राजा इस धक्के से हिल उठा। वह द्वार के ऊपर बने हुए कमरे में चला गया और वहाँ रोने लगा। उसने रोते हुए कहा, ‘ओ मेरे बेटे अबशालोम! मेरे बेटे! मेरे बेटे अबशालोम! काश, तेरे बदले मुझे मौत आई होती। ओ मेरे बेटे अबशालोम, मेरे बेटे!’
निर्गमन 16:3 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) इस्राएलियों ने उनसे कहा, ‘जब हम मिस्र देश में मांस की देगची के निकट बैठकर भरपेट भोजन करते थे, तब अच्छा होता कि हम प्रभु के हाथ मर गए होते; क्योंकि आप लोग इस निर्जन प्रदेश में समस्त जन-समुदाय को भूख से मार डालने के लिए मिस्र देश से हमें निकालकर लाए हैं।’ पवित्र बाइबल लोगों ने मूसा और हारुन से कहा, “यह हमारे लिए अच्छा होता कि यहोवा ने हम लोगों को मिस्र में मार डाला होता। मिस्र में हम लोगों के पास खाने को बहुत था। हम लोगों के पास वह सारा भोजन था जिसकी हमें आवश्यकता थी। किन्तु अब तुम हमें मरुभूमि में ले आये हो। हम सभी यहाँ भूख से मर जाएंगे।” Hindi Holy Bible और इस्राएली उन से कहने लगे, कि जब हम मिस्र देश में मांस की हांडियों के पास बैठकर मनमाना भोजन खाते थे, तब यदि हम यहोवा के हाथ से मार डाले भी जाते तो उत्तम वही था; पर तुम हम को इस जंगल में इसलिये निकाल ले आए हो कि इस सारे समाज को भूखों मार डालो। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) इस्राएली उनसे कहने लगे, “जब हम मिस्र देश में मांस की हांडियों के पास बैठकर मनमाना भोजन करते थे, तब यदि हम यहोवा के हाथ से मार डाले भी जाते तो उत्तम वही था; पर तुम हम को इस जंगल में इसलिये निकाल ले आए हो कि इस सारे समाज को भूखों मार डालो।” नवीन हिंदी बाइबल इस्राएलियों ने उनसे कहा, “भला होता हम यहोवा के हाथ से मिस्र देश में ही मार डाले जाते जब हम मांस की हाँड़ियों के पास बैठकर भरपेट भोजन करते थे, पर तुम हमें इस जंगल में इसलिए निकाल ले आए हो कि इस सारी मंडली को भूखा मार डालो।” सरल हिन्दी बाइबल इस्राएली कहने लगे, “अच्छा होता कि याहवेह ने हम लोगों को मिस्र में ही मार डाला होता, वहां हम मांस की हांडियों के पास बैठते थे और पेट भरकर रोटी खाते थे; आप तो हमें इस निर्जन देश में इसलिये ले आए हैं कि हम सारे लोग भूख से मर जाएं.” इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 और इस्राएली उनसे कहने लगे, “जब हम मिस्र देश में माँस की हाँड़ियों के पास बैठकर मनमाना भोजन खाते थे, तब यदि हम यहोवा के हाथ से मार डाले भी जाते तो उत्तम वही था; पर तुम हमको इस जंगल में इसलिए निकाल ले आए हो कि इस सारे समाज को भूखा मार डालो।” |
राजा इस धक्के से हिल उठा। वह द्वार के ऊपर बने हुए कमरे में चला गया और वहाँ रोने लगा। उसने रोते हुए कहा, ‘ओ मेरे बेटे अबशालोम! मेरे बेटे! मेरे बेटे अबशालोम! काश, तेरे बदले मुझे मौत आई होती। ओ मेरे बेटे अबशालोम, मेरे बेटे!’
इसके बाद अय्यूब ने अपना मुँह खोला और उसने इन शब्दों में अपने जन्म-दिवस को धिक्कारा।
क्योंकि उस रात ने मेरी माँ की कोख को बन्द नहीं किया, और न ही मेरी आँखों के सामने से दु:ख दर्द हटाया।
‘जो दु:ख में है,उसे जीवन का प्रकाश क्यों दिया जाता है? जिसका पैर कबर में लटका है, उसे जीवन क्यों मिलता है?
वे परमेश्वर के विरुद्ध यह कहने लगे, “क्या ईश्वर निर्जन-प्रदेश में भोजन की व्यवस्था कर सकता है?
इस्राएलियों ने मूसा से कहा, ‘क्या मिस्र देश में कबरों का अभाव था जो आप हमें निर्जन प्रदेश में मरने के लिए ले आए? आपने हमें मिस्र देश से निकालकर हमारे साथ यह क्या किया?
किन्तु लोग वहाँ पानी के लिए प्यासे थे। वे मूसा के विरुद्ध बक-बक करने लगे। उन्होंने कहा, ‘आप हमें, हमारी सन्तान और पशुओं को प्यास से मार डालने के लिए मिस्र देश से क्यों ले आए?’
अनेक वर्षों के बाद मिस्र देश के राजा की मृत्यु हो गई। इस्राएली बेगार के कारण कराहते थे। अत: वे सहायता के लिए चिल्लाने लगे। बेगार से उत्पन्न उनकी दुहाई परमेश्वर तक पहुंची।
इस्राएली मेटों ने उनसे कहा, ‘प्रभु आप के इस काम को देखे और आपको दंड दे। आप लोगों ने फरओ और उसके पदाधिकारियों की दृष्टि में हमें घृणा का पात्र बना दिया है। आपने हमारी हत्या के निमित्त उनके हाथ में तलवार दी है।’
उन्होंने पश्चात्ताप कर यह नहीं कहा, “हमारा प्रभु कहां है जिसने हमें मिस्र देश से मुक्त कर बाहर निकाला था, जिसने निर्जन प्रदेश में हमारा नेतृत्व किया था, जो हमें मरुस्थल और गड्ढों के प्रदेश से, निर्जल और घोर अंधकार के क्षेत्र से, निर्जन प्रदेश से ले गया था, जहां कोई आता-जाता न था, जहां कोई रहता न था?”
और हम मिस्र देश जाएंगे जहां हम युद्ध नहीं देखेंगे, और न ही युद्ध का स्वर, न नरसिंगे का स्वर हमारे कानों में पड़ेगा; जहां हमें रोटी के लिए तरसना नहीं पड़ेगा; बल्कि हम वहां निश्चिन्त निवास करेंगे,”
जो हम करते थे, करते हैं, और जो हमारे पूर्वजों ने, राजाओं ने, और हमारे उच्चाधिकारियों ने यहूदा प्रदेश के नगरों में, यरूशलेम की गलियों में किया था, वह करते रहेंगे। हम आकाश की रानी की मन्नतें मानेंगे, उसको धूप जलाएंगे, और उसको पेयबलि चढ़ाएंगे। उन दिनों में हम सुख-समृद्धि से रहते थे, पेट भर रोटी खाते थे, और हम पर कोई विपत्ति नहीं आई थी।
जो तलवार से मारे गए वे उन लोगों से अच्छे रहे, जो भूख का शिकार बने; वे खेतों के अन्न के अभाव में सूख गए, मुरझा गए।
यदि तू मुझसे ऐसा व्यवहार करेगा, तो मुझपर कृपा कर, और अविलम्ब मेरा वध कर दे जिससे मुझे अपनी दुर्दशा अपनी आंखों से देखनी न पड़े।’
वरन् महीने भर खाओगे, जब तक वह तुम्हारी नाक से बाहर न निकलने लगे, और तुम्हें उससे घृणा न हो जाए; क्योंकि तुमने प्रभु को जो तुम्हारे मध्य में है, अस्वीकार किया, उसके सम्मुख रोदन किया और कहा, “हम मिस्र देश से क्यों निकल आए?” ’
सब इस्राएली मूसा और हारून के विरुद्ध बक-बक करने लगे। उन्होंने मूसा और हारून से कहा, ‘भला होता कि हम मिस्र देश में मर जाते! अथवा इसी निर्जन प्रदेश में मर जाते!
क्यों प्रभु हमें उस देश में ले जाना चाहता है? क्या तलवार से मार डालने के लिए? वे हमारी पत्नियों और बच्चों को हम से लूट लेंगे। यह हमारे लिए अच्छा है कि हम मिस्र देश को लौट जाएँ।’
क्या यह छोटी बात है कि आप हमें दूध और शहद की नदियों के देश से इसलिए बाहर निकाल लाए कि हमें निर्जन प्रदेश में मार डालें! अब क्या आप शासक बनकर हम पर शासन भी करना चाहते हैं?
दूसरे दिन समस्त इस्राएली मंडली मूसा और हारून के विरुद्ध बक-बक करने लगी। उन्होंने कहा, ‘आपने प्रभु के लोगों को मार डाला।’
वे परमेश्वर और मूसा के विरुद्ध बोलने लगे, ‘आप हमें मिस्र देश से निकालकर इस निर्जन-प्रदेश में क्यों लाए? क्या हमें मारने के लिए? यहाँ न रोटी है और न पानी। हम इस रोटी से, जिससे तृप्ति नहीं होती, ऊब गए हैं।’
पौलुस ने उत्तर दिया, “थोड़े में हो या बहुत में, परमेश्वर से मेरी यह प्रार्थना है कि न केवल आप, बल्कि जो लोग आज मेरी बातें सुन रहे हैं, वे सब-के-सब इन बेड़ियों को छोड़ कर मेरे सदृश बन जायें।”
लगता है कि अभी से आप लोग तृप्त हो गये हैं। आप धनी हो गये हैं। आप को हमारे बिना राज्य मिल चुका है। कितना अच्छा होता यदि आप को सचमुच राज्य मिला होता। तब हम भी शायद आपके राज्य के सहभागी बन जाते!
जो दृश्य तेरी आंखें देखेंगी, जो भय तेरा हृदय अनुभव करेगा, उसके कारण तू सबेरे कहेगा, “काश! सन्ध्या होती” और सन्ध्या के समय कहेगा, “काश! सबेरा होता।”
उसने तुझे पीड़ित किया, तुझे भूख का अनुभव कराया। पर उसने तुझे “मन्ना” भी खिलाया, जिसको तू नहीं जानता था, और न तेरे पूर्वज ही जानते थे, ताकि तू जान ले कि मनुष्य केवल रोटी से जीवित नहीं रहता; किन्तु वह प्रभु के मुंह से निकले हुए प्रत्येक वचन से जीवित रहता है।
यहोशुअ ने कहा, ‘हे स्वामी! हे प्रभु, तू इस प्रजा को यर्दन नदी के इस पार क्यों लाया? हमें एमोरी जाति के हाथ सौंप देने के लिए? हमें नष्ट करने के लिए? भला होता कि हम यर्दन नदी के उस पार ही बस गए होते! यह हमारे लिए लाभदायक होता!