मनश्शे ने यहूदा प्रदेश से पाप-कर्म कराए थे। उसने वे काम किये थे, जो प्रभु की दृष्टि में बुरे हैं। इसके अतिरिक्त मनश्शे ने बड़ी संख्या में निर्दोष लोगों का रक्त बहाया था। उसने यरूशलेम के एक छोर से दूसरे छोर तक निर्दोष रक्त की नदी बहाई थी!
निर्गमन 20:13 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) ‘तू हत्या न करना। पवित्र बाइबल “तुम्हें किसी व्यक्ति की हत्या नहीं करनी चाहिए। Hindi Holy Bible तू खून न करना॥ पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) “तू खून न करना। नवीन हिंदी बाइबल “तू हत्या न करना। सरल हिन्दी बाइबल तुम मानव हत्या नहीं करना. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 “तू खून न करना। |
मनश्शे ने यहूदा प्रदेश से पाप-कर्म कराए थे। उसने वे काम किये थे, जो प्रभु की दृष्टि में बुरे हैं। इसके अतिरिक्त मनश्शे ने बड़ी संख्या में निर्दोष लोगों का रक्त बहाया था। उसने यरूशलेम के एक छोर से दूसरे छोर तक निर्दोष रक्त की नदी बहाई थी!
जकर्याह के पिता यहोयादा ने राजा योआश के साथ भलाई की थी। किन्तु राजा योआश इस भलाई को भूल गया; और उसके पुत्र की हत्या कर दी। जब जकर्याह का प्राण निकल रहा था तब उसने यह कहा, ‘प्रभु यह देखे और इसका प्रतिशोध करे।’
‘जो कोई किसी व्यक्ति पर ऐसा प्रहार करे कि वह मर जाए तो उसे निश्चय ही मृत्यु-दण्ड दिया जाएगा।
पर यदि कोई अपने पड़ोसी की कपटपूर्ण हत्या के अभिप्राय से आघात करे, तो तू उसका वध करने के लिए मेरी वेदी से भी उसे घसीट कर ले जाना।
‘यदि कोई व्यक्ति अपने गुलाम पर, चाहे वह स्त्री अथवा पुरुष हो, लाठी से प्रहार करे, और वह उसके हाथ से मर जाए, तो उसे निश्चय ही दण्ड दिया जाएगा।
किन्तु यदि बैल को पहले से ही सींग से मारने की आदत पड़ी है और उसके स्वामी को चेतावनी देने पर भी उसने उसको बान्ध कर नहीं रखा और स्त्री अथवा पुरुष को बैल मार डालता है, तो पत्थरों से मारकर उस बैल का वध किया जाए। उसके स्वामी को भी मृत्यु-दण्ड दिया जाएगा।
तू झूठे आरोप से दूर रहना और निर्दोष तथा भक्त का वध न करना; क्योंकि मैं दुर्जन को निर्दोष नहीं घोषित करूँगा।
यदि वे तुझसे यह कहें, ‘हमारे साथ आ। हम हत्या के लिए घात लगाएं; हम अकारण ही निर्दोष पर छिप कर वार करें;
दुर्जन अपनी ही हत्या के लिए घात लगाते हैं; वे मानो अपने ही प्राण लेने के लिए छिपकर बैठते हैं।
देखो, पृथ्वी के निवासियों को, उनके अधर्म का दण्ड देने के लिए प्रभु अपने निवास-स्थान से बाहर निकल रहा है! तब पृथ्वी उन हत्याओं को प्रकट करेगी, जो उस पर की गई हैं; वह किसी के रक्त को नहीं छिपाएगी।
पर यह अच्छी तरह समझ लो कि अगर तुम मुझे प्राण-दण्ड दोगे, तो तुम निर्दोष मनुष्य की हत्या करने के कारण दोषी ठहरोगे, और मेरी हत्या का दोष तुम पर, इस नगर पर और नगर-निवासियों के मत्थे पड़ेगा। क्योंकि यह सच है कि प्रभु ने मुझे तुम्हें यह वचन सुनाने के लिए भेजा है।’
पशु की हत्या करने वाला व्यक्ति उसकी क्षतिपूर्ति करेगा; किन्तु मनुष्य की हत्या करने वाले व्यक्ति को मृत्यु-दण्ड दिया जाएगा।
उसने पूछा, “कौन-सी आज्ञाएँ?” येशु ने कहा, “हत्या मत करो; व्यभिचार मत करो; चोरी मत करो; झूठी गवाही मत दो;
तुम आज्ञाओं को जानते हो : हत्या मत करो, व्यभिचार मत करो, चोरी मत करो, झूठी गवाही मत दो, किसी को मत ठगो, अपने माता पिता का आदर करो।”
तुम आज्ञाओं को जानते हो : व्यभिचार मत करो, हत्या मत करो, चोरी मत करो, झूठी गवाही मत दो, अपने माता-पिता का आदर करो।”
किन्तु पौलुस ने ऊंचे स्वर से पुकार कर कहा, “अपने आपको कोई हानि न पहुँचाओ। हम सब यहीं हैं।”
द्वीप के निवासी उनके हाथ में साँप लिपटा देख कर आपस में कहने लगे, “निश्चय ही यह व्यक्ति हत्यारा है। यह समुद्र से तो बच गया है, किन्तु ईश्वरीय न्याय ने इसे जीवित नहीं रहने दिया।”
उदाहरणार्थ, ‘व्यभिचार मत करो, हत्या मत करो, चोरी मत करो, लालच मत करो’—इनका तथा अन्य सभी दूसरी आज्ञाओं का सारांश यह है : अपने पड़ोसी से अपने समान प्रेम करो।
द्वेष, मतवालापन, रंगरलियाँ और इसी प्रकार की अन्य बातें। मैं आप लोगों से कहता हूँ, जैसा कि मैंने पहले भी कहा है, जो लोग इस प्रकार का आचरण करते हैं, वे परमेश्वर के राज्य के अधिकारी नहीं होंगे।
हमें याद रहे कि व्यवस्था धर्मियों के लिए निर्धारित नहीं हुई, बल्कि उपद्रवी और निरंकुश लोगों के लिए, विधर्मियों और पापियों, नास्तिकों और धर्मविरोधियों, मातृ-पितृ-घातकों, हत्यारों,
क्योंकि जिसने कहा, “व्यभिचार मत करो,” उसने यह भी कहा, “हत्या मत करो।” इसलिए यदि आप व्यभिचार नहीं करते, किन्तु हत्या करते हैं, तो आप व्यवस्था का उल्लंघन करते हैं।
जिसने दया नहीं दिखायी है, उसका न्याय दया के साथ नहीं किया जायेगा; किन्तु दया न्याय पर विजय पाती है।