दानिय्येल 5:5 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) उसी क्षण अनेक उंगलियां दिखाई दीं। ये मनुष्य के हाथ की उंगलियों के समान थीं। उन्होंने दीपाधार के सामने राजमन्दिर की दीवार पर, जो चूने से पुती हुई थी, कुछ लिखा। जब हाथ दीवार पर लिख रहा था तब राजा ने हथेली को देखा। पवित्र बाइबल उसी समय अचानक किसी पुरूष का एक हाथ प्रकट हुआ और दीवार पर लिखने लगा। उसकी उंगलियाँ दीवार के लेप को कुरेदती हुई शब्द लिखने लगीं। दीवार के पास राजा के महल में उस हाथ ने दीवार पर लिखा। हाथ जब लिख रहा था तो राजा उसे देख रहा था। Hindi Holy Bible कि उसी घड़ी मनुष्य के हाथ की सी कई उंगलियां निकल कर दीवट के साम्हने राजमन्दिर की भीत के चूने पर कुछ लिखने लगीं; और हाथ का जो भाग लिख रहा था वह राजा को दिखाई पड़ा। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) कि उसी घड़ी मनुष्य के हाथ की सी कई उँगलियाँ निकलकर दीवट के सामने राजमन्दिर की दीवार के चूने पर कुछ लिखने लगीं; और हाथ का जो भाग लिख रहा था, वह राजा को दिखाई पड़ा। सरल हिन्दी बाइबल तब अचानक एक मानव हाथ की उंगलियां प्रकट हुईं और राजमहल में दीवट के पास दीवार के पलस्तर पर कुछ लिखने लगीं. लिखते हुए उस हाथ पर राजा की दृष्टि पड़ी. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 कि उसी घड़ी मनुष्य के हाथ की सी कई उँगलियाँ निकलकर दीवट के सामने राजभवन की दीवार के चूने पर कुछ लिखने लगीं; और हाथ का जो भाग लिख रहा था वह राजा को दिखाई पड़ा। |
जो मनुष्य बार-बार डांटे जाने पर भी अपना हठ नहीं छोड़ता, उसका अचानक सर्वनाश होगा, और वह फिर नहीं सुधर सकेगा।
उनके आक्रमण की खबर बेबीलोन के राजा ने सुनी। यह सुनकर उसके हाथ-पैर सुन्न पड़ गए; उस पर आतंक छा गया। जैसे स्त्री बच्चे को जन्म देते समय पीड़ा से चीखती है, वैसे ही बेबीलोन का राजा पीड़ित है।
ये शब्द मेरे मुंह में ही थे कि अचानक स्वर्ग से यह आवाज सुनाई दी: “ओ राजा नबूकदनेस्सर, यह बात तुझसे ही कही जा रही है। तेरा राज्य तेरे हाथ से निकल गया!
“तत्काल ही यह वाणी मुझ पर पूर्ण हुई। मैं मनुष्य-समाज के बीच से निकाल दिया गया। मैंने बैल के समान घास खाई। मेरा शरीर आकाश की ओस की बूंदों से भीगा। मेरे बाल गरुड़ के पैरों के समान लम्बे-लम्बे बढ़ गए। मेरे नाखून चिड़ियों के चंगुलों के समान बड़े-बड़े हो गए।
मेरे देश के ज्ञानी लोग, ज्योतिषी मेरे सम्मुख राजमन्दिर में लाए गए कि वे इस लेख को पढ़ें और मुझको इसका अर्थ बताएं। पर वे अर्थ न बता सके।
वे शराब पीकर स्वर्ण, चांदी, पीतल, लोहे, लकड़ी और पाषाण की देवताओं की मूर्तियों की स्तुति करने लगे।
राजा के मुख का रंग बदल गया। उसके हृदय में अनेक विचार उठे, जिन्होंने उसको व्याकुल कर दिया। उसके हाथ-पैर कांपने लगे, और घुटने आपस में टकराने लगे।
राजा के ज्ञानी राजमन्दिर में आए, पर वे दीवार पर लिखे हुए लेख को न पढ़ सके और न राजा को उसका अर्थ बता सके।
उसने हमें दोषी ठहराने वाले दस्तावेज को रद्द कर दिया, जो विधि-नियमों के कारण हमारे विरुद्ध था, और उसे क्रूस पर ठोंक कर उठा दिया है।