पर दुर्जनों की आंखें पथरा जाएंगी, उनके बचाव के सब रास्ते बन्द हो जाएँगे। उनकी आशा डूब जाएगी, और वे अन्तिम साँस लेंगे।’
नीतिवचन 10:28 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) धार्मिक मनुष्य की आशाएं पूर्ण होती हैं, और वह आनन्दित होता है, पर दुर्जन की आशा निराशा में बदल जाती है। पवित्र बाइबल धर्मी का भविष्य आनन्द—उल्लास है। किन्तु दुष्ट की आशा तो व्यर्थ रह जाती है। Hindi Holy Bible धर्मियों को आशा रखने में आनन्द मिलता है, परन्तु दुष्टों की आशा टूट जाती है। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) धर्मियों को आशा रखने में आनन्द मिलता है, परन्तु दुष्टों की आशा टूट जाती है। नवीन हिंदी बाइबल धर्मियों की आशा आनंद लेकर आती है, परंतु दुष्टों की आशा टूट जाती है। सरल हिन्दी बाइबल धर्मी की आशा में आनंद का उद्घाटन होता है, किंतु दुर्जन की आशा निराशा में बदल जाती है. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 धर्मियों को आशा रखने में आनन्द मिलता है, परन्तु दुष्टों की आशा टूट जाती है। |
पर दुर्जनों की आंखें पथरा जाएंगी, उनके बचाव के सब रास्ते बन्द हो जाएँगे। उनकी आशा डूब जाएगी, और वे अन्तिम साँस लेंगे।’
यही हाल उन सबका होता है जो परमेश्वर को भूल जाते हैं; इसी प्रकार अधर्मी की आशा धूल में मिल जाती है।
दुर्जन यह देखकर क्रोधित होता है; वह दांत पीसता और गल-गलकर मर जाता है। अत: दुर्जन की इच्छा का विनाश होता है।
परमेश्वर के लिये गीत गाओ, उसके नाम की स्तुति गाओ। उसका गुणगान करो, वह मेघों पर सवार है। उसका नाम प्रभु है, उसके सम्मुख उल्लसित हो।
धार्मिक मनुष्य की अभिलाषा केवल भलाई होती है; पर दुर्जन की आशा का परिणाम प्रभु का क्रोध होता है!
दुर्जन की मृत्यु के साथ उसकी आशा भी मर जाती है; अधार्मिक मनुष्य की आशा अन्त में पूरी नहीं होती।
दुर्जन को उसके दुष्कर्म ही उखाड़ फेंकते हैं, पर धार्मिक मनुष्य अपनी सत्यनिष्ठा के कारण आश्रय पाता है।
दुर्जन अपने अपराध के फन्दे में फंसता है; किन्तु धार्मिक मनुष्य अपने धर्म के कारण सदा गीत गाता और आनन्द मनाता है।
आशा का स्रोत, परमेश्वर आप लोगों को विश्वास द्वारा प्रचुर आनन्द और शान्ति प्रदान करे, जिससे पवित्र आत्मा के सामर्थ्य से आप लोगों की आशा परिपूर्ण हो।
मसीह ने हमारे लिए उस अनुग्रह तक पहुँचने का द्वार भी खोला है, जो हमें विश्वास से प्राप्त होता है और जिसमें हम स्थित हैं। हम इस बात पर गौरव करते हैं कि हमें परमेश्वर की महिमा के भागी बनने की आशा है।
स्वयं हमारे प्रभु येशु मसीह तथा हमारा पिता परमेश्वर, जिसने हमसे इतना प्रेम किया और हमें चिरस्थायी सान्त्वना तथा उज्ज्वल आशा का वरदान दिया है,