Biblia Todo Logo
ऑनलाइन बाइबिल

- विज्ञापनों -




नीतिवचन 10:28 - पवित्र बाइबल

28 धर्मी का भविष्य आनन्द—उल्लास है। किन्तु दुष्ट की आशा तो व्यर्थ रह जाती है।

अध्याय देखें प्रतिलिपि

Hindi Holy Bible

28 धर्मियों को आशा रखने में आनन्द मिलता है, परन्तु दुष्टों की आशा टूट जाती है।

अध्याय देखें प्रतिलिपि

पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI)

28 धार्मिक मनुष्‍य की आशाएं पूर्ण होती हैं, और वह आनन्‍दित होता है, पर दुर्जन की आशा निराशा में बदल जाती है।

अध्याय देखें प्रतिलिपि

पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI)

28 धर्मियों को आशा रखने में आनन्द मिलता है, परन्तु दुष्‍टों की आशा टूट जाती है।

अध्याय देखें प्रतिलिपि

नवीन हिंदी बाइबल

28 धर्मियों की आशा आनंद लेकर आती है, परंतु दुष्‍टों की आशा टूट जाती है।

अध्याय देखें प्रतिलिपि

सरल हिन्दी बाइबल

28 धर्मी की आशा में आनंद का उद्घाटन होता है, किंतु दुर्जन की आशा निराशा में बदल जाती है.

अध्याय देखें प्रतिलिपि




नीतिवचन 10:28
15 क्रॉस रेफरेंस  

सभी आशाओं का स्रोत परमेश्वर, तुम्हें सम्पूर्ण आनन्द और शांति से भर दे जैसा कि उसमें तुम्हारा विश्वास है। ताकि पवित्र आत्मा की शक्ति से तुम आशा से भरपूर हो जाओ।


वह व्यक्ति जो परमेश्वर को भूल जाता है, नरकुल की भाँति होता है। वह व्यक्ति जो परमेश्वर को भूल जाता है कभी आशावान नहीं होगा।


जब दुष्ट मरता है, उनकी आशा मर जाती है। अपनी शक्ति से जो कुछ अपेक्षा उसे थी, व्यर्थ चली जाती है।


अब हमारा प्रभु स्वयं यीशु मसीह और हमारा परम पिता परमेश्वर जिसने हम पर अपना प्रेम दर्शाया है और हमें परम आनन्द प्रदान किया है तथा जिसने हमें अपने अनुग्रह में सुदृढ़ आशा प्रदान की है।


अपनी आशा में प्रसन्न रहो। विपत्ति में धीरज धरो। निरन्तर प्रार्थना करते रहो।


उसी के द्वारा विश्वास के कारण उसकी जिस अनुग्रह में हमारी स्थिति है, उस तक हमारी पहुँच हो गयी है। और हम परमेश्वर की महिमा का कोई अंश पाने की आशा का आनन्द लेते हैं।


जब दुष्ट जन पर विपदा पड़ती है तब वह हार जाते हैं किन्तु धर्मी जन तो मृत्यु में भी विजय हासिल करते हैं।


कुटिल जन उसको देखेंगे और कुपित होंगे। वे क्रोध में अपने दाँतों को पीसेंगे और फिर लुप्त हो जायेंगे। दुष्ट लोग उसको कभी नहीं पायेंगे जिसे वह सब से अधिक पाना चाहते हैं।


किन्तु जब बुरे लोग आसरा ढूढेंगे तब उनको नहीं मिलेगा। उनके पास कोई आस नहीं होगी। वे अपनी विपत्तियों से बच कर निकल नहीं पायेंगे। मृत्यु ही उनकी आशा मात्र होगी।”


इसी से मेरा मन और मेरी आत्मा अति आनन्दित होगी और मेरी देह तक सुरक्षित रहेगी।


नेक की इच्छा का भलाई में अंत होता है, किन्तु दुष्ट की आशा रोष में फैलती है।


परमेश्वर के गीत गाओ। उसके नाम का गुणगान करों। परमेश्वर के निमित राह तैयार करों। निज रथ पर सवार होकर, वह मरूभूमि पार करता। याह के नाम का गुण गाओ!


पापी स्वयं अपने जाल में फंसता है। किन्तु एक धर्मी गाता और प्रसन्न होता है।


हमारे पर का पालन करें:

विज्ञापनों


विज्ञापनों