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निर्गमन 30:12 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI)

‘जब तू इस्राएली समाज की जनगणना करे तब प्रत्‍येक व्यक्‍ति गणना के समय अपने प्राणों के उद्धार का शुल्‍क प्रभु को देगा, जिससे गणना के समय उस पर किसी महामारी का प्रकोप न हो।

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पवित्र बाइबल

“इस्राएल के लोगों को गिनो जिससे तुम जानोगे कि वहाँ कितने लोग हैं। जब कभी यह किया जाएगा हर एक व्यक्ति अपने जीवन के लिए यहोवा को धन देगा। यदि हर एक व्यक्ति यह करेगा तो लोगों के साथ कोई भी भयानक घटना घटित नहीं होगी।

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Hindi Holy Bible

जब तू इस्त्राएलियों की गिनती लेने लगे, तब वे गिनने के समय जिनकी गिनती हुई हो अपने अपने प्राणों के लिये यहोवा को प्रायश्चित्त दें, जिस से जब तू उनकी गिनती कर रहा हो उस समय कोई विपत्ति उन पर न आ पड़े।

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पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI)

“जब तू इस्राएलियों की गिनती लेने लगे, तब गिनने के समय जिनकी गिनती हुई हो वे अपने अपने प्राणों के लिये यहोवा को प्रायश्‍चित्त दें, जिससे जब तू उनकी गिनती कर रहा हो उस समय कोई विपत्ति उन पर न आ पड़े।

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नवीन हिंदी बाइबल

“जब तू इस्राएलियों की जनगणना के लिए उनकी गिनती करने लगे, तब गिनती करते समय प्रत्येक व्यक्‍ति अपने-अपने प्राण के लिए यहोवा को छुड़ौती दे, ताकि जब तू उनकी गिनती कर रहा हो तो उन पर कोई विपत्ति न आ पड़े।

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सरल हिन्दी बाइबल

“जब तुम इस्राएलियों को गिनने लगो, और जिनकी गिनती हो चुकी हो वे अपने लिए याहवेह को प्रायश्चित दें ताकि गिनती करते समय कोई परेशानी न आ जाये.

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इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019

“जब तू इस्राएलियों की गिनती लेने लगे, तब वे गिनने के समय जिनकी गिनती हुई हो अपने-अपने प्राणों के लिये यहोवा को प्रायश्चित दें, जिससे जब तू उनकी गिनती कर रहा हो उस समय कोई विपत्ति उन पर न आ पड़े।

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निर्गमन 30:12
21 क्रॉस रेफरेंस  

शैतान ने इस्राएली राष्‍ट्र को परखा। उसने दाऊद को भड़काया कि वह इस्राएली जाति के बीस वर्ष से अधिक आयु के पुरुषों की जनगणना करे।


तीन वर्ष तक अकाल; अथवा तीन महीने तक तेरे बैरियों के द्वारा तेरा विनाश, अर्थात् तीन महीने तक तेरे शत्रुओं की तलवार तुझ पर चलती रहेगी; अथवा तीन दिन मुझ-प्रभु की तलवार का चलना, अर्थात् तेरे देश पर तीन दिन तक महामारी का प्रकोप−जब तक मेरा दूत समस्‍त इस्राएली देश का महाविनाश न करे।” महाराज, आप निर्णय कीजिए कि मैं लौटकर अपने भेजने वाले को क्‍या उत्तर दूं।’


प्रभु ने इस्राएल देश पर महामारी भेजी। अत: इस्राएल देश के सत्तर हजार व्यक्‍ति मर गए।


किन्‍तु योआब ने कहा, ‘प्रभु अपनी प्रजा की आबादी को सौ गुना बढ़ाए। मेरे स्‍वामी, महाराज, क्‍या वे सब-के-सब आपके सेवक नहीं हैं? तब मेरे स्‍वामी, आप यह काम क्‍यों करना चाहते हैं? आप इस्राएली राष्‍ट्र को प्रभु की दृष्‍टि में क्‍यों दोषी बनाना चाहते हैं?’


यद्यपि योआब बेन-सरूयाह ने युवकों की गणना का कार्य आरम्‍भ किया था, परन्‍तु वह उसको पूरा न कर सका। उसके इस कार्य के कारण इस्राएली राष्‍ट्र पर विपत्ति आ पड़ी। अत: यह जनसंख्‍या राजा दाऊद के इतिहास-ग्रन्‍थ में नहीं लिखी गई।


अत: राजा योआश ने महापुरोहित यहोयादा को बुलाया, और उससे कहा, ‘आप जानते हैं, कि प्रभु के सेवक मूसा ने साक्षी-पत्र के शिविरके लिए इस्राएली धर्म-मण्‍डली पर कर लगाया था। तब आपने उप-पुरोहितों को यह कर इकट्ठा करने के लिए यहूदा प्रदेश के नगरों और यरूशलेम में क्‍यों नहीं भेजा, और उन पर दबाव क्‍यों नहीं डाला कि वे यह चन्‍दा वसूल करें?’


तत्‍पश्‍चात् समस्‍त यहूदा प्रदेश तथा यरूशलेम नगर में यह राजाज्ञा सुनाई गई कि जो कर प्रभु के सेवक मूसा ने निर्जन प्रदेश में इस्राएली समाज पर लगाया था, वह समस्‍त इस्राएलियों को प्रभु के लिए नियमित रूप से चुकाना होगा।


तो वह उस पर कृपा करता और यह कहता है, “इसको कबर में मत ले जाओ, वरन् छोड़ दो; क्‍योंकि मुझे इसका विमोचन-मूल्‍य मिल गया है।


सावधान! कहीं क्रोध तुम्‍हें कुमार्ग पर न ले जाए! विमोचन का भारी मूल्‍य कहीं तुम्‍हें पथ-भ्रष्‍ट न कर दे!


निस्‍सन्‍देह मनुष्‍य स्‍वयं को छुड़ा नहीं सकता; वह परमेश्‍वर को अपने प्राण का मूल्‍य चुका नहीं सकता।


प्रभु मूसा से बोला,


उन्‍होंने मूसा से कहा, ‘हम, आपके सेवकों ने, अपने अधीन सैनिकों की गणना की और उनमें से एक भी व्यक्‍ति युद्ध में नहीं मारा गया।


जो सोने के आभूषण हमें प्राप्‍त हुए हैं, बाजूबन्‍द, कड़े, अंगूठियाँ, बालियाँ और हार, उन्‍हें हम प्रभु के सम्‍मुख अपने प्रायश्‍चित्त हेतु प्रभु-अर्पित चढ़ावे में चढ़ाने के लिए लाए हैं।’


जैसे मानव-पुत्र अपनी सेवा कराने नहीं, बल्‍कि सेवा करने तथा बहुतों के बदले उनकी मुक्‍ति के मूल्‍य में अपने प्राण देने आया है।”


क्‍योंकि मानव-पुत्र अपनी सेवा कराने नहीं, बल्‍कि सेवा करने और बहुतों के बदले उनकी मुक्‍ति के मूल्‍य में अपने प्राण देने आया है।”


और जिन्‍होंने सब के विमोचन के लिए अपने को अर्पित किया। उन्‍होंने उपयुक्‍त समय पर इसके सम्‍बन्‍ध में अपनी साक्षी दी।