उसकी पत्नी यहूदी थी। उसने येरेद, हेबेर और यकूतीएल को जन्म दिया। येदेर गदोर का पिता, हेबेर सोको का पिता और यकूतीएल जानोह का पिता बना।
नहेम्याह 3:13 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) शहरपनाह के ‘घाटी-द्वार’ की मरम्मत हानून ने तथा जानोह के नागरिकों ने की। उन्होंने उसको बनाया और उसमें उसके दरवाजे, अर्गलाएं और छड़ें लगाईं। इसके अतिरिक्त उन्होंने शहरपनाह की चार सौ पचास मीटर तक, ‘कूड़ा-फाटक’ तक, मरम्मत की। पवित्र बाइबल हानून नाम के एक व्यक्ति तथा जानोह नगर के निवासियों ने तराई फाटक की मरम्मत की। उन ही लोगों ने तराई फाटक का निर्माण किया। उन्होंने कब्जों पर जोड़ियाँ चढ़ाईं और फिर दरवाजों पर ताले लगाये तथा मेखें जड़ीं। उन्होंने पाँच सौ गज लम्बी परकोटे की दीवार की मरम्मत की। उन्होंने कुरड़ी—दरवाजे तक इस दीवार का निर्माण किया। Hindi Holy Bible तराई के फाटक की मरम्मत हानून और जानोह के निवासियों ने की; उन्होंने उसको बनाया, और उसके ताले, बेंड़े और पल्ले लगाए, और हजार हाथ की शहरपनाह को भी अर्थात कूड़ाफाटक तक बनाया। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) तराई के फाटक की मरम्मत हानून और जानोह के निवासियों ने की; उन्होंने उसको बनाया, और उसके ताले, बेंड़े और पल्ले लगाए, और हज़ार हाथ की शहरपनाह को भी अर्थात् कूड़ाफाटक तक बनाया। सरल हिन्दी बाइबल हानून और ज़ानोहावासियों ने घाटी फाटक की मरम्मत की. उन्होंने इसको बनाया और इसके पल्लों को इसकी चिटकनियों और छड़ों सहित लटका दिया. उन्होंने इसके अलावा कूड़ा फाटक तक लगभग पांच सौ मीटर शहरपनाह को भी बनाया. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 तराई के फाटक की मरम्मत हानून और जानोह के निवासियों ने की; उन्होंने उसको बनाया, और उसके ताले, बेंड़े और पल्ले लगाए, और हजार हाथ की शहरपनाह को भी अर्थात् कूड़ा फाटक तक बनाया। |
उसकी पत्नी यहूदी थी। उसने येरेद, हेबेर और यकूतीएल को जन्म दिया। येदेर गदोर का पिता, हेबेर सोको का पिता और यकूतीएल जानोह का पिता बना।
इसके अतिरिक्त उसने चौकसी के लिए यरूशलेम के कोण-द्वार पर, घाटी-द्वार पर और शहरपनाह के मोड़ पर मीनारें बनाईं, और उनको सुदृढ़ किया।
जानोह तथा अदुल्लाम नगरों और उनके गांवों में, लाकीश और उसके खेतों में, अजेका और उसके गांवों में रहते थे। इस प्रकार यहूदा कुल के लोग बएरशेबा से हिन्नोम घाटी तक डेरा डालकर बस गए थे।
मैं उसी रात को घाटी-द्वार से निकला और ‘सियार-कूप’ से गुजरता हुआ ‘कूड़ा-फाटक’ पर पहुंचा। वहां मैंने यरूशलेम की शहरपनाह को देखा, जो गिरा दी गई थी। मैंने उसके प्रवेश-द्वारों का निरीक्षण किया जो आग में जला दिए गए थे।
अत: मैं रात के समय घाटी से होता हुआ ऊपर चढ़ गया, और वहां शहरपनाह का निरीक्षण किया। वहां से मैं पीछे घूमा और घाटी-द्वार के भीतर आ गया, और यों डेरे पर लौट आया।