इसहाक ने अपने पुत्र से कहा, ‘मेरे पुत्र, यह क्या! तुझे इतने शीघ्र शिकार मिल गया?’ याकूब बोला, ‘आपके प्रभु परमेश्वर ने उसे मेरे सामने कर दिया था।’
निर्गमन 20:7 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) ‘तू अपने प्रभु परमेश्वर का नाम व्यर्थ न लेना; क्योंकि जो व्यक्ति प्रभु का नाम व्यर्थ लेगा, उसे प्रभु निर्दोष घोषित नहीं करेगा। पवित्र बाइबल “तुम्हारे परमेश्वर यहोवा के नाम का उपयोग तुम्हें गलत ढंग से नहीं करना चाहिए। यदि कोई व्यक्ति यहोवा के नाम का उपयोग गलत ढंग से करता है तो वह अपराधी है और यहोवा उसे निरपराध नहीं मानेगा। Hindi Holy Bible तू अपने परमेश्वर का नाम व्यर्थ न लेना; क्योंकि जो यहोवा का नाम व्यर्थ ले वह उसको निर्दोष न ठहराएगा॥ पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) “तू अपने परमेश्वर का नाम व्यर्थ न लेना; क्योंकि जो यहोवा का नाम व्यर्थ* ले वह उसको निर्दोष न ठहराएगा। नवीन हिंदी बाइबल “तू अपने परमेश्वर यहोवा का नाम व्यर्थ न लेना; क्योंकि जो यहोवा का नाम व्यर्थ लेता है उसे वह निर्दोष न ठहराएगा। सरल हिन्दी बाइबल तुम याहवेह, अपने परमेश्वर के नाम का गलत इस्तेमाल नहीं करोगे, क्योंकि याहवेह उस व्यक्ति को बिना दंड दिए नहीं छोड़ेंगे, जो याहवेह का नाम व्यर्थ में लेता है. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 “तू अपने परमेश्वर का नाम व्यर्थ न लेना; क्योंकि जो यहोवा का नाम व्यर्थ ले वह उसको निर्दोष न ठहराएगा। |
इसहाक ने अपने पुत्र से कहा, ‘मेरे पुत्र, यह क्या! तुझे इतने शीघ्र शिकार मिल गया?’ याकूब बोला, ‘आपके प्रभु परमेश्वर ने उसे मेरे सामने कर दिया था।’
परन्तु अब तू उसे निर्दोष मत मानना। तू स्वयं बुद्धिमान है। तू स्वयं जानता है कि तुझे उसके साथ कैसा व्यवहार करना चाहिए। उस वृद्ध को रक्त-रंजित दण्डित कर मृतक लोक में उतार देना।’
तब परमेश्वर के जन एलीशा के सेवक गेहजी ने यह सोचा, ‘मेरे गुरु ने इस सीरियाई नामान को यों ही छोड़ दिया। जो भेंट वह लाया था, उसको उन्होंने अपने हाथ से स्वीकार नहीं किया। जीवन्त प्रभु की सौगन्ध! मैं उसके पीछे दौड़कर जाऊंगा, और उससे कुछ भेंट लूंगा।’
वे द्वेषपूर्वक तेरा अनादर करते हैं, वे बुराई के लिए तेरे विरुद्ध स्वयं को उन्नत करते हैं!
अन्यथा मैं भरपेट खाने पर तेरी महिमा से इन्कार कर दूंगा, और गर्व से कहूंगा, ‘प्रभु है कौन?’ अथवा गरीब होने पर मैं चोरी करने लगूंगा; और यों तेरे पवित्र नाम को कलंकित करूंगा।
‘किन्तु तुम अपने समझौते से मुकर गए। तुमने मेरे पवित्र नाम को अपवित्र कर दिया। जो दास-दासी को उस की इच्छा के अनुसार तुमने मुक्त कर दिया था, उस को फिर पकड़ लिया, और गुलाम बना कर वापस ले आए।
यदि तू सच्चाई, न्याय और निष्कपट हृदय से जीवंत प्रभु की शपथ खाए, तो विश्व के राष्ट्र तेरे कारण मुझसे आशिष पाएंगे; वे तेरे माध्यम से मेरी महिमा करेंगे।’
‘मैं अपने पवित्र नाम को अपने निज लोग इस्राएलियों के मध्य प्रकट करूंगा। मैं अपने पवित्र नाम को फिर कभी अपवित्र न होने दूंगा। तब सब राष्ट्रों को मालूम होगा कि मैं ही प्रभु हूं, मैं ही इस्राएल में पवित्र परमेश्वर हूं।
तुम मेरे नाम से झूठी शपथ नहीं खाना; और इस प्रकार अपने परमेश्वर का नाम अपवित्र मत करना। मैं प्रभु हूँ।
स्वर्गिक सेनाओं का प्रभु यों कहता है, ‘तब मैं अदालत में तुम्हारे सम्मुख उपस्थित होऊंगा। मैं इन सब लोगों के विरुद्ध तुरन्त साक्षी दूंगा: झाड़-फूंक करनेवाले ओझा, व्यभिचारी, झूठी शपथ खानेवाले, मजदूर की मजदूरी दबानेवाले, विधवाओं और अनाथों पर अत्याचार करनेवाले, प्रवासी के अधिकारों को छीननेवाले और मुझसे न डरनेवाले।
मैं परमेश्वर को साक्षी बना कर अपने जीवन की शपथ खा कर कहता हूँ-मैं इसलिए अब तक कुरिन्थुस नहीं आया कि मैं आप लोगों को दु:ख से बचाए रखना चाहता था।
‘तू प्रभु परमेश्वर की भक्ति करना। तू उसकी आराधना करना, और उससे ही सम्बद्ध रहना। तू केवल उसके नाम की शपथ खाना।
‘तू अपने प्रभु परमेश्वर का नाम व्यर्थ न लेना; क्योंकि जो व्यक्ति प्रभु का नाम व्यर्थ लेगा, उसे प्रभु निर्दोष घोषित नहीं करेगा।
तू अपने प्रभु परमेश्वर से डरना और उसकी भक्ति करना। तू उसकी सेवा करना, और उसके नाम की शपथ खाना।
मेरे भाइयो और बहिनो! सब से बड़ी बात यह है कि आप शपथ नहीं खायें − न तो स्वर्ग की, न पृथ्वी की और न किसी अन्य वस्तु की। आपकी बात इतनी हो : हाँ की हाँ, नहीं की नहीं। कहीं ऐसा न हो कि आप दण्ड के योग्य हो जायें।
अब तुम मुझसे प्रभु की शपथ खाओ कि जैसा मैंने तुम्हारे साथ दया-पूर्ण व्यवहार किया है, वैसा ही तुम मेरे पिता के परिवार के साथ दयापूर्ण व्यवहार करोगे। मुझे एक विश्वस्त चिह्न दो।
गुप्तचरों ने उससे कहा, ‘जो शपथ तूने हमें खिलाई है, उसको हम इस शर्त पर पूरा करेंगे, और शपथ-भंग का दोष हम पर नहीं लगेगा:
अब हम केवल यह कार्य कर सकते हैं कि उन्हें जीवित रहने दें, अन्यथा जो शपथ हमने उनसे खाई थी, उसके कारण हम पर प्रभु का क्रोध भड़क उठेगा।’