दाऊद ने कहा, ‘यह स्वयं प्रभु ने अपने हाथ से लिखकर निर्धारित किया था। मैंने सिर्फ इस निर्धारण के अनुसार कार्य किया।’
निर्गमन 26:30 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) तू निवास-स्थान को उसकी योजना के अनुसार खड़ा करना, जो तुझे पर्वत पर दिखाई गई है। पवित्र बाइबल पवित्र तम्बू को तुम उसी ढंग की बनाओ जैसा मैंने तुम्हें पर्वत पर दिखाया था। Hindi Holy Bible और निवास को इस रीति खड़ा करना जैसा इस पर्वत पर तुझे दिखाया गया है॥ पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) और निवास को इस रीति खड़ा करना जैसा इस पर्वत पर तुझे दिखाया गया है। नवीन हिंदी बाइबल तब तू निवासस्थान को उसी नमूने के अनुसार खड़ा करना जैसा तुझे पर्वत पर दिखाया गया था। सरल हिन्दी बाइबल “इसी प्रकार पवित्र स्थान को बनाना, जैसे तुमको पर्वत पर दिखाया गया था. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 और निवास को इस रीति खड़ा करना जैसा इस पर्वत पर तुझे दिखाया गया है। |
दाऊद ने कहा, ‘यह स्वयं प्रभु ने अपने हाथ से लिखकर निर्धारित किया था। मैंने सिर्फ इस निर्धारण के अनुसार कार्य किया।’
ध्यान रखना कि ये वस्तुएँ अपने-अपने ढांचे के अनुरूप बनाई जाएँ, जो मैंने तुझे पहाड़ पर दिखाया है।
अपने निवास-स्थान के नमूने तथा उसके समस्त उपकरणों से सम्बन्धित जो वस्तुएँ मैं तुझे दिखाता हूँ, उन्हीं के अनुरूप तू उसे निर्मित करना।
तू तख्तों को सोने से मढ़ना। तत्पश्चात् तू उनके कड़ों को, जो छड़ों के जकड़-पट्टा होंगे, सोने के बनाना। तू छड़ों को भी सोने से मढ़ना।
तू तख्ते जोड़कर उसको खोखली बनाना। जैसे तुझे पहाड़ पर दिखाया गया है, वैसे ही वेदी बननी चाहिए।
उसके पश्चात् कहाती लोगों ने पवित्र वस्तुएं उठाईं और प्रस्थान किया। (अगले विश्राम-स्थल पर उनके आगमन के पूर्व ही निवास-स्थान को खड़ा कर दिया गया।)
दीपाधार सोना ढालकर बनाया गया था। उसकी कारीगरी इस प्रकार थी : वह अपने आधार से फूलों तक ढाल कर बनाया गया था। जैसा ढांचा प्रभु ने मूसा को दिखाया, उसी के अनुरूप उन्होंने दीपाधार बनाया था।
“वास्तव में, निर्जन प्रदेश में हमारे पूर्वजों के पास साक्षी का तम्बू था। परमेश्वर ने मूसा को इसके विषय में यह आदेश दिया था, ‘तूने जो नमूना देखा है, उसी के अनुसार उसे बनाना।’
उस वास्तविक पवित्र स्थान तथा शिविर के धर्मसेवक हैं जो मनुष्य द्वारा नहीं, बल्कि प्रभु द्वारा संस्थापित है।
यद्यपि वे एक ऐसे आराधना-स्थल में आराधना करते हैं जो स्वर्ग की वास्तविकता की प्रतिकृति और छाया मात्र है। यही कारण है कि जब मूसा शिविर का निर्माण करने वाले थे, तो उन्हें परमेश्वर की ओर से यह आदेश मिला, “देखो, जो नमूना तुम्हें पर्वत पर दिखाया गया, उसी के अनुसार तुम सब कुछ बनाना।”
जो वस्तुएँ स्वर्ग की वस्तुओं की प्रतीक मात्र थीं, यदि उनका शुद्धीकरण इस प्रकार की विधियों द्वारा आवश्यक था, तो स्वयं स्वर्गिक वस्तुओं के लिए एक श्रेष्ठतर बलि-अर्पण आवश्यक ही है।
इस्राएली समाज की समस्त मंडली शिलोह नगर में एकत्र हुई। उन्होंने वहाँ मिलन-शिविर की स्थापना की। समस्त देश पर उनका अधिकार हो चुका था। देश उनके सम्मुख प्रस्तुत था।