प्रभु का दूत पुन: उससे बोला, ‘देख, तू गर्भवती है। तू एक पुत्र को जन्म देगी। तू उसका नाम यिश्माएल रखना, क्योंकि प्रभु ने तेरा कराहना सुना है।
निर्गमन 2:23 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) अनेक वर्षों के बाद मिस्र देश के राजा की मृत्यु हो गई। इस्राएली बेगार के कारण कराहते थे। अत: वे सहायता के लिए चिल्लाने लगे। बेगार से उत्पन्न उनकी दुहाई परमेश्वर तक पहुंची। पवित्र बाइबल लम्बा समय बीता और मिस्र का राजा मर गया। इस्राएली लोगों को जब भी कठिन परिश्रम करने के लिए विवश किया जाता था। वे सहायता के लिए पुकारते थे और परमेशवर ने उनकी पुकार सुनी। Hindi Holy Bible बहुत दिनों के बीतने पर मिस्र का राजा मर गया। और इस्राएली कठिन सेवा के कारण लम्बी लम्बी सांस ले कर आहें भरने लगे, और पुकार उठे, और उनकी दोहाई जो कठिन सेवा के कारण हुई वह परमेश्वर तक पहुंची। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) बहुत दिनों के बीतने पर मिस्र का राजा मर गया। इस्राएली कठिन सेवा के कारण लम्बी लम्बी साँस लेकर आहें भरने लगे, और पुकार उठे, और उनकी दोहाई जो कठिन सेवा के कारण हुई वह परमेश्वर तक पहुँची। नवीन हिंदी बाइबल जब बहुत दिन बीत गए तो मिस्र का राजा मर गया, और इस्राएली अपने दासत्व के कारण आहें भरते हुए पुकार उठे; और दासत्व से छुटकारा पाने की उनकी दुहाई परमेश्वर तक पहुँची। सरल हिन्दी बाइबल उस लंबे समयकाल के बाद मिस्र देश के राजा की मृत्यु हो गई. इस्राएली अपने दासत्व में कराह रहे थे और दुहाई दे रहे थे. वे सहायता की गुहार कर रहे थे और उनके दासत्व की यह गुहार परमेश्वर तक पहुंची. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 बहुत दिनों के बीतने पर मिस्र का राजा मर गया। और इस्राएली कठिन सेवा के कारण लम्बी-लम्बी साँस लेकर आहें भरने लगे, और पुकार उठे, और उनकी दुहाई जो कठिन सेवा के कारण हुई वह परमेश्वर तक पहुँची। |
प्रभु का दूत पुन: उससे बोला, ‘देख, तू गर्भवती है। तू एक पुत्र को जन्म देगी। तू उसका नाम यिश्माएल रखना, क्योंकि प्रभु ने तेरा कराहना सुना है।
‘प्रभु, तूने मिस्र देश में हमारे पूर्वजों के दु:ख-कष्ट देखे थे; तूने लाल-सागर के तट पर उनकी दुहाई सुनी थी।
‘अत्याचार बढ़ जाने पर मनुष्य दुहाई देते हैं, वे बलवान के बाहुबल के कारण सहायता के लिए पुकारते हैं।
मेरे संकट के दिन अपना मुख मुझ से न छिपा! अपने कान मेरी ओर कर; जिस समय मैं पुकारूं, मुझे अविलम्ब उत्तर दे।
प्रभु यह कहता है, “पीड़ित लुट गए, दरिद्र विलाप करते हैं। इस कारण अब मैं उठूंगा; मैं उसे सुरक्षित रखूंगा, जो सुरक्षा चाहता है।”
मैंने संकट में प्रभु को पुकारा, मैंने अपने परमेश्वर की दुहाई दी। उसने अपने मंदिर से मेरी वाणी सुनी, मेरी दुहाई उसके कानों में पहुँची।
उन्होंने ईंट-गारा और खेती सम्बन्धी सब कामों में इस्राएली लोगों से कठोर बेगार करवा कर उनका जीवन कड़वा बना डाला। वे अपने प्रत्येक कार्य में उनसे कठोर बेगार करवाते थे।
प्रभु ने मिद्यान देश में मूसा से कहा, ‘मिस्र देश को लौट जा; क्योंकि जो लोग तेरे प्राण लेना चाहते थे, वे सब मर चुके हैं।’
मैंने इस्राएलियों का कराहना सुना है, जिन्हें मिस्र देश के निवासियों ने गुलाम बना रखा है। अत: मुझे अपने विधान का स्मरण हुआ है।
मूसा ने इस्राएलियों को ये बातें सुनाईं। परन्तु उन्होंने अपने अधीर आत्मा और कठोर गुलामी के कारण उनकी बातें नहीं सुनीं।
जब उन्होंने फरओ से बातचीत की तब मूसा की आयु अस्सी वर्ष और हारून की आयु तिरासी वर्ष की थी।
यह मिस्र देश में स्वर्गिक सेनाओं के प्रभु के लिए एक चिह्न और साक्षी होगा। जब मिस्र-निवासी अत्याचारियों के कारण प्रभु की दुहाई देंगे तब प्रभु उनके पास एक उद्धारकर्ता भेजेगा। वह उनकी रक्षा कर उनका उद्धार करेगा।
स्वर्गिक सेनाओं के प्रभु का यह अंगूर-उद्यान इस्राएल वंश है। यहूदा प्रदेश के निवासी प्रभु के सुन्दर पौधे हैं। प्रभु ने उनसे न्याय की आशा की, पर उसे देखने को मिला: रक्त पात। प्रभु ने उनसे धार्मिकता की आशा की, पर उसे सुनने को मिला: गरीबों का करुण- क्रंदन!
तब हमने प्रभु की दुहाई दी, और उसने हमारी पुकार सुनी। उसने एक दूत भेजा और हमें मिस्र देश से बाहर निकाल लाया। अब देखिए, हम कादेश नगर में हैं, जो आपके राज्य-क्षेत्र के सीमान्त पर है।
“चालीस वर्ष पश्चात् सीनय पर्वत के निर्जन प्रदेश में मूसा को जलती हुई झाड़ी की ज्वाला में एक स्वर्गदूत दिखाई दिया।
तू सूर्यास्त के पूर्व उसकी मजदूरी प्रतिदिन चुका दिया करना (क्योंकि वह निर्धन व्यक्ति है और अपनी मजदूरी के लिए विकल रहता है)। ऐसा न हो कि वह तेरे विरुद्ध प्रभु की दुहाई दे और यह तेरे लिए एक पाप सिद्ध हो।
मजदूरों ने तुम्हारे खेतों की फसल लुनी और तुमने उन्हें मजदूरी नहीं दी। वह मजदूरी पुकार रही है और लुनने वालों की दुहाई स्वर्गिक सेनाओं के प्रभु के कानों तक पहुँच गयी है।
उसके पास लोहे के नौ सौ रथ थे। उसने बीस वर्ष तक निर्दयतापूर्वक इस्राएलियों पर अत्याचार किया। तब इस्राएलियों ने प्रभु की दुहाई दी।
जब याकूब और उनके पुत्र मिस्र देश में आए और मिस्र निवासियों ने तुम्हारे पूर्वजों पर अत्याचार किया, तब उन्होंने प्रभु की दुहाई दी। अत: प्रभु ने मूसा और हारून को भेजा। उन्होंने तुम्हारे पूर्वजों को मिस्र देश से बाहर निकाला और उन्हें इस स्थान में बसाया।
‘कल, इसी समय मैं बिन्यामिन प्रदेश के एक पुरुष को तेरे पास भेजूँगा। तू मेरे निज लोग इस्राएलियों पर शासन करने के लिए अगुए के रूप में उसका अभिषेक करना। वह मेरे निज लोग इस्राएलियों को पलिश्तियों के हाथ से बचाएगा। मैंने अपने निज लोग इस्राएलियों की विपत्ति देखी है। उनकी दुहाई मुझ तक पहुँची है।’