चुभता है, परन्तु बुद्धिमान के बोलने से लोग चंगे होते हैं। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) ऐसे लोग हैं जिनका बिना सोच–विचार का बोलना तलवार के समान चुभता है, परन्तु बुद्धिमान के बोलने से लोग चंगे होते हैं। नवीन हिंदी बाइबल बिना सोचे-समझे बोलनेवाले की बातें तलवार के समान चुभती हैं, परंतु बुद्धिमान की बातें स्वस्थ करती हैं। सरल हिन्दी बाइबल असावधानी में कहा गया शब्द तलवार समान बेध जाता है, किंतु बुद्धिमान के शब्द चंगाई करने में सिद्ध होते हैं. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 ऐसे लोग हैं जिनका बिना सोच विचार का बोलना तलवार के समान चुभता है, परन्तु बुद्धिमान के बोलने से लोग चंगे होते हैं। |
सान चढ़ी छुरी के समान, छल-कपट में निरन्तर कार्यरत तेरी जीभ विनाश के षड्यन्त्र रचती है।
मेरा प्राण सिंहों के मध्य है; मैं धधकती ज्वाला में सोता हूँ; ऐसे मनुष्यों के बीच जिन के दांत भाले और तीर हैं, जिनकी जीभ दुधारी तलवार है।
हे परमेश्वर, स्वर्ग पर अपनी महानता प्रकट कर, समस्त पृथ्वी पर तेरी महिमा व्याप्त हो।
देख, वे अपने मुंह से डकार रहे हैं। उनके मुंह में तलवारें हैं; वे यह कहते हैं, “कौन सुनता है?”
उन्होंने अपनी जीभ को तलवार के समान चोखा किया है, उन्होंने कटु वचन-रूपी बाण संधान किया है,
मधुर वचन बोलनेवाली जिह्वा जीवन का वृक्ष है; पर छल-कपट की बातें बोलनेवाली जीभ से आत्मा को कष्ट होता है।
बुद्धिमान अपनी वाणी से ज्ञान का प्रसार करता है; पर मूर्ख का मस्तिष्क ऐसा नहीं कर पाता।
जो मनुष्य अपने पड़ोसी के विरुद्ध झूठी साक्षी देता है, वह मानो गदा, या तलवार या पैना तीर है।
जो व्यक्ति उनको प्राप्त कर लेता है, उसको मानो जीवन मिल जाता है; वह सदा स्वस्थ रहता है।
जो लोग समझदार हैं, वे जनता के अनेक लोगों को समझाएंगे। किन्तु अपने इस कार्य के लिए उन्हें शहीद होना पड़ेगा: वे तलवार से मौत के घाट उतारे जाएंगे; वे जलती हुई आग में फेंके जाएंगे; वे बन्दीगृह में डाले जाएंगे और उनकी धन-सम्पत्ति लूट ली जाएगी। यह कष्ट केवल कुछ दिनों के लिए होगा।
वह अपने दाहिने हाथ में सात तारे धारण किये था। उसके मुख से एक तेज दुधारी तलवार निकल रही थी और उसका मुखमण्डल मध्याह्न के सूर्य की तरह चमक रहा था।
नगर चौक के बीचों-बीच बहती हुई नदी के तट पर, दोनों ओर एक जीवन-वृक्ष था, जो बारह प्रकार के फल, हर महीने एक बार फल, देता था। उस पेड़ के पत्तों से राष्ट्रों की चिकित्सा होती है।