यह सब इसलिए हुआ, क्योंकि प्रभु ने अपने नबी यिर्मयाह के माध्यम से ऐसा ही कहा था। विश्राम-कालों का पालन न करने के कारण अब इस्राएल देश को विश्राम मिला। सत्तर वर्ष तक देश उजाड़ पड़ा रहा, और उसने विश्राम मनाया।
नहेम्याह 10:31 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) यदि इन कौमों के व्यापारी विश्राम-दिवस पर बेचने के लिए सामान, अथवा अन्न लाएंगे, तो हम विश्राम-दिवस पर, पवित्र दिन पर, उसको नहीं खरीदेंगे। ‘हम हर सातवें वर्ष खेती योग्य भूमि पर फसल नहीं उगाएंगे, और अपने कर्जदारों का ऋण माफ कर देंगे। पवित्र बाइबल “हम प्रतिज्ञा करते हैं कि सब्त के दिन काम नहीं करेंगे और यदि हमारे आस—पास रहने वाले लोग सब्त के दिन बेचने को अनाज या दूसरी वस्तुएँ लायेंगे तो विश्राम के उस विशेष दिन या किसी भी अन्य विशेष के दिन, उन वस्तुओं को नहीं खरीदेंगे। हर सातवें बरस हम न तो अपनी धरती को जोतेंगे और न बोएंगे, तथा हर सातवें वर्ष चक्र में हम दूसरे लोगों को दिये गये हर कर्ज को माफ़ कर देंगे। Hindi Holy Bible और जब इस देश के लोग विश्रामदिन को अन्न वा और बिकाऊ वस्तुएं बेचने को ले आयेंगे तब हम उन से न तो विश्रामदिन को न किसी पवित्र दिन को कुछ लेंगे; और सातवें वर्ष में भूमि पड़ी रहने देंगे, और अपने अपने ॠण की वसूली छोड़ देंगे। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) और जब इस देश के लोग विश्रामदिन को अन्न या और बिकाऊ वस्तुएँ बेचने को ले आएँगे तब हम उनसे न तो विश्रामदिन को न किसी पवित्र दिन को कुछ लेंगे; और सातवें वर्ष में भूमि पड़ी रहने देंगे, और अपने अपने ऋण की वसूली छोड़ देंगे। सरल हिन्दी बाइबल उस स्थिति में, जब उस देश के निवासी किसी शब्बाथ पर या किसी अलग किए हुए प्रभु के शब्बाथ पर बेचने के लिए अपना कुछ सामान या अनाज लेकर आएं, हम शब्बाथ पर या ऐसे अलग किए हुए दिन पर हम उनसे इसको नहीं खरीदेंगे. हम हर सातवें साल न तो खेती करेंगे और न उधार में दिए हुए पैसे को वापस लेने की कोशिश करेंगे. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 और जब इस देश के लोग विश्रामदिन को अन्न या कोई बिकाऊ वस्तुएँ बेचने को ले आएँगे तब हम उनसे न तो विश्रामदिन को न किसी पवित्र दिन को कुछ लेंगे; और सातवें वर्ष में भूमि पड़ी रहने देंगे, और अपने-अपने ॠण की वसूली छोड़ देंगे। |
यह सब इसलिए हुआ, क्योंकि प्रभु ने अपने नबी यिर्मयाह के माध्यम से ऐसा ही कहा था। विश्राम-कालों का पालन न करने के कारण अब इस्राएल देश को विश्राम मिला। सत्तर वर्ष तक देश उजाड़ पड़ा रहा, और उसने विश्राम मनाया।
उन्हीं दिनों में मैंने ऐसे अनेक यहूदी देखे जिन्होंने गैर-यहूदी कौम, अर्थात् अश्दोदी, अम्मोनी और मोआबी कौमों की कन्याओं से विवाह किया था।
क्या हम तुम्हारी बात सुनें और ऐसा महा दुष्कर्म करें? क्या हम विदेशी कौमों की कन्याओं से विवाह कर अपने परमेश्वर के प्रति ऐसा विश्वसघात करेंगे? कदापि नहीं।’
तुम पहले दिन और सातवें दिन पवित्र सभा बुलाना। इन दोनों दिनों में कोई भी काम न किया जाए; प्रत्येक मनुष्य के लिए जो भोजन चाहिए, केवल उसको तुम पका सकते हो।
किन्तु सातवां दिन तेरे प्रभु परमेश्वर का विश्राम दिवस है। इसलिए तू, तेरे पुत्र-पुत्री, सेवक-सेविका, तेरे पशु और तेरे नगरों में रहने वाले प्रवासी व्यक्ति उस दिन कोई कार्य न करें।
तू अपने पुत्रों का विवाह करने के लिए उनकी पुत्रियाँ मत ग्रहण करना। ऐसा न हो कि उनकी पुत्रियाँ अपने देवताओं का अनुगमन करें और यों वेश्या के सदृश व्यवहार करें और ऐसा ही व्यवहार तुम्हारे पुत्रों से करवाएँ कि वे उनके देवताओं का अनुगमन करें।
जिस उपवास से मैं प्रसन्न होता हूं, वह यह है : दुर्जनता के बन्धकों से मनुष्य को मुक्त करना, व्यक्ति की गरदन से जूआ उतारना, अत्याचार की गुलामी में कैद इन्सान को स्वतन्त्र करना, वस्तुत: हर प्रकार की गुलामी से मनुष्य को स्वतंत्र करना।
‘यह तुम्हारे लिए स्थायी संविधि होगी: तुम सातवें महीने के दसवें दिन स्वयं को उपवास के द्वारा पीड़ित करना। उस दिन कोई भी व्यक्ति चाहे वह देशी हो अथवा तुम्हारे मध्य में निवास करने वाला प्रवासी हो, काम नहीं करेगा;
तुम उसी दिन घोषणा करना और पवित्र समारोह का आयोजन करना। तुम किसी प्रकार का कठोर परिश्रम मत करना। यह तुम्हारे समस्त निवास-स्थानों में पीढ़ी से पीढ़ी तक स्थायी संविधि है।
छ: दिन तक तो कार्य किया जाएगा; किन्तु सातवां दिन परम विश्राम-दिवस, पवित्र समारोह का दिन है। तुम उस दिन कोई कार्य मत करना। वह तुम्हारे सब निवास स्थानों में प्रभु के हेतु विश्राम-दिवस माना जाएगा।
इसलिए किसी को यह अधिकार नहीं कि वह खान-पान, पर्व, अमावस्या या विश्राम-दिवस के विषय में आप लोगों पर दोष लगाये।
जिसने दया नहीं दिखायी है, उसका न्याय दया के साथ नहीं किया जायेगा; किन्तु दया न्याय पर विजय पाती है।